भोपाल सम्भाग के विदिशा जिले में नीति आयोग के मापदण्डों पर हुए सुधार कार्यो के फलस्वरूप आयोग द्वारा जिले को तीन करोड़ की प्रोत्साहन राशि जारी की गई है।
कलेक्टर श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि प्रोत्साहन सम्बन्धी पत्र नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत के द्वारा जारी किया गया है। विदिशा जिले को प्राप्त होने वाली तीन करोड़ की प्रोत्साहन राशि का उपयोग शिक्षा, कृषि और जल संसाधन के क्रियान्वित कार्यो पर व्यय की जाएगी।
ज्ञातव्य हो कि नीति आयोग द्वारा जारी देश के 117 आकांक्षी जिलों की सूची में विदिशा जिला भी शामिल है। नीति आयोग के इंडिकेटरों पर लगातार कार्यो के सम्पादन फलस्वरूप करने के फलस्वरूव अब संबंधित हितग्राही सीधे लाभांवित हो रहे है। आयोग द्वारा जारी अक्टूबर माह की डेल्टा रैकिंग में विदिशा जिला देश में 11वें स्थान पर है, वही स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में 13वें रैंक पर है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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