इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा पावर अवार्ड्स-2019 के पुरस्कारों के लिए स्थापित जूरी द्वारा मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी को उत्कृष्ट कार्यों के लिए पांच राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों के लिए चयन किया गया है। पावर ट्रांसमिशन कंपनी को बेस्ट ट्रांसमिशन यूटिलिटी-पब्लिक सेक्टर के रनर अप अवार्ड के अलावा बेस्ट इनोवेटिव टेक्नोलॉजी स्थापना पर आटोमेटिक डिमांड साइड मैनेजमेंट, इमरजेंसी रेस्टोरेशन सिस्टम, डेडिकेटेड वाइड बैंड कम्युनिकेशन सिस्टम तथा टरबाइन/इन्वर्टर वाइज रिन्यूएबल टेलीमेट्री इंटीग्रेशन की अन्य चार केटेगरी में भी पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। यह पुरस्कार 7 दिसंबर को पणजी, गोवा में 20वें रेगुलेटरी एवं पॉलिसी मेकर्स रिट्रीट-2019 में दिये जाएंगे। ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए सभी इंजीनियर्स एवं कर्मचारियों को बधाई दी है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी को अब तक 7 पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। वर्ष 2018-19 में कंपनी ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। इसमें सबसे अधिक सब-स्टेशन एवं लाइनों का निर्माण, सबसे अधिक पारेषण क्षमता वृद्धि, सबसे अधिक पारेषण उपलब्धता तथा सबसे कम पारेषण हानियां शामिल हैं। कम्पनी को इसके पहले सितम्बर-2019 में स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट अवार्ड ट्रांसमिशन स्काडा प्रणाली की स्थापना के लिये और राज्य भार प्रेषण केन्द्र द्वारा विण्ड एवं सोलर विद्युत की टेलीमेट्री प्रणाली के लिये दिया जा चुका है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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