रीवा जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखन घनघोरिया मंत्री सामाजिक न्याय नि:शक्तजन कल्याण तथा अनुसूचित जाति विकास ने दो गौशालाओं का समारोह पूर्वक लोकार्पण किया। प्रभारी मंत्री ने सिरमौर विकासखंड के ग्राम पड़री में जिले की प्रथम गौशाला का लोकार्पण किया। इस गौशाला में एक सौ गायों को रखने की व्यवस्था है। इसकी लागत 27 लाख 62 हजार रूपये है। इसके बाद प्रभारी मंत्री ने ग्राम भमरा में भी गौशाला तथा भूसा संग्रहण भवन का लोकार्पण किया। प्रभारी मंत्री ने गौशाला में गौ माता की पूजा-आरती की तथा सुस्वादु भोजन कराया।
इस अवसर प्रभारी मंत्री ने कहा कि गाय हमारी माता है। इन्हें अब गौशालाओं में उचित स्थान और देखभाल की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने शपथ ग्रहण करने के बाद प्रदेश की हर पंचायत में गौशाला निर्माण का संकल्प लिया था। पूरे प्रदेश में गौशालाएं बनायी जा रही हैं। अब निराश्रित और उपेक्षित गौवंश आवारा पशु की तरह नहीं रहेगा। गाय हमारी संस्कृति की प्रतीक और समृद्धि का वरदान है। प्रभारी मंत्री ने तीन माह से भी कम समय में गुणवत्ता पूर्ण गौशाला निर्माण के लिए अधिकारियों को बधाई दी।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जी जो कहते हैं उसे करके भी दिखलाते हैं। हमारी सरकार आम जनता की सेवा के लिए तत्पर है। प्रभारी मंत्री ने मौके पर उपस्थित कलेक्टर को पड़री तथा आसपास के क्षेत्र में 1954 से रहने वाले आदिवासी भाइयों को वन विभाग द्वारा परेशान करने की समस्या के निदान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पड़री तथा भमरा ग्राम के विकास के लिए हर संभव सहायता दी जायेगी। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अभय मिश्रा, कलेक्टर श्री ओमप्रकाश श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा, श्री त्रियुगीनारायण शुक्ल, श्री गुरमीत सिंह मंगू, श्री डीपी सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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