जनसंपर्क संचालनालय पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन पत्रकार बंधुओं द्वारा किया जाएगा

जनसंपर्क संचालनालय पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन करेगा 


भोपाल - जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकारों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है ! जबसे प्रदेश में  नई सरकार बनी है तबसे जनसंपर्क संचालनालय के अधिकारियों ने पत्रकारों के सामने आर्थिक कठनाईयाँ पैदा कर दी है!प्रिंट मीडिया जर्नलिस्ट एसोसियेशन" दमनकारी नीतियों के ख़िलाफ़ 17 दिसंबर को जनसंपर्क संचालनालय (मुख्यालय) पर मुख्यमंत्री कमलनाथ का पुतला देहन करेगा ! 
ज्ञात हो की 17 दिसंबर को प्रदेश सरकार का एक वर्ष भी पूरा हो रहा है ! "पत्रकारों के साथ शोषण का एक वर्ष" तथा "जनसंपर्क में चलाओ तबादलो की कश्ती" नारे लगाये जाएंगे ! पुतला देहन कार्यकम में"प्रिंट मीडिया जर्नलिस्ट एसोसियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष परवेज़ भारतीय भी मौजूद रहेंगे !
जनसंपर्क उपसंचालक क्रांतिदीप अलुने को लेखा शाखा (विज्ञापन) से तत्काल हटाया जाकर, भोपाल से बाहर पदस्थ किया जाये, अन्यथा मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के लिए pmja बाध्य होगा !


सिबौल गांव में एक पुलिसकर्मी ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

 



प्रेस रिव्यू


बिहार में मधुबनी जिले के पतौना पुलिस आउट पोस्ट के सिबौल गांव में आज एक पुलिसकर्मी ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली।


पुलिस अधीक्षक डा.सत्यप्रकाश ने यहां बताया कि पतौना पुलिस आउट में कार्यरत सिपाही रंजीत कुमार की तैनाती सिबौल गांव में आयोजित एक मेला में की गयी थी।वह सिबौल के एक सरकारी स्कूल में रूका हुआ था। इस दौरान रंजीत कुमार ने अपने एक सहयोगी के राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली।


 


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक रंजीत कुमार कुछ दिन पूर्व ही छुट्टी से वापस लौटा था और संभवत: पारिवारिक कलह को लेकर परेशान था। शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।


'सूर्यवंशी' के बीच अक्षय और रोहित शेट्टी का झगड़ा पूरी तरह फ़र्जी है

प्रेस रिव्यू


अक्षय कुमार इन दिनों अपनी अगली फिल्म 'सूर्यवंशी' को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं। इस फिल्म को रोहित शेट्टी ने डायरेक्ट किया है। अक्षय के साथ कटरीना कैफ भी फिल्म में लीड रोल निभाएंगी। अक्षय और रोहित शेट्टी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें दोनों जमकर हाथा-पाई करते नजर आ रहे हैं । इनको अलग करने के लिए पुलिस को भी बीच-बचाव करना पड़ा ।


दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है । इसमें अक्षय और रोहित के बीच झगड़ा इतना बढ़ा कि दोनों एक-दूसरे को पीटने लगे । खुद पुलिस ने आकर दोनों को अलग किया । ये वीडियो खुद अक्षय कुमार ने शेयर किया है । इस वीडियो को देखकर लग रहा है कि फिल्म 'सूर्यवंशी' के बीच एक्टर और डायरेक्टर आपस में भिड़ गए । लेकिन इस वीडियो की हकीकत कुछ और ही है।


दरअसल, हाल ही में कई न्यूज साइट ने ये खबर लगाई कि फिल्म 'सूर्यवंशी' के बीच अक्षय और रोहित शेट्टी का झगड़ा हुआ और बीच-बचाव के लिए करण जौहर को आना पड़ा । हालांकि ये खबर पूरी तरह से फर्जी है । इस खबर का मजाक बनाते हुए अक्षय और रोहित ने अपनी लड़ाई का एक वीडियो शूट किया


 


 


स्वास्थ्य मंत्री ने पूछा सभी से डेंगू बुखार फैलने का कारण।

मंत्री बोले- अफसरों से पूछेंगे क्यों फैल रहा डेंगू
भोपाल में फैल रहे डेंगू को लेकर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग, कलेक्टर तरुण पिथोड़े और नगर निगम कमिश्नर बी विजय दत्ता की बैठक बुलाई है। सभी से एक ही सवाल किया जाएगा कि शहर में डेंगू बुखार फैलने का क्या कारण है और रोकथाम के लिए क्या-क्या किया अब तक। - तुलसी सिलावट,मंत्री स्वास्थ्य विभाग


प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को 14 नवंबर को कमलनाथ पुष्पांजलि अर्पित करेंगे

14,नवम्बर "जयंती"आधुनिक भारत के निर्माता, देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जबाहर लाल नेहरू #पुष्पांजलि# प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी की उपस्तिथि में प्रतिमास्थल रोशन पुरा जवाहर भवन पर सुबह 10:30बजे पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी ! , 11 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय इंद्रा भवन स्थित राजीव गांधी सभागार में पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी -आनंद तारण, प्रवक्ता मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी भोपाल


अगले दो दिनों में दिल्ली हवा में प्रदूषण का स्तर आपातकालीन स्थिति तक पहुंच जाएगा.


दिल्ली की हवा एक बार फिर से और ज़हरीली हो गई है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा था कि अगले दो दिनों में दिल्ली हवा में प्रदूषण का स्तर आपातकालीन स्थिति तक पहुंच जाएगा.


अभी दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 475 के आसपास है जिसे बेहद ख़तरनाक माना जाता है. हवा में प्रदूषण के इस स्तर से सबसे ज़्यादा बच्चे प्रभावित होते हैं. सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार को शाम में चार बजे की बुलेटिन में कहा था कि दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 425 पर पहुंच गया है जो मंगलवार को 360 पर था.


भोजपुरी फिल्मों के जुबलीस्टार की फिल्म 'मुकद्दर का सिकंदर का फर्स्ट लुक जारी किया गया

भोजपुरी फिल्मों के जुबलीस्टार की फिल्म 'मुकद्दर का सिकंदर का फर्स्ट लुक जारी किया गया है। फिल्म के फर्स्ट लुक में दिनेशलाल यादव निरहुआ सफेद पोशाक में पिस्तौल लिए हुए चुपचाप बैठे दिख रहे हैं। पोस्टर के नीचे कुछ लोगों पर राइफलधारी बंदूक ताने हुए दिखाई दे रहे हैं।



 


पोस्टर में एक डायलॉग 'जिसका नाम सुनते ही बंद तिजोरी के ताले खुल जाया करते थे' लिखा हुआ है। अब फिल्म के इस फर्स्ट लुक की बहुत ज्यादा सराहना की जा रही है। सोशल मीडिया पर यह पोस्टर अब वायरल हो चुका है।


निरहुआ के साथ आम्रपाली दुबे
एसके फिल्‍म्‍स एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी इस फिल्म में केंद्रीय किरदार में निरहुआ हैं व उनकी नायिका आम्रपाली दुबे हैं। एंग्री यंगमैन शमीम खान इस फिल्म में सशक्त किरदार में नजर आने वाले हैं। कई सुपरहिट फिल्मों का निर्माण कर चुके फिल्म निर्माता वसीम खान सुपरहिट फिल्म 'मुकद्दर' के बाद सत्य घटना पर आधारित फिल्म 'मुकद्दर का सिकंदर' लेकर दर्शकों के बीच में आ रहे हैं।


यह फिल्म दर्शकों का फुल एंटरटेनमेंट करने वाली है। फिल्म के लेखक और निर्देशक संतोष मिश्रा हैं। फिल्‍म के कर्णप्रिय गानों का संगीतकार लियाकत अजमेरी ने संगीत दिया है व प्यारेलाल यादव कवि, आजाद सिंह व सुमित चन्द्रवंशी ने लिखा है। छायांकन प्रमोद पांडेय, नृत्य संजय कोर्वे और प्रसून, मारधाड़ प्रदीप खड़का, संकलन अशफाक मकरानी, कला नज़ीर शेख का है। मुख्‍य किरदार में दिनेशलाल यादव निरहुआ, आम्रपाली दूबे, शमीम खान, पूजा गांगुली, संजय पांडेय, अयाज खान, सीपी भट्ट, अनीता सहगल, नवीन शर्मा, जे नीलम, नासीर खान, तृषा खान, लोटा तिवारी, रमजान शाह, संजीव मिश्रा व नागेश मिश्रा हैं।


श्रीदेवी की मौत के बाद एक रिश्तेदार ने लगाए थे बोनी कपूर पर गंभीर आरोप।


प्रेस रिव्यू


बॉलीवुड में एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में बनाने के साथ प्रोड्यूसर बोनी कपूर आज अपना 64 वां जन्मदिन मना रहे हैं। बोनी कपूर का जन्म 11 नवंबर 1955 को मेरठ में हुआ था। बोनी कपूर ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत 1980 में बनी फिल्म 'हम पांच 'से की थी लेकिन उन्हें सफलता वर्ष 1987 की थी। इस दौरान बोनी कपूर ने अपने भाई अनिल कपूर और श्रीदेवी के साथ 'मिस्टर इंडिया' फिल्म बनाई थी। जो साल की सुपरहिट फिल्मों मे से एक रही। इस फिल्म के बाद ही बोनी कपूर और श्रीदेवी के रिश्तें की शुरुआत हुई। जिसके चलते ही वर्ष 1996 में दोनों ने शादी कर ली। लेकिन साल 2018 में श्रीदेवी दुनिया को छोड़कर चली गई। श्रीदेवी की मौत दुबई के एक पांच सितारा होटल में बाथटब में डूबने की वजह से हो गए हैं। लेकिन श्रीदेवी की मौत के बाद एक रिश्तेदार ने बोनी कपूर पर कई गंभीर आरोप लगाए। जिसके बाद बोनी कपूर पर कई तरह के सवाल भी उठने लगे।


दरअसल श्रीदेवी की मौत के बाद उनके अंकल वेनुगोपाल रेड्डी ने रीजनल डेली iDreamNews से बातचीत की। " इस दौरान उन्होंने श्रीदेवी की जिंदगी से जुड़ी कई बातों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि श्रीदेवी की जिंदगी में काफी कुछ था। जिससे वह परेशान थी। उनकी जिंदगी में बोनी कपूर की वजह से काफी दर्द था। बोनी कपूर को श्रीदेवी की मां भी बिल्कुल पसंद नहीं करती थीं। जिसके चलते श्रीदेवी की मां नहीं चाहती थी कि बोनी कपूरी से श्रीदेवी की शादी हो। और यहां तक ​​कि अगर अब भी बोनी कपूर किसी काम से घर पर आते हैं तो श्रीदेवी की मां उनके साथ बुरा बर्ताव करती है।] लेकिन इन सबके बीच श्रीदेवी ने बोनी कपूर को चुना था।


इसके आगे वेणुगोपाल ने बताया कि, बोनी कपूर ने अपना सारा पैसा लुटा दिया था। उनकी फिल्मों में उनका सारा पैसा लग गया था। उन्होंने ऐसी फिल्मों पर भी पैसा लगाया है। जो आजतक रिलीज नहीं हुई। जिसकी वजह से बोनी को काफी नुकसान हुआ है। इस नुकसान को पूरा करने के लिए बोनी कपूर ने श्रीदेवी की संपत्ती को बेच दिया। जो बात श्रीदेवी को हमेशा चुबी है। इसी दर्द के साथ उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।


वही इस इंटरव्यू में श्रीदेवी के फाइनेंशियल क्राइसिस के बारे में भी वेणुगोपाल रेड्डी से पूछा गया। इस पर जवाब देते हुए वेनुगोपाल रेड्डी ने कहा कि उनके मन में शांति नहीं थी। सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिए वो हंसती थीं। बोनी और श्रीदेवी मनी ना होने के कारण मुश्किल दौर से गुजर रहे थे। उसने कर्ज से मुक्ती पाने के लिए अपनी सारी प्रॉपर्टी बेच दी थी। यही कारण था कि श्रीदेवी ने फिर से फिल्मों से वापसी की।


कश्मीर बंद को हुए 100 दिन पूरे, हालात फिर भी सामान्य नहीं हुये।



प्रेस रिव्यू

 

कश्मीर घाटी में मंगलवार को 100 वें दिन भी  जहां लोग 5 अगस्त से राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों (UTs) में विभाजित करने के अलावा, अनुच्छेद 370 और 35 A को खत्म करने का विरोध कर रहे हैं।

पुलिस ने बताया कि धारा 144 सीआरपीसी के तहत चार या अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने पर एतिहातन प्रतिबंध अभी भी जारी है। हालांकि, घाटी के किसी भी हिस्से में कर्फ्यू नहीं है।


इस बीच, शहर में ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी द्वार 5 अगस्त से श्रद्धालुओं के लिए बंद रखे जा रहे है। बड़ी संख्या में केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बल (CAPF) को जामिया बाजार और लोगों को पूजा स्थल में प्रवेश करने से रोकने व हुर्रियत नेताओ के घरों में प्रवेश करने से रोकने के लिये लगाई गयी है। हालांकि, किसी भी क्षेत्र में कोई सड़क ब्लॉक नहीं हैं।


ऐतिहासिक लाल चौक, सिविल लाइंस में सोमवार को सुबह 07:00 बजे से लगभग तीन घंटे तक कामकाज के बाद दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सार्वजनिक परिवहन, राज्य सड़क परिवहन निगम (एसआरटीसी) सहित बसें 5 अगस्त से सड़कों से दूर ही है। हालांकि, निजी वाहनों को सिविल लाइन और शहर में कुछ मार्गों पर दौड़ते देखा गया।


वहीं कुछ क्षेत्रों में दुकानें अभी भी बंद ही है। हालांकि स्कूल व कॉलेज खुलना जरूर शुरू हो चुके है मगर। हालात पूरी तरह से सामान्य नहीं हुए है।


दूसरी तरफ 3 करोड़ रुपए का नुकसान उठाने के बाद रेलवे ने आज से अपनी सेवाएं श्रीनगर से बारामुल्ला के लिये पुनः शुरू की है हालांकि श्रीनगर से बनिहाल के।लिए सेवा अभी शुरू नही की गई है।



भाजपा और शिवसेना का वर्तमान में “नो यू-टर्न” जैसा रिश्ता है, जिसे उलटा नहीं किया जा सकता.


प्रेस रिव्यू


मुंबई.महाराष्ट्र में सत्ता की लड़ाई को अंतत: कोई नहीं तोड़ पाया. भाजपा, शिवसेना और एनसीपी-कांग्रेस की एक साथ सरकार बनाने में विफलता ने आखिरकार राष्ट्रपति शासन लगा दिया. हालाँकि, इन सभी राजनीतिक स्थितियों में, एक बात जो चर्चा में है, वह यह है कि महाराष्ट्र की राजनीति में एक अच्छे खिलाड़ी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, माना जाता है कि शिवसेना की राजनीतिक मुठभेड़ को हिंदू सेना को अलग करने में सफल रही है भाजपा क्योंकि भाजपा और शिवसेना का वर्तमान में “नो यू-टर्न” जैसा रिश्ता है, जिसे उलटा नहीं किया जा सकता.
महाराष्ट्र की राजनीति पर नजर रखने वाले राजनीतिक कारकों में से एक यह है कि शिवसेना ने शरद पवार पर भरोसा करके सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत का द्वार खोला था. जब राज्यपाल कोशियारी ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया, तो उसके पास राकांपा और कांग्रेस समर्थित पत्र नहीं थे. माना जाता है कि एनसीपी ने पत्र तैयार किया है, लेकिन माना जाता है कि कांग्रेस समर्थित पत्र ने विलंबित स्थिति पैदा की है. उनका कहना है कि सोनिया गांधी शरद पवार के संपर्क में थीं. जब राज्यपाल द्वारा शिवसेना को बुलाया गया था, तो कहा जाता है कि सोनिया ने पवार से संपर्क कर यह जानने की कोशिश की कि स्थिति कैसी है और जब उन्हें बताया गया कि यह अभी तय नहीं हुआ है. परिणामस्वरूप, शिवसेना ने कांग्रेस को समर्थन पत्र नहीं मिलने के बाद और समय की मांग की, जिसे उसके राज्यपाल ने अस्वीकार कर दिया था.
राजनीतिक कारकों का कहना है कि राज्यपाल ने एनसीपी को भी 4 घंटे दिए और आज, भले ही आज रात 8 बजे तक, एनसीपी ने राजभवन को रिपोर्ट करके सुबह के लिए और समय मांगा और कहा कि राज्यपाल को वह मिला जो वह चाहते थे और नहीं पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में थी. राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश के बाद भाजपा को सत्ता से बाहर रखने की शिवसेना की रणनीति सफल नहीं रही है. कारकों के अनुसार, एनसीपी के पास शाम 6 बजे तक पर्याप्त समय था, हालांकि सुबह में अधिक समय मांगने के पीछे की रणनीति अनुचित हो सकती है. राकांपा रात में और समय मांग सकती थी. लेकिन सुबह खुद समय मांगने के बजाय, सरकार ने खुद को नहीं बनाया और शिवसेना भी सत्ता से वंचित रही.
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले पांच साल से बीजेपी और शिवसेना की दोस्ती केवल कागजों पर थी. दोनों हिंदू दल एनसीपी को पनपने नहीं देते. नतीजतन, यह कहा जाता है कि एनसीपी ने राज्यपाल के लिए राष्ट्रपति पद के द्वार खोलने में एक भूमिका निभाई, उसे पर्याप्त समय देने के बावजूद, राज्यपाल को भाजपा और शिवसेना के बीच इस तरह के संबंधों को विकसित करने के लिए पर्याप्त समय देने के बावजूद कि यह लगेगा. सुधार करने के लिए साल और राजनीतिक रूप से कमजोर करना शिवसेना.


कलियुगी पुत्र ने अपनी बुजुर्ग मां की पीट पीट कर हत्या कर दी।


प्रेस रिव्यू


उत्तर प्रदेश में महाराजगंज के नौतनवां कस्बे में ससुराल जाने के लिये पैसा देने से इंकार करने पर एक कलियुगी पुत्र ने अपनी बुजुर्ग मां की पीट पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि कस्बे के गौतम बुद्धनगर वार्ड नंबर 14 निवासी राधेश्याम शर्मा ने अपनी मां नारदा देवी (65) को मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। घायल अवस्था में उन्हें प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।


 


उन्होने बताया कि नशे के लती राधेश्याम ने अपनी मां को छह हजार रुपये रखने के लिए दिया था। मंगलवार की शाम को घर पर आया और मां से रुपया मांगने लगा। वह ससुराल जाने की बात कर रहा था। उसकी मां ने रकम देने से इंकार कर दिया जिससे आक्रोशित होकर उसने लाठी से मां को बेतहाशा पीटना शुरू किया। करीब आधे घंटे तक पिटने के बाद वृद्धा लहुलूहान होकर गिर पडी। परिजनो ने उन्हे कस्बे के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जहां उन्होने दम तोड दिया। पुलिस आरोपी बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।


थाईलैंड की अदालत में चली गोलीयां, दो वकील और एक शूटर की मौत


प्रेस रिव्यू


थाईलैंड में मंगलवार (12 नवंबर) को उत्तराधिकार विवाद से संबंधित सुनवाई के दौरान अदालत कक्ष में हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गयी जिसमें दो अधिवक्ता शामिल हैं। चंथाबुरी की प्रांतीय अदालत में एक विवाद पर जारी सुनवाई के दौरान बंदूकधारी ने अदालत में अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद अदालत के एक सुरक्षा गार्ड ने हमलावर को गोली मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।


राष्ट्रीय पुलिस कार्यालय के प्रवक्ता क्रिस्साना पत्तानाचारोएन ने बताया कि हमलावर समेत तीन लेागों की मौत हो गयी जबकि अन्य हाथापाई में घायल हो गए। उन्होंने बताया, ''मरने वालों में दो अधिवक्ता हैं और एक शूटर (हमलावर) है।" उन्होंने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि अदालत कक्ष का झगड़ा घातक क्यों हुआ।


पीड़ितों की पहचान जारी नहीं की गयी है। अदालत कक्ष की खून सनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह घटना बैंकाक से 250 किलोमीटर दूर हुई है। थाईलैंड में बड़ी संख्या में लोगों के पास बंदूकें हैं और आपसी विवाद, प्रेम विवाद और व्यापारिक शत्रुता जैसे छोटे छोटे विवादों में अक्सर गोलियां चलती रहती हैं।


हां मैं बाबर हूं शहंशाह ए हिंद


491 साल 7 महीने 12 दिन के बाद आज अदालत ने बाबर को बा इज़्ज़त बरी किया........


मैं बाबर हूँ ... हाँ वही "शहंशाह ज़हीर उद्दीन मुहम्मद बाबर" जिसने 21 अप्रैल 1526 ई० को पानीपत के मैदान में इब्राहिम लोदी को हराया था और हिन्दुस्तान में मुग़लिया सलतनत की नीव रखी थी.


1530 ईo में 26 दिसम्बर का दिन था. आगरा में मौत ने मेरे ऊपर हमला किया. मैं ज़िन्दगी की जंग हार गया. मुझे काबुल में दफन किया गया और यह जगह बाग़-ए-बाबर के नाम से मशहूर हुई.


मैं कब्र में सुकून से सो रहा था तभी अचानक एक दस्तक ने मेरी आँख खोल दी. हिन्द से आये एक सफीर ने बताया कि मेरे ऊपर इल्ज़ाम है कि मैनें अयोध्या में राम मन्दिर तोड़ा है. मैं बेचैेन हो गया, मुझे याद ही नहीं कि मैने किस मन्दिर को तोड़ा था. मैने अपने सिरहाने से तूज़ुक-ए-बाबरी उठाई, यह मेरी किताब थी. इसको पढ़ना शुरू किया :::::-----


"मेरा अवध में एक गवर्नर था शैख़ बायज़िद ... उसनेे मुझसे बग़ावत की थी ... मैं 28 मार्च 1528 ई० को बग़ावत ख़त्म करने के लिए अवध पहुँचा था ... अयोध्या शहर से 8 मील दूर मैनें कैम्प किया और मेरे फौजी दस्तों ने सरयू के किनारे से बायज़िद को खदेड़ दिया"... ना मैं और ना ही मेरे सिपाही, अयोध्या शहर में दाखिल हुए, फिर मेरे ऊपर मन्दिर तोड़ने का इल्ज़ाम किसने लगाया.


मैं सोचता रहा कि किस से बात करूँ. मुझे किसी ने तुलसीदास का नाम बताया कि वो श्री राम का भक्त था, उससे बात करें वो सच बोलेगा. मैनें उसकी रूह से मुलाकात की. पूछा, तुम कब पैदा हुए थे ??? उसने जवाब दिया, हुज़ूर मुझे याद नहीं लेकिन हिन्द के इतिहासकार दो तारीख़ें बताते हैं, 1511 और 1532. यानी अगर 1511 मानी जाए तो मेरी मौत के वक्त तुम 19 साल के थे और अगर 1532 मानी जाए तो तुम मेरी मौत के 2 साल बाद पैदा हुए थे.


मैनें तुलसीदास से कहा कि मेरे ऊपर राम मन्दिर तोड़ने का इल्ज़ाम है, तुम्हें मालूम है ??? उसने कहा, जी मुझे मालूम है. क्या यह इल्ज़ाम सही है ??? उसने कहा, नहीं ग़लत है. मैं तो अयोध्या आता जाता रहता था, वहाँ ऐसी कोई बात नहीं सुनी थी. मैनें आपके पोते जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर के ज़माने में रामचरित्रमानस लिखी थी. अगर आपने मन्दिर तोड़ा होता तो मैं इसका ज़िक्र ज़रूर करता.


मुझे तुलसीदास की बात से तसल्ली हुई ... ख़ैर  !!! ज़माने बदलते रहे ... हुकूमतें बदलती रहीं ... हिन्द के नक़्शे बदलते रहे ... मैं भी क़ब्र में करवटें बदलता रहा ... और ख़ुदा से दुआ करता रहा कि इस इल्ज़ाम से बरी हो जाऊँ.


आज 9 नवम्बर 2019 है. मुझे 491 साल 7 महीने और 12 दिन के बाद इंसाफ मिला. लोग तो 5/10 साल में टूट जाते हैं ... लेकिन मैं तो शहंशाह हूँ, शहंशाह-ए-हिन्द ... मैं कैसे टूट सकता हूँ ... शहंशाह मायूस नहीं होते हैं. तुम भी मायूस ना हो, सब्र से काम लो. मुझे इंसाफ मिला, तुम्हें भी मिलेगा. मायूसी कुफ्र है क्या तुम्हें याद नहीं ...???  


   ना हो ना-उम्मीद, ना-उम्मीदी ज़वाल-ए इल्म-ओ-इरफाँ है,
   उम्मीद-ए-मर्द-ए-मोमिन  होते   हैं  ख़ुदा  के  राज़दानों  में.


आज की रात सुकून से सोऊँगा ... अब बस आखिरी अदालत में हाज़िरी होगी ... वहाँ ना अक्सरियत की आस्था होगी ना अक़्लियत के आँसू ... वहाँ सिर्फ इंसाफ होगा ... मैं भी देखूँगा, तुम भी देखना.


ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर
      शहंशाह-ए-हिन्द


नेहरू जी के जन्म दिवस पर भव्य कार्यक्रम शौर्य स्मारक के प्रांगण में होगा भव्य कार्यक्रम

*प्रकाशनार्थ*
*नेहरू जी के जन्म दिवस पर शौर्य स्मारक के प्रांगण में होगा* *भव्य कार्यक्रम जिसमें शामिल होंगे हज़ारों बच्चे।*


भोपाल। काॅगे्रस विधायक श्री आरिफ मसूद ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री तथा आधुनिक भारत के निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा, तथा शिक्षा के महत्व से अवगत कराने के लिए कई कार्यक्रम उनके कार्यकाल में ही प्रारंभ किये गए। *बाल दिवस के अवसर पर भोपाल में कार्यक्रम शौर्य स्मारक के प्रांगण में 14 नवम्बर 2019 को प्रातः 10ः30 बजे से आयोजित किया जाएगा विभिन्न विद्यालयों के हज़ारों छात्र-छात्राएं लेंगे भाग।*


*इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रख्यात शायर चिंतक तथा विचारक श्री आनंद मोहन गुलजार देहलवी तथा म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह जी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचैरी जी तथा कार्यक्रम के आयोजक मध्य विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री आरिफ मसूद जी भी उपस्थित रहेंगे*


इसी श्रृंख्ला मंे बच्चों के प्रति उनका यह लगाव, स्नेह और प्यार ही था जो उनके जन्म दिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। कल 04 नवंबर को पंडित जवाहरलाल नेहरू की चिरस्थायी स्मृति को रेखांकित करने के लिए भोपाल मध्य विधानसभा क्षेत्र के समस्त विद्यालयों द्वारा बाल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें पंडित नेहरू के राष्ट्र सेवा में किये गये अभूतपूर्व कार्याें के योगदान को भाषण, वाद विवाद, चित्रकला, प्रतियोगिता तथा रंगारंग कार्यक्रमों द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा और विद्यार्थियों एवं उनके पालकों के लिए एक सांस्कृतिक मेले का आयोजन भी किया गया है।


इस कार्यक्रम के दौरान नेहरू जी के जीवन वृत्त को दर्शाने वाली एक डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान ललित कला, खेल, अध्ययन क्षेत्र तथा सांस्कृतिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।


                   भवदीय,
            *(अब्दुल नफीस)*
                निज सचिव
9425004616, 7000277242


केला एक फायदे अनेक

1. वजन बढ़ाने के लिए अपने खाने के अलावा अतिरिक्त कैलोरी के लिए, दो समय केला दूध खाएं. इससे आपके वजन में बहुत जल्दी असर समझ आएगा, आप अंदर से उर्जावान भी महसूस करेंगें


2. केला का प्रोबायोटिक बैक्टीरिया पाचन तन्त्र ठीक करता है. केले में पाए जाने वाला पेसटिन तत्व कब्ज को दूर रखता है । केला जठराग्नि बढाता है, मतलब केला खाने से भूख बढ़ती है ।


3. जिम जाने वालों को आपने केला खाते जरुर देखा होगा । केला में पाए जाने वाला मैगनिशियम मसल्स के Contraction और Relaxation में मदद करता है और मांसपेशियाँ बनाने में कारगर होता है ।


4. केले का सेवन वजन बढ़ाने के सबसे प्रभावी व आसान तरीकों में से एक माना जाता है। रोज सुबह नाश्ते के साथ बनाना-मिल्कशेक का सेवन जरूर करें या फिर दिन में तीन बार केला खाएं। दूध या दही के साथ केला और भी अधिक फायदेमंद माना गया है। रोज़ाना इसे खाने से केवल एक महीने में ही आपको इसका असर देखने को मिलेगा।


5. वजन को बढ़ाने के लिए आपको दो गिलास रोजाना आपको दूध का सेवन करना चाहिए और यह आप इसका सेवन सुबह करते हैं तो उसके साथ साथ केला जरूर खाएं, और आपको बाजार से वहीं केला लेना है आप वहीं केला का सेवन करें जिस पर काले धब्बे हैं काले धब्बे का होना स्वास्थ्य केले की निशानी है।


बिना KISS के बात नहीं बनती, बॉलीवुड में कैसे शूट होते हैं किसिंग सीन? पहली बार जानें सच्चाई

एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला Updated Mon, 11 Nov 2019 11:40 PM IST   



यूं तो रुपहले पर्दे पर चुंबन अब कोई बहुत अनोखी चीज नहीं रहा, लेकिन इसे लेकर दर्शकों में जिज्ञासा हमेशा रहती है। मान लिया गया है कि वक्त बदलने के साथ चुंबन दृश्य स्वीकार लिए गए हैं। लेकिन यह बहस का विषय है कि स्वीकार्यता कितनी है। निर्माता-निर्देशक करन जौहर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कह कर इस बहस को हवा दी थी कि 'फिल्म में किसिंग सीन हों तो बॉक्स ऑफिस पर अच्छी ओपनिंग मिल जाती है। आज के सिनेमा से इतना तो तय हो चुका है कि प्यार के दृश्यों में अब आप कभी दो फूल, दो भंवरे या दो पक्षी एक-दूसरे की तरफ झुकते हुए नहीं देख सकेंगे।

हीरो-हीरोइनों को चुंबन दृश्य में कोई परहेज नहीं है।' करन शायद ज्यादा गलत नहीं हैं। दूर न जाएं। शाहिद कपूर और कियारा अडवानी की फिल्म 'कबीर सिंह' में दोनों के चुंबन दृश्य चर्चा में रहे। प्रेम की चर्चाओं के बीच लोग पर्दे के चुंबनों को सच मान बैठते हैं। वैसे करन की यह बात भी विचार करने लायक है कि की आज 'किसिंग सीन' नई पीढ़ी (न्यू-जेन) में आपत्तिजनक भावनाएं पैदा नहीं करते। नई पीढ़ी प्यार की इस अभिव्यक्ति को लेकर बहुत 'कूल' है। करन मानते हैं कि पहले के अभिनेता लोक-लाज रखते थे। आज ऐसा नहीं है। किसिंग को समाज में रिश्तों का अहम हिस्सा मान लिया गया है। अगर इन्हें सही ढंग से फिल्माया जाए तो किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए। 



कैसे फिल्माए जाते हैं किस सीन?
सिनेमा के पर्दे पर चुंबन कोई अजूबा नहीं रह गया है। इसे लगभग हर फिल्म में देखा जा सकता है। फिल्मों के चुंबन दृश्यों को दर्शक पैसा वसूल मानते रहे हैं। आपने भी फिल्मों में चुंबन सीन तो काफी देखे होंगे, लेकिन ये कैसे फिल्माए जाते हैं, इसे जानने की कभी कोशिश नहीं की होगी। डायरेक्टर्स और क्रू मेंबर्स के सामने अभिनेत्रियां कैसे आसानी से चुंबन सीन दे देती हैं? आपके सभी सवालों के इस खबर में आगे की स्लाइड में मौजूद हैं..
फिल्मों के अधिकांश किसिंग सीन रियल में फिल्माए जाते हैं। हालांकि अगर अभिनेत्रियां आपत्ति करें तो डायरेक्टर बॉडी डबल का प्रयोग भी कर लेते हैं। कई बार होता है कि अभिनेत्री किस सीन देने से साफ़ मना कर देती हैं। ऐसे में कहानी की डिमांड पर दूसरे तरीके से यह सीन फिल्माए जाते हैं। सोशल मीडिया पर 2014 में एक वीडियो वायरल हुआ था, वायरल हुए वीडियो में किसिंग सीन की शूटिंग का सच बताया गया था। 


ये सीन इन दोनों ऐक्टर्स की 2012 में आई तमिल/तेलुगु फिल्म 'मात्तारान' का है, जिसमें एक हॉल में काजल और सूर्या के बीच फिल्माया गया एक किसिंग सीन है, लेकिन इन दोनों ने हकीकत में एकदूसरे को किस ही नहीं किया था। सवाल ये है कि आखिर बिना किस किए फिल्म में एकदूसरे को कैसे किस करते नजर आए?

तो इसकी जानकारी मिलती है इस वायरल वीडियो में, जिसमें बिहाइंड द कैमरा के फुटेज से पता चलता है कि दरअसल काजल ने एक कुशन को किस किया था जबकि सूर्या ने एक प्लास्टिक शीट को किस किया था, जिसे बाद में विजुअल इफेक्ट्स की मदद से ऐसे दिखाया गया कि जैसे दोनों ने एकदूसरे को किस किया हो जबकि उन्होंने हकीकत में ऐसा किया ही नहीं था


लता मंगेशकर के लिए ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने ट्वीट किया

लता मंगेशकर को लेकर खबर आई है कि वो अस्पताल में भर्ती हैं । रविवार को देर रात 2 बजे उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई थी। जिसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अब लता मंगेशकर के लिए ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने ट्वीट किया है । हेमा मालिनी के ट्वीट के मुताबिक लता जी की हालत क्रिटिकल है।


अब्दुल जब्बार का योगदान भोपाल के गैस पीड़ितों के सराहनीय है

भोपाल गैस त्रासदी के बाद यहां के लाखों पीड़ितों के लिए दिन रात एक कर देने वाले साथी अब्दुल जब्बार का योगदान अप्रतिम है ।अपनी तबियत के प्रति उदासीन ,लेकिन पीड़ितों के लिए समूची व्यवस्था और सरकार को खबरदार करते रहने वाले जब्बार भाई के संघर्ष को मैंने करीब से देखा है और इस मामले में बेहिचक उनका आंख मूंदकर साथ दिया है ।
इन दिनों जब्बार भाई मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं ।मधुमेह, रक्तचाप जैसी बीमारियों का सामना पहले ही कर रहे हैं । आज साथी सचिन कुमार जैन से पता चला कि वे गेंगरीन का शिकार हो गए हैं । हज़ारों गैस पीड़ित परिवारों की दुआओं की पूंजी उनके साथ है मगर इलाज़ के लिए जिस पूंजी की जरूरत है, वह नाकाफी है । सचिन जैन, राकेश दीवान और उनके जैसे सैकड़ों दोस्त आज चिकित्सा के लिए भागदौड़ में जुटे हैं । कल एक बैंक खाता खोलने का तय हुआ है ।हम सब इसमें भरसक योगदान कर रहे हैं । 
बता दूं कि दुनिया भर में भोपाल के गैस पीड़ितों की लड़ाई लड़ने वाले जब्बार भाई को किसी सरकार ने उनके इस पीड़ित मानवता के लिए  संघर्ष पद्मश्री जैसे किसी सम्मान के लायक तक नहीं समझा । अब राहत की बात है कि मुख्य सचिव एस आर मोहंती ने बेहद संवेदनशील रवैया  दिखाते हुए बेहतर चिकित्सा के निर्देश दिए हैं । अनेक अधिकारी मित्र भी जब्बार भाई के लिए आगे आए हैं । हमारे इस नायक को सैल्यूट करते हुए आप सभी से सहयोग की अपेक्षा है ।


Pervez khan


क्या ओला, उबर इन डेंजर ऑफ ड्राइवर्स से खतरे में हैं?

राइड-हीलिंग कंपनियों ओला और उबर द्वारा आय में कटौती और प्रोत्साहन परिवर्तनों के कारण पिछले कुछ समय में कैब चालकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया है, दिल्ली में विषम-दिनों के दौरान सर्ज प्राइसिंग पर प्रतिबंध के बाद नवीनतम विरोध प्रदर्शनों के साथ।


कंपनियां कुछ शहरों में भुगतान और प्रोत्साहन संरचनाओं से संबंधित मुद्दों के कारण ड्राइवरों और कारों की कमी से निपट रही हैं। ड्राइवरों की संख्या में कमी का मतलब है कि यात्रियों को कैब लेने के लिए अधिक समय तक इंतजार करना पड़ता है, जो एक सुलभ, ऑन-डिमांड सेवा के रूप में राइड-हेलिंग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाता है।


वर्तमान में, बेंगलुरु में कैब की अनुपलब्धता की शिकायत करने वाले कई उपयोगकर्ताओं के साथ कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है । मुंबई भी कुछ हद तक इस समस्या का सामना कर रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ओला और उबेर ड्राइवरों की कमी के पीछे दो सबसे बड़े कारक निम्न प्रोत्साहन-भुगतान और वित्तपोषण या ऋण देने के विकल्पों में कमी हैं।


क्या ड्राइवरों को उबर, ओला द्वारा निष्कासित किया जा रहा है?


2015 में, बहुत सारे कैब चालक बेहतर राजस्व की उम्मीद में आकर्षक सवारी-हाइलिंग प्लेटफार्मों में शामिल हो गए। प्रारंभ में, कैब कंपनियों ने उच्च मजदूरी, अच्छी कामकाजी परिस्थितियों और आसान कार पंजीकरण की पेशकश की। कुछ कैब ड्राइवर आसानी से प्रति माह लगभग एक लाख कमा सकते हैं और एक बार तय लक्ष्य पूरा हो जाने के बाद, इन ड्राइवरों को प्रोत्साहन भी दिया जाता है।


वर्तमान में कटौती, ड्राइवरों को ऋण चुकाने में मुश्किल हो रही है। ड्राइवर्स ने प्रत्येक राइड पर अपना बकाया न पाने या कम कमाने के लिए विरोध प्रदर्शन भी शुरू किया है । बकाया भुगतान न होने के कारण शहरों में ड्राइवरों के संघों को वित्त कंपनियों द्वारा कारों को जब्त करने की शिकायत की गई है।


बेंगलुरु में ओला उबर ड्राइवर एसोसिएशन के प्रमुख तनवीर पाशा ने CNBCTV18 को बताया, "पिछले 12 महीनों में 18,000 कारों को जब्त किया गया, जिससे उपभोक्ताओं के लिए वाहनों की आपूर्ति में कमी आई है।"


हाल ही में, तेलंगाना में 50K से अधिक ओला और उबेर कर्मचारियों की एक संयुक्त एक्शन कमेटी (JAC) ने ओला, उबेर और अन्य स्थानीय कैब-हेलिंग सेवाओं को एक नोटिस दिया, जो बेहतर काम करने की स्थिति और अनिवार्य ग्राहक के रूप में लाभ की मांग करते हैं (KYC) ) ड्राइवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ग्राहकों का पंजीकरण।


2016 से ऋण देने में भी 50% की गिरावट है। एसोसिएशन का दावा है कि आज उधारदाताओं के बीच इस तरह के वाहनों को वित्त करने की आशंका बढ़ रही है।


उन्होंने कहा, हमने फाइनेंसरों से कहा है कि वे ड्राइवरों पर दबाव न डालें और भुगतान के लिए अधिक समय दें। बैंक हमें ऋण नहीं दे रहे हैं, क्योंकि उनके पास तरलता नहीं है। पाशा ने कहा कि वे नए वाहन ऋण नहीं दे रहे हैं।


फेरीकर लौट रहे बुजुर्ग को कार ने मारी टक्कर, नाजुक

Hindustan2019-11-12 22:03:01


शृंग्वेरपुरधाम मेला से फेरी कर लौट रहे बुजुर्ग को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दिया। इससे वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया, और साइकिल क्षतिग्रस्त हो गई। जानकारी होने पर पहुंची लालगोपालगंज पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर घायल बुजुर्ग को कौड़िहार सीएचसी भेज दिया, जहां उसकी हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।


नवाबगंज थाना क्षेत्र के पाठक का पूरा अंधियारी गांव निवासी चन्दूलाल धूरिया (58) साइकिल पर रखकर लइया कुरमुरा की फेरी कर अपना पेट पालता है। मंगलवार को वह शृंग्वेरपुर धाम स्थित लगे मेला में फेरी करने गया था। दोपहर करीब दो बजे वह मेला से लौट रहा था। अंधियारी गांव के आगे लखनऊ-प्रयागराजनेश्नल हाईवे पर टोलप्लाजा के पास पहुंचा और सड़क पार कर रहा था। तभी लखनऊ की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार ने बुजुर्ग को जोरदार टक्कर मार दिया। इससे वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा देख आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर चौकी प्रभारी लालगोपालगंज अमरनाथ सिंह हमराहियों के साथ पहुंच गए। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर घायल वृद्ध को सीएचसी कौड़िहार भेज दिया। सीएचसी से बुजुर्ग को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। बताते चलें कि वृद्ध घर में अकेला रहता है, एक वर्ष पूर्व आनापुर में सड़क हादसे में उसकी पत्नी की जान जा चुकी है


देवदहना गांव में युवक की हत्या कर हत्यारे फरार हुए।


प्रेस रिव्यू


सरायममरेज थाना क्षेत्र के देवदहना गांव के पास मंगलवार की सुबह संदिग्ध स्थित में एक युवक की लाश पाई गई। औंधे मुंह लाश पर बाइक गिरी पाई गई। कमाउ बेटे की मौत पर घर में कोहराम मच गया। परिजनों का आरोप है कि बेटे की अज्ञात लोगों द्वारा हत्या की गई।


सरायममरेज थाना क्षेत्र के सरायआलम गांव निवासी किसान अमृतलाल पटेल का बेटा सूरज पटेल (35) उतरांव के मोहम्मदाबाद बाजार में ठेला लगाकर लाई चना बेचने का काम करने के साथ अपनी खुद की बोलेरो जीप को भाड़े पर चलाता था। सोमवार की रात को मोहम्मदाबाद बाजार से घर सरायआलम के लिए चला लेकिन देवदहना गांव स्थित एक महाविलयके पास सूरज की सुबह संदिग्ध स्थित में लाश पड़ी मिली। औंधे मुंह सूरज की लाश पर बाइक गिरी पाई गई। सूरज के सिर में लोहे की राड से चोट के निशान पाये गये। धान की कटाई करने गये ग्रामीणो ने लाश को देखा तो शोर मचाया। यूपी 112 पुलिस को घटना से अवगत कराया गया। सरायममरेज थानाध्यक्ष मयफोर्स मौके पर पहुंचे तो कई गांव की भीड़ जमा हो गई थी। आनन फानन में लाश को सरायममरेज थाने उठा लाया गया। पंचायत नामा भर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण का पता चलेगा। वहीं मृतक सूरज के पिता अमृत लाल पटेल समेत परिजनो का आरोप है कि अज्ञात लोगो द्वारा सूरज की हत्या कर दी गई।


एवीजे हाइट्स सोसायटी में हत्या कर शव को 18वीं मंजिल से फेंकने के मामले का खुलासा।

प्रेस रिव्यू



ग्रेटर नोएडा: यूपी के ग्रेटर नोएडा पुलिस ने बीते दो नवंबर को एवीजे हाइट्स सोसायटी में हत्या कर शव को 18वीं मंजिल से फेंकने के मामले का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पत्नी की गैर मौजूदगी में आरोपी ने महिला को अपने फ्लैट पर बुलाया था। जिसके बाद आपस में विवाद होने और मृतका द्वारा अवैध संबंधों के खुलासे की धमकी के डर से आरोपी ने महिला की हत्या कर शव को फेंक कर आत्महत्या का रंग देने की कोशिश की थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बेलन और खून से सने कपड़े भी बरामद किए हैं।



जानकारी मुताबिक पुलिस की गिरफ्त में खड़े मुमताज को पुलिस ने बिहार के सुपौल स्थित पैत्रिक गांव छातापुर से गिरफ्तार किया है। जहां वह अपने महिला मित्र गरिमा देवी गौतम की हत्या करने के बाद छुप कर रह रहा था। सूरजपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में हुई प्रेस कान्फ्रेंस में एसपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि आरोपी मुमताज एवीजे हाइट्स सोसायटी की 18वीं मंजिल के फ्लैट नंबर 1804 में रहता है। उसकी पत्नी काफी दिनों से अपने मायके में रह रही है। उसकी गैर मौजूदगी में मुमताज ने उसने अपने फोन से कॉल कर अपनी महिला मित्र गरिमा देवी गौतम को अपने फ्लैट पर बुलाया था। मुमताज और गरिमा दोनों वैशाली में एक साथ काम करते थे, वहीं पर दोनों की दोस्ती हुई थी। वह आपसी सहमति से उसके फ्लैट पर आई थी। उसी दौरान किसी बात पर दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद के कारण मुमताज इस बात को लेकर डर गया कि कहीं गरिमा दोनों के बीच अवैध संबंधों का खुलासा न कर दे।



सुबह 04.00 बजे मुमताज ने शव को 18वीं मंजिल से फेंका था नीचे: SP एसपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि आरोपी मुमताज ने पूछताछ में बताया कि उसने कमरे में रखे बेलन से गरिमा के सिर में जोर से मार दिया। उससे उसका सिर फट गया। वह कमरे में ही बेड के पास गिरकर बेहोश हो गई। इससे डरकर मुमताज फ्लैट बन्द करके सोसाइटी के नीचे प्रेस (धोबी) के पास बैठ गया। महिला के सिर से लगातार खून बहने के कारण उसकी मौत हो गई। घटना के कुछ घंटे बाद शाम को करीब 06.30 बजे मुमताज ने गरिमा के शव को बेड के अन्दर रख दिया और सामने रहने वाले अपने भाई के फ्लैट में चला गया। अगले दिन सुबह 04.00 बजे मुमताज ने शव को बेड से निकाला और 18वीं मंजिल से नीचे फेंक दिया। उन्होंने बताया कि उसके बाद वह फिर अपने भाई के फ्लैट पर ही रहा। सिक्योर्टी गार्ड के शोर मचाने के दौरान ही वह वहां से निकल गया। पुलिस से बचने के लिए आरोपी गाजियाबाद, गुड़गांव में भटकता रहा। फिर अपने पैत्रिक गांव बिहार के सुपौल चला गया। आखिर, पुलिस ने सूचना के आधार पर उसे उसके गांव छातापुर से गिरफ्तार कर लिया।


अंतर्राष्ट्रीय सीमा से अब तक पांच करोड़ रुपए कीमत की हेरोइन बरामद की।


जालंधर सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पंजाब में अमृतसर सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के नजदीक से एक किलोग्राम हैरोइन बरामद की है।  बीएसएफ के उपमहानिदेशक एवं प्रवक्ता भास्कर सिंह रावत ने आज यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में आंतकवादियों की घुसपैठ को देखते हुए बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर के महानिरीक्षक महिपाल यादव के निर्देशों पर पंजाब की सीमाओं पर अतिरिक्त सुरक्षा बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि अमृतसर सेक्टर में सीमा पर लगी कंटीली बाड़ के नजदीक एक पैकेट बरामद किया जिसका कुल वजन एक किलोग्राम था।  रावत ने बताया कि बीएसएफ ने इस वर्ष अब तक 197 किलो 368 ग्राम हैरोइन बरामद की है। जवानों ने भारतीय सीमा लांघने के आरोप में 72 लोगों तथा 10 तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसके अतिरिक्त 366 ग्राम अफीम , 455 कारतूस, 17 भारतीय मोबाइल फोन, 17 भारतीय सिम कार्ड, आठ पाक सिम कार्ड और 10 हथियार बरामद किए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग पांच करोड़ रुपए बताई जा रही है।


Featured Post

भोपाल में ई-रिक्शा प्रतिबंध | ट्रैफिक सुधार के लिए बड़ा फैसला

भोपाल में ई-रिक्शा प्रतिबंध | ट्रैफिक सुधार के लिए बड़ा फैसला भोपाल में ई-रिक्शा प्रतिबंध: ट्रैफ...