केज कल्चर विधि से मछली पालन की सफल गतिविधि का प्रभारी सचिव शिवशेखर शुक्ल द्वारा अवलोकन किया गया

  जिले के अनूपपुर विकासखंड के ग्राम डोला में कोयले की बंद पड़ी खदान में मत्स्य पालन विभाग द्वारा केज कल्चर विधि से मछली पालन की सफल गतिविधि का प्रभारी सचिव शिवशेखर शुक्ल द्वारा अवलोकन किया गया। उक्त गतिविधि का संचालन मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के ज्योति स्वसहायता समूह सदस्यों द्वारा विगत एक वर्ष से सफलता पूर्वक किया जा रहा है। 
    प्रभारी सचिव केज कल्चर विधि से किये जा रहे मत्स्य पालन गतिविधि के तकनीकी पहलुओं से अवगत हुए तथा गतिविधि की विभिन्न प्रक्रियाओं को समूह सदस्यों एवं सहायक संचालक मत्स्योद्योग  शिवेंद्र सिंह परिहार से जाना। आपने कहा बंद पड़ी खदानो पर केज कल्चर के माध्यम से मत्स्योत्पादन संसाधनों के उचित प्रबंधन का अनुकरणीय उदाहरण है। इस दौरान समूह की महिलाओं ने प्रभारी सचिव को अवगत कराया कि मत्स्यपालन विभाग द्वारा नियमित रूप से मार्गदर्शन एवं समय समय पर तकनीकि प्रशिक्षण प्रदान किया गया जिसकी वजह से हमारे विश्वास एवं उत्साह में वृद्धि हुई और हम अच्छा उत्पादन प्राप्त करने में सफल रहे। उल्लेखनीय है कि अब तक समूह 5 टन मछलियाँ बेच चुका है तथा लगभग इतनी ही मछलियों का और उत्पादन सम्भावित है। मत्स्य विभाग द्वारा मछलियों के विक्रय एवं उत्पाद के रखरखाव हेतु भी योजनांतर्गत सहयोग प्रदान किया गया है।
    प्रभारी सचिव ने मत्स्य पालन विभाग एवं गतिविधि संचालक समूह सदस्यों को गतिविधि के सफलता पूर्वक संचालन के लिए बधाई दी एवं भविष्य के लिए शुभकानमाएँ प्रदान की। आपने कहा बंद पड़ी खदानो में निर्मित तालाबों का यह वातावरण पर्यटन गतिविधियों के लिए उपयुक्त है आपने इस प्रयास को विस्तारित कर पर्यटन गतिविधियों को शामिल करने पर कार्य करने के लिए कहा


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