🚫 ई-रिक्शा पर प्रतिबंध, पेट पर संकट: 11,000 परिवारों की आजीविका अधर में 📅 दिनांक: 22 जून 2025 ✍️ संवाददाता: फराज खान | Awaam Tak 📍भोपाल 🔊 पोस्ट सुनिए --- “गाड़ी तो बंद हो गई, लेकिन घर का चूल्हा कैसे जलाएं साहब?” यह सवाल है भोपाल के एक ई-रिक्शा चालक राकेश यादव का, जिनकी रोज़ की आमदनी अब प्रशासन के एक आदेश से ठप हो गई है। राजधानी भोपाल में ट्रैफिक सुधार के नाम पर लिया गया यह निर्णय — मुख्य सड़कों पर ई-रिक्शा प्रतिबंध — भले ही शहर की यातायात व्यवस्था के लिहाज से उचित लगे, लेकिन इसके पीछे छुपी मानवीय पीड़ा की तस्वीरें कहीं गुम हो गई हैं। --- कितने लोग प्रभावित? भोपाल शहर में करीब 11,000 ई-रिक्शा पंजीकृत हैं, जिनमें से अधिकांश चालक दिहाड़ी पर निर्भर हैं। सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक, यही रिक्शा उनके लिए इनकम का एकमात्र ज़रिया था। अब जब इन पर मुख्य सड़कों पर प्रतिबंध लग गया है, तो: करीब 40,000 लोगों की आजीविका संकट में है (एक चालक के पीछे पूरा परिवार निर्भर होता है) कई चालकों ने बैंक या निजी कर्ज़ लेकर ई-रिक्शा खरीदा है – अब किस्त चुकाना भी मुश्किल हो गया है जोनल मार...