हायर सेकेंडरी स्कूल सिंगोट व गुड़ीखेड़ा में गुरूवार को निरोगी काया अभियान के तहत् तम्बाकू नोडल अधिकारी डॉ. जीएस छाबड़ा द्वारा तम्बाकू एंव तम्बाकू से बने पदार्थ के सेवन करने से होने वाले दुष्परिणमों की जानकारी देते हुए बताया कि तम्बाकू जानलेवा है। तम्बाकू निकोटिन खाने से व्यक्ति को नशे का आदि बना देता है। तम्बाकू सेवन से शरीर के हर अंग को कैसर से खतरा होता है जिसमें गले, मुह, फेफड़े, आहार नली, गुर्दा, रक्त, पेट, मूत्रालय, स्तन, लिवर और गर्भास्य जैसे कैंसर से प्रभावित होते है । डॉ. छाबड़ा ने बताया कि तम्बाकू खाने व सिगरेट पीने की आदत छोडने के लिए टोल फ्री नं. 1800112356 प्रातः 8 बजे से रात्री 8 बजे तक सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते है।
डॉ. छाबड़ा ने बताया कि तम्बाकू सेवन अधिनयम की धारा 4 के तहत् समस्त सार्वजनिक स्थान जैसे शासकीय, अर्ध्दषासकीय कार्यालयो, शालाओ, अस्पतालो, मनोरंजन केन्द्र, सभागृह, न्यायालय परिसर, पुस्तकालय, लोक परिवहन रेल्वे स्टेशन रेस्टोरेंट, प्रतिक्षालय व अन्य कार्य स्थल मे धूम्रपान करना एवं सेवन करना प्रतिबंधित है। ऐसे स्थानों पर ध्रूमपान करते पाये जाने पर रू. 200 का जुर्माना हो किया जाता है। तम्बाकू से होने वाले दुष्परिणाम पर विद्याालय के विद्यार्थियों द्वारा चित्रकला, निबंध और भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जिसमें प्रथम, द्वितीय तृतीय साथ ही प्राप्त करने वाले बच्चों को षिल्ड व प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही निरोगी काया अभियान के तहत् ग्रामीण स्कूलों में योगा व पीटी के माध्यम से विद्यार्थियों को स्वस्थ कैसे रहे और अपने परिवार को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए जानकारी दी गई।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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