राज्य शिक्षा केन्द्र एवं साईट सेवर्स संस्था ने संयुक्त रूप से दृष्टि-बाधित एवं अल्प दृष्टि-बाधित स्कूली बच्चों को पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराने के लिये ऑनलाइन प्लेटफार्म “सुगम्य पुस्तकालय” प्रारम्भ किया है। इस पर बच्चें नि:शुल्क पंजीयन कराकर उपलब्ध पाठ्य-पुस्तकों का ऑनलाइन अध्ययन कर सकेंगे।
सुगम्य पुस्तकालय पर उपलब्ध 15 हजार से अधिक पुस्तकें मोबाइल/कम्प्यूटर पर डाउनलोड कर बच्चों को उपलब्ध कराई जा सकेंगी। इस नवाचार द्वारा दृष्टि-बाधित एवं अल्प दृष्टि-बाधित स्कूली बच्चों के लिये आइकफ आश्रम में आज कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रदेश के सभी जिलों के मोबाइल स्रोत सलाहकार को ऑनलाइन संचालन के लिये प्रशिक्षित किया गया। मोबाइल स्रोत सलाहकार शाला स्तर पर बच्चों को पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध कराएंगे।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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