जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्या. अनूपपुर के कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि अनूपपुर जिलें की बाछड़ा, बेडिया एवं कंजर जाति की युवतियां जो न्यूनतम कक्षा 10वीं उत्तीर्ण हो, जिनकी उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच हो तथा आवेदिका पूर्व में नियोजित न हो, उन्हें मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजना अन्तर्गत एफ.टी.सी. (फिल्ड टेक्नीशियन कम्प्यूटिंग एण्ड पेरिफेरल) ट्रेड में प्रशिक्षण दिया जाना है। इस हेतु आवेदन पत्र 15 दिसम्बर 2019 तक आमंत्रित है। प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु आवेदिका को आवेदन पत्र के साथ सक्षम अधिकारी द्वारा जारी जाति प्रमाण-पत्र, निवास प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, शैक्षणिक योग्यता, आय प्रमाण-पत्र एवं जन्म दिनांक हेतु प्रमाण-पत्र अनिवार्यतः संलग्न किया जाना है। आवेदिका को शिक्षित बेरोजगार एवं शाला त्यागी (ड्राप आऊट) होना चाहिए। इनके माता-पिता/अभिभावक अथवा स्वयं की आय गरीबी रेखा से नीचे हो, या पोस्ट मैट्रिक छात्रों की पात्रता हेतु भारत सरकार के समान हो, इस योजना के तहत किसी भी अभ्यर्थी द्वारा प्रशिक्षण का लाभ केवल एक बार ही लिया जा सकेगा। प्रशिक्षण की अवधि एम.ई.एस. के मापदण्डों के अनुरूप या मुख्यालय द्वारा समय-समय पर जारी किये गये निर्देशानुसार होगी। मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन प्रशिक्षण के सम्बन्ध में कार्यपालन अधिकारी द्वारा बताया गया कि एफ.टी.सी. प्रशिक्षण (फिल्ड टेक्नीशियन कम्प्यूटिंग एण्ड पेरिफेरल) ट्रेड में मदीहा एजूकेशन वेलफेयर सोसायटी भोपाल के माध्यम से प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। अतः अनुसूचित जाति के अन्य आवेदकों की भांति बाछड़ा, बेड़िया, एवं कंजर जाति की युवतियां उक्त ट्रेड़ों में प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहती है तो वो अपना आवेदन पत्र जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्या. अनूपपुर संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर कमरा नं.-86 स्थित कार्यालय में निश्चित समयावधि में आवश्यक सहपत्रों सहित जमा कर सकते हैं।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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