उज्जैन में 30 नवंबर शनिवार को आयोजित सेना भर्ती रैली में अनुसूचित जनजाति के भाग लेने वाले जिले के 30 युवाओं को बस के माध्यम से शुक्रवार को बड़वानी से रवाना किया गया। इन युवाओं के साथ पीटीआई भी गये है जो युवाओं को समय पर मार्गदर्शन एवं खाने-पीने-रहने, वापस बस से लौटने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
आदिवासी वित्त विकास निगम के प्रबंधक श्री जेपी मेहरा से प्राप्त जानकारी अनुसार उज्जैन में आयोजित इस भर्ती रैली में बड़वानी जिले के अनुसूचित जनजाति के युवाओं का अधिक से अधिक चयन हो इसके लिये उन्हें सात दिवसीय विशेष प्रशिक्षण बड़वानी में दिलवाया गया है। साथ ही इन युवाओं को उज्जैन तक आने-जाने एवं रहने-खाने-पीने की भी समस्त व्यवस्था निःशुल्क उपलब्ध कराई गई है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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