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Showing posts with the label राजनीति

इमरती की फीकी पड़ी मिठास 8000 वोटों से हुई पराजित

इमरती देवी जो अक्सर अपने बयानों से विवादों में घिरी रहती हैं और कमलनाथ की एक सभा में आइटम से काफी चर्चा में आई और जिनका प्रचार करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने डबरा में सभा की थी और डबरा में ज्योतिरादित्य सिंधिया की जुबान फिसली थी और उन्होंने कहा था कि हाथ के पंजे वाला बटन दबाना है फिर बाद में उन्होंने बात को संभालते हुए कमल के फूल का बटन दबाना है कहा था आपको बताते चलें कि आज 10 नवंबर उपचुनाव का नतीजा आना था तो इमरती देवी या यूं कहें कि इमरती की मिठास चली गई आपको बताते चलें के अपने प्रतिद्वंदी सुरेश राजे से इमरती देवी 8000 से ज्यादा वोटों से पराजित हो गई है और डबरा की जनता ने इमरती देवी को नकार दिया है   संवाददाता : फ़राज ख़ान

हजारों लोगों का कहना के राजीव त्यागी की मौत के जिम्मेदार है संबित पात्रा

राजीव त्यागी कांग्रेस प्रवक्ता का आज तक के दंगल के टीवी डिबेट में दिल का दौरा पड़ने के बाद हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया हजारों लोगों की मांग है के संबित पात्रा राजीव त्यागी की मौत के जिम्मेदार हैं और उन पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए क्योंकि संबित पात्रा डिबेट में जोर जोर से चिल्ला रहे थे और उन्हें जयचंद और नकली हिंदू बता रहे थे और राजीव त्यागी के टीका लगाने पर भी टिप्पणी कर रहे थे

13 मार्च को निज़ामुद्दीन की जमात गलत है तो, 18 मार्च का राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में सांसदों को दिया गया भोज क्या सही है

13 मार्च को निज़ामुद्दीन की जमात गलत है तो, 18 मार्च का राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में सांसदों को दिया गया भोज, और 20 मार्च को भाजपा कार्यालय पर जश्न सही कैसे? 19 मार्च को रात 8 बजे प्रधानमंत्री ने देश को #पहली_बार बताया की #22_मार्च को देश में जनता कर्फ्यू लगाया जाएगा और #करोना से राष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी. (1). महामहिम #राष्ट्रपति_कोवींद जी ने 18 मार्च को राष्ट्रपति भवन में UP और राजस्थान के सांसद के लिए ब्रेकफास्ट का आयोजन किया था. अगर 13 का गैदरिंग गलत था तो ये कैसे सही? जबकि इस भोज में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह भी उपस्थित हुए, जो इससे पहले वो गायक कनिका कपूर के साथ भी पार्टी शेयर कर चुके थे. ये वही कनिका कपूर हैं जिनमें COVID-19 पॉज़िटिव पाया गया है.  (2). मैं 20 मार्च को भोपाल के भाजपा कार्यालय की तस्वीरें शेयर कर रहा हूं जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मा. शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी हज़ारों समर्थकों के साथ शामिल थे.  #13_से_15_मार्च को  #COVID19 के ख़िलाफ़ सोशल डिस्टेंस या लॉकडाउन की कोई सा...

नागरिक संशोधन विधेयक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पहली याचिका दाखिल

नागरिक संशोधन बिल पारित होने के पश्चात पूर्वी उत्तर राज्यों से इस बिल के खिलाफ़ असम, मेघालय, त्रिपुरा, गुवाहाटी, मध्य प्रदेश आदि से लोग सड़कों पर उतर आए हैं और धरने प्रदर्शन जुलूस आगजनी वगैरा  की घटनाएं आम हो रही हैं। नागरिक संशोधन विधेयक के खिलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में पहली याचिका दाखिल हो गई है। इंडियन मुस्लिम लीग के चार सांसदों ने यह याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि धर्म के आधार पर वर्गीकरण की संविधान इजाजत नहीं देता है। इसलिए जरूरी है कि इस विधेयक को रद्द किया जाए। इंडियन मुस्लिम लीग की तरफ़ से कपिल सिब्बल इस केस को लड़ेंगे।

रेप इन इंडिया मामले पर नहीं मांगेंगे राहुल माफी

आज संसद में स्मृति ईरानी और भाजपा की महिला सांसदों  ने राहुल गांधी के बयान, रेप इन इंडिया ,पर राहुल से माफी मांगने का मुद्दा उठाया। इस मुद्दे को राहुल गांधी ने खारिज करते हुए कहा कि मेरे पास मोदी जी की वीडियो क्लिप है मैं नहीं मांगूंगा माफी। और कहां के मेघालय त्रिपुरा  और असम जल रहा है और यह मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

हनुमान जी ने तो सिर्फ लंका जलाई थी, लेकिन ये आधुनिक हनुमान जी तो पूरे भारत में आग लगा देंगे

नागरिक संशोधन बिल और असम में इंटरनेट सेवाओं को बंद करने के बाद सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने कहा ट्वीट करके। हनुमान जी ने तो सिर्फ लंका जलाई थी, लेकिन ये आधुनिक हनुमान जी तो पूरे भारत में आग लगा देंगे। ज्ञात रहे कि आज असम और भारत के कई इलाकों में नागरिक संशोधन बिल का विरोध करने के लिए लोग सड़कों पर धरने प्रदर्शन कर रहे हैं।

नागरिक संशोधन बिल संस्कृति और संविधान के विपरीत ,,ज्योतिरादित्य सिंधिया

नागरिक संशोधन बिल राज्यसभा में भी हुआ पास। नागरिक संशोधन बिल के पक्ष में पड़े 125 वोट। नागरिक संशोधन बिल के विरोध में पड़े 105 वोट। नागरिक संशोधन बिल को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इसके विरोध में दी अपनी तीखी प्रतिक्रिया ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा के यह संस्कृति और संविधान के विपरीत है।

कांग्रेस ने कहा हर दिन भारत में होते हैं 106 रेप

लोकसभा में उन्नाव रेप केस पीड़िता की मौत पर निराशा व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री पर तीखा वार करते हुए कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा। भारत में हर दिन 106 रेप होते हैं, उन्नाव रेप पीड़िता की मौत हो गई. हम शर्मिंदा हैं, लेकिन प्रधानमंत्री कभी कोई बयान नहीं देते , उन्होंने आगे कहां की प्रधानमंत्री सभी मुद्दों पर तो बोलते हैं पर महिलाओं के  मामले में चुप रहते हैं, मेड इन इंडिया से भारत अब धीमे-धीमे रेप इन इंडिया की ओर बढ़ रहा है।

असदुद्दीन ओवैसी ने सांसद में फाड़ा बिल

  एम आई एम के प्रमुख श्री असदुद्दीन ओवैसी ने नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल को  फाड़ाए।  

"यह सुबह-सुबह की बात है"एक और उद्योगपति का सरकार पर वार

राजा बोला रात है रानी बोली रात है मंत्री बोला रात है संत्री बोला रात है यह सुबह-सुबह की बात है..... इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। हर्ष गोयंका के  ट्वीट को भी देश के मौजूदा हालात से जोड़कर देखा जा रहा है। इससे पहले देश के आर्थिक हालात पर उद्योगपति राहुल बजाज फिर बायो कान के एमडी किरण मजूमदार शॉ ने सरकार पर निशाना साधा था इस कड़ी में अब गोयंका का भी नाम जुड़ गया है हालांकि गोयंका ने इस ट्वीट को हटा ली है।

कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को सुप्रीम कोर्ट से मिली सशर्त जमानत

पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। पी चिदंबरम को यह जमानत सशर्त मिली है। चिदंबरम को यह जमानत ईडी से जुड़े मामले में मिली है। बताते चलें कि इससे पहले चिदंबरम को सीबीआई के केस में जमानत मिल चुकी है। चिदंबरम ने इस केस के मामले को जो हाईकोर्ट से फैसला आया था उसको सुप्रीम कोर्ट ने खारिज करते हुए उन्हें दो लाख के बांड के साथ  यह जमानत दी गई है। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत के साथ कई शर्तें लागू की है चिदंबरम कोई बयानबाजी और इंटरव्यू नहीं दे सकेंगे और इस केस के मामले के गवाहों से भी संपर्क नहीं कर सकेंगे और बिना सरकार की इजाजत के वह कोई भी विदेश यात्रा नहीं कर सकते हैं। पी चिदंबरम 106 दिनों से न्यायिक हिरासत में चल रहे थे।

वहां मस्जिद थी,है ,और रहेगी, बोले अकबरुद्दीन ओवैसी

वहां मस्जिद थी ,है ,और रहेगी, यह कहना है (एम आई एम) मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी का। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है और इस फैसले को लेकर मुस्लिम पक्षकार एम सिद्दीकी ने पुनर्विचार याचिका दायर की है और जल्द ही मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड भी पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगा। मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा ,यह एक हकीकत है, चाहे वहां कुछ भी बने, वहां मस्जिद थी, है ,और रहेगी, आपको बता दें मक्के मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं है, और सहमत नहीं है,इसी तरह असदुद्दीन ओवैसी भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर असंतुष्ट हैं और वह भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सहमत नहीं है। असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी कहा था सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम है पर अचूक नहीं है सुप्रीम कोर्ट से भी चूक हो सकती है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि यह आस्था की जीत है। और असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी आशंका भी ज़ाहिर करते हुए कहा था किस संघ परिवार की लिस्ट में लखनऊ मथुरा और काशी की मस्जिदे है।  

उद्धव सरकार ने महाराष्ट्र विधानसभा में अपना फ्लोर टेस्ट में कामयाबी हासिल की

उद्धव सरकार ने महाराष्ट्र विधानसभा में अपना फ्लोर टेस्ट पास कर लिया है. सरकार के पक्ष में 169 वोट पड़े हैं, जो बहुमत के आंकड़े से 24 वोट अधिक है महाराष्ट्र विधानसभा में कुल सीटें 288 हैं. बहुमत के लिए कम से कम 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है शिवसेना के 56, एनसीपी के 54, कांग्रेस के 44 विधायको को मिलकर आंकड़ा 154 है. इन सभी विधायकों ने सरकार के पक्ष में वोट डाला. इनके अलावा छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों ने भी उद्धव सरकार के पक्ष में वोट डाला. महा विकास अघाड़ी को 169 विधायकों का समर्थन मिला. उद्धव सरकार के पक्ष में शिवसेना के 56, एनसीपी के 54, कांग्रेस के 44, सपा के 2, स्वाभिमानी शेतकारी  के एक, बहुजन विकास अघाड़ी के 3, पीडब्लूपी के एक और निर्दलीय 10 विधायक रहे. इसमें एनसीपी के एक विधायक को प्रोटेम स्पीकर बना दिया गया था, इस वजह से 169 विधायकों ने वोट डाला. फ्लोर टेस्ट से पहले बीजेपी के विधायकों ने वॉक आउट कर दिया था. बीजेपी के वॉक आउट की वजह से 115 विधायक सदन में मौजूद नहीं रहे. इस दौरान चार विधायक तटस्थ रहे. यानी इन विधायकों ने न तो उद्धव सरकार के समर्थन में किया और न ही विपक्ष मे...

साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का संसद में विवादित बयान

नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने के बाद प्रज्ञा ठाकुर पर विपक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई भारतीयजनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह को रक्षा मंत्रालय की समिति से हटाया भाजपा संसदीय दल की किसी भी बैठक में भी उन्हें नहीं बुलाया जाएग पार्टी से बाहर करने की तैयारी  भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल होने पर भी प्रतिबंध लगा।

शहर काज़ी रायसेन ने पत्रकार वार्ता में बताया ,कि मुझे जान से मारने की धमकी मिली है

रायसेन जिले के शहर काशी जहीरूद्दीन ने आज भोपाल में पत्रकार वार्ता में बताया कि मध्य प्रदेश शासन के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील ने मुझे प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से अधिकारियों पर दवाव बनाकर विगत 8 महीने से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है मैं शहर काज़ी  रायसेन में ब वर्ष 2005 से पदस्थ हूं तथा लगातार अपनी सेवाएं दे रहा हूं वर्तमान में मसाजिद कमेटी के गठन उपरांत से ही मसाजिद कमेटी के सचिव एसएम सलमान द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री  आरिफ अकील के कहने पर मेरे हर काम में दखलअंदाजी करना शुरू कर दिया था जिला रायसेन के बेगमगंज उदयपुरा सिलवानी गढ़ी, सूरज गंज बाड़ी सुल्तानपुर सहित रायसेन जिले के सभी क्षेत्रों के निकाह खा  को भोपाल  स्थित कमेटी के मसाजिद कमेटी के सचिव द्वारा पत्राचार कर रायसेन दारूल क़ज़ा  से निकाह फॉर्म ना लेने और रायसेन दारुल कजा में जमा नहीं करने करने का आदेश जारी किया है मुझे निकाह तकमील करने से मना किया गया रायसेन के एलडीसी फैज़ान सिद्दीकी को एक पत्र भेजकर दारुल कज़ा भोपाल में अटैच कर लिया गया है जिससे दारूल क़ज़ा रायसेन में मुझे कार्य करने में परे...

समरीन को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया.

नागौर.  राजस्थान निकाय चुनाव 2019 (Rajasthan Local Body Elections 2019) में  नागौर (Nagaur) के मकराना नगर परिषद् (Nagar parishad Makrana) में पहली बार स्पष्ट बहुमत हासिल करने वाले कांग्रेस पार्टी (Rajasthan Congress) की समरीन को निर्विरोध सभापति निर्वाचित किया गया है. यहां 16 नंवबर को मतदान के बाद 19 नवंबर को नतीजों की घोषणा हुई थी. पहली बार मकराना में स्पष्ट बहुमत के बाद भी यहां सभापति की कुर्सी को लेकर कांग्रेस में बगावत हो गई. कांग्रेस ने मकराना में कांग्रेस जिलाध्यक्ष की पुत्री समरीन को बनाया प्रत्याशी बनाया तो कांग्रेस के सिंबल से चुनाव लड़ने वाले पार्षदों ने भी निर्दलीय ताल ठोक दी. हालांकि 23 नवंबर यानी शनिवार को सभापति के लिए नामांकन वापस लेने अंतिम दिन विरोध समाप्त हुआ और समरीन को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया.

असद्दुदीन ओवैसी बोले, मुझे मस्जिद वापिस चाहिए।

अयोध्या के दशकों पुराने विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर को आखिरकार फैसला सुनाया। फैसले में जहां विवादित जमीन राम लला के मंदिर के लिए सौंप दी गई वहीं मुस्लमानों को मस्जिद बनाने के लिए अलग से 5 एकड़ जमीन देने की बात कही गई। ऐसे में कोर्ट के इस फैसले को कई जगह पूरी तरह स्वीकार किया गया। लेकिन अब एआईएमआईएम के अध्यक्ष असद्दुदीन ओवैसी ने फैसले पर टिप्पणी की है। उन्होंने एक निजी मैगजीन में खुद से जुड़ी एक खबर को कोट करते हुए लिखा- मुझे अपनी मस्जिद वापस चाहिए।  बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले से असंतुष्टि जताते हुए कहा था कि मैं इस फैसले से संतुष्ट नहीं हूं। साथ ही मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ जमीन देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ओवैसी ने ये कहकर मानने से इनकार कर दिया कि हम खैरात की जमीन नहीं ले सकते। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह उनका निजि विचार है, मगर सुन्नी वक्फ बोर्ड को इसका फैसला लेना है कि वह इस जमीन के प्रस्ताव को मानते हैं या नहीं। 

भाजपा और शिवसेना का वर्तमान में “नो यू-टर्न” जैसा रिश्ता है, जिसे उलटा नहीं किया जा सकता.

प्रेस रिव्यू मुंबई.महाराष्ट्र में सत्ता की लड़ाई को अंतत: कोई नहीं तोड़ पाया. भाजपा, शिवसेना और एनसीपी-कांग्रेस की एक साथ सरकार बनाने में विफलता ने आखिरकार राष्ट्रपति शासन लगा दिया. हालाँकि, इन सभी राजनीतिक स्थितियों में, एक बात जो चर्चा में है, वह यह है कि महाराष्ट्र की राजनीति में एक अच्छे खिलाड़ी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, माना जाता है कि शिवसेना की राजनीतिक मुठभेड़ को हिंदू सेना को अलग करने में सफल रही है भाजपा क्योंकि भाजपा और शिवसेना का वर्तमान में “नो यू-टर्न” जैसा रिश्ता है, जिसे उलटा नहीं किया जा सकता. महाराष्ट्र की राजनीति पर नजर रखने वाले राजनीतिक कारकों में से एक यह है कि शिवसेना ने शरद पवार पर भरोसा करके सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत का द्वार खोला था. जब राज्यपाल कोशियारी ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया, तो उसके पास राकांपा और कांग्रेस समर्थित पत्र नहीं थे. माना जाता है कि एनसीपी ने पत्र तैयार किया है, लेकिन माना जाता है कि कांग्रेस समर्थित पत्र ने विलंबित स्थिति पैदा की है. उनका कहना है कि सोनिया गांधी शरद पवार के संपर्क में थीं. जब राज्यपाल द...

भाजपा की नीतियां विनाशक जबकि समाजवादी पार्टी निर्माण और रचना की पक्षधर- अखिलेश यादव IndiaS News2019-11-11 19:36:03

IndiaS News2019-11-11 19:36:03 लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश भर में जहां आज गुरू नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है वहीं भाजपा सरकार अंधेरे गलियारे में ढकेल रही है. भाजपा और समाजवादी पार्टी में यही अंतर है कि समाजवादी पार्टी भाजपा के कारनामों से संघर्ष कर रही है. भाजपा की नीतियां विनाशक हैं जबकि समाजवादी पार्टी निर्माण और रचना की पक्षधर है. श्री यादव ने आज पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में विभिन्न जनपदों से मिलने आए कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा समाज को दिशा भ्रम का शिकार बना रही है. बुनियादी समस्याएं जहां की तहां मुंह बाए खड़ी हैं, ढाई वर्ष सरकार के पूरे हो जाने पर भी उनके समाधान के लिए कोई प्रयास नहीं हुए हैं. कानून व्यवस्था के हालात बिगड़े हुए हैं. बिना कोई काम किए भाजपा सरकार ने फिजूल की बातों में समय बर्बाद कर दिया. अखिलेश यादव आज तमाम ऐसे लोगों से मिले जो अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे लेकिन उन्हें आज तक आवास नहीं मिला. नौजवानों ने कहा कि प्रदेश में रोजगार के अवसर न के बराबर हैं. जो उद्योगधंधे है...

अयोध्या मामले में भड़काऊ भाषण देने पर AIMIM पार्टी के अध्यक्ष ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज

भोपाल:  मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अधिवक्ता पवन कुमार यादव ने जहांगीर थाने में एआईएमआईएम पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। वहीं यह शिकायत ओवैसी के खिलाफ अयोध्या मामले पर भड़काऊ भाषण देने और सुप्रीम कोर्ट के विरुद्ध जाने पर हुई है। असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ राजद्रोह और धर्म विशेष के लोगों को भड़काने के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। भारत के सबसे विवादास्पद अयोध्या मामले में ऐतिहासिक निर्णय आने के समय देश के सभी शहरों में धारा 144 लागू की गई थी। इसके साथ ही सोशल मीडिया (फेसबुक और वाट्सएप आदि) पर भी किसी भी प्रकार की विवादास्पद ओर भड़काऊ पोस्ट आदि पर भी प्रतिबंद लगा रखा था। वहीं इसके बावजूद माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद असदुद्दीन औवेसी का एक वीडियो फेसबुक पर वायरल हुआ है जिसमें वह किसी सभा में खुलेआम सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ मुसलमानों को उकसाने ओर भड़काने के लिए भाषण दे रहे हैं।