प्रदेश में कृषि उपार्जन केन्द्रों पर किसानों की सुविधा के लिये मुख्यमंत्री केन्टीन बनाए जाएंगे। केन्टीन में किसानों के बैठने के लिये आरामदायक व्यवस्था की जाएगी। साथ ही उत्तम गुणवत्ता के भोजन तथा चाय-पानी की व्यवस्था भी रहेगी। सहकारिता मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह की अध्यक्षता में कृषि आदान संबंधी मंत्रि-मण्डल उप समिति की मंत्रालय में सम्पन्न बैठक में यह जानकारी दी गयी।सहकारिता मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने कहा कि सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर मुख्यमंत्री केन्टीन व्यवस्था का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। बैठक में कृषि उत्पादों की गुणवत्ता, सर्वेयर की नियुक्ति, कम खरीदी पर व्ययों की प्रतिपूर्ति, परिवहन में विलंब होने पर सूखत के लिये सोसायटी को प्रतिपूर्ति प्रावधान, अमानक स्कंध का निराकरण, उपार्जन की आर्थिकी आदि विषयों पर चर्चा की गई। मंत्रि-मण्डल उप समिति के सदस्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव तथा वित्त मंत्री श्री तरूण भनोत बैठक में शामिल हुए। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, अपेक्स बैंक प्रशासक श्री अशोक सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री प्रभांशु कमल, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री अनुराग जैन, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्रीमती नीलम राव, आयुक्त सहकारिता श्री एम.के. अग्रवाल तथा प्रबंध संचालक विपणन संघ श्रीमती स्वाति मीणा नायक उपस्थित थे। |
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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