कलेक्टर श्री भास्कर लाक्षाकार ने जिले के नागरिकों से कहा है कि ''''''''आप सभी को विदित ही है कि जिले को साफ एवं सुंदर बनाने के लिए इन दिनों मिशन 10 अभियान चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि हमारा जिला प्रदेश भर में 38वे नंबर से उठकर प्रथम 10 साफ जिलों में शामिल हो सके''''''''।
उन्होंने कहा है कि- ''''''''इसके लिए विगत एक माह से जिला प्रशासन, नगरपालिका और आम लोगों के सहयोग से सफाई के लिए विशेष प्रयत्न किये जा रहे हैं। इसकी शुरुआती परिणाम भी हमें बेहतर देखने को मिले हैं। एक माह पूर्व तक नगरपालिका का यही अमला और संसाधन जहां प्रतिदिन 40-45 टन कचरा एकत्रित कर के ट्रेन्चिंग ग्राउंड भेजता था। वहीं अब एक माह के प्रयासों के बाद वही अमला और वही संसाधन प्रतिदिन लगभग 125 टन कचरा शहर से निकलकर ट्रेन्चिंग ग्राउंड तक भेज रहा है। यह भी नगरपालिका के प्रयासों एवं जनसहयोग से ही संभव हो सका है''''''''।
उन्होंने शहर के नागरिकों से आग्रह किया है कि- ''''''''आप सब जानते ही हैं कि अपने संस्थानों, घरों के बाहर किया हुआ अतिक्रमण भी सफाई में एक बहुत बड़ा बाधक है। अतिक्रमण हटाने की मुहिम भी चलाई जा रही है। एक तरफ जहां इस मुहिम को आमजन का भरपूर सहयोग मिल रहा हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ दुकानदारों एवं व्यापारियों द्वारा सहयोग नहीं किया जा रहा है। जब तक आमजन इस मुहिम में सहयोग नहीं करेंगे तब तक हमारे शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का सपना अधूरा ही रहेगा''''''''।
उन्होंने नागरिकों को संबोधित इस अपील के माध्यम से यह आग्रह किया है कि- ''''''''जिन दुकानदारों ने अभी तक अपने संस्थानों के बाहर का अतिक्रमण नहीं हटाया है, वे 02 दिवस के भीतर अपने अतिक्रमण को स्वयं से हटा लें एवं आसपास जमा गंदगी भी आपसी सहयोग से साफ कर शहर को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने सहयोगी भूमिका का निर्वहन करें''''''''।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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