वित्त मंत्री श्री तरूण भनोत ने कहा है कि पेंशनर द्वारा डिजीटल स्वरूप में जीवन प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने के लिए जारी निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा पेंशनर की सुविधा के लिए डिजीटल प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये थे। समस्त बैंक यह सुविधा सुनिश्चित करें। इसकी मॉनीटरिंग के लिए वित्त विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। राज्य स्तरीय बैंकिग कमेटी की प्रतिमाह होने वाली बैठक में भी इस सुविधा की समीक्षा की जाएगी। यह सुविधा पेंशनर को हर वर्ष बैंक जाने की बाध्यता से मुक्ति दिलाने के लिए आरंभ की गई है।
वित्त मंत्री ने यह बात पेंशनर संगठनों के प्रतिनिधियों से भेंट के दौरान कही। पेंशनर संगठनों द्वारा वित्त मंत्री से भेंट कर प्रतिवर्ष बैंक में जीवन प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने में आ रही कठिनाई से उन्हें अवगत कराया था।
उल्लेखनीय है कि पेंशन नियमों के अंतर्गत राज्य शासन के सभी पेंशनरों को प्रत्येक वर्ष 01 नवम्बर की स्थिति में जीवित प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने का प्रावधान है। यह प्रमाण-पत्र पेंशनर जिस बैंक शाखा से पेंशन प्राप्त करते हैं, वहाँ प्रस्तुत करना होता है। पेंशनर को बैंक में हर वर्ष जाने की बाध्यता से मुक्त करने के प्रयोजन से राज्य शासन द्वारा विगत वर्षों में डिजीटल प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने की सुविधा विकसित कर निर्देश जारी किए गए थे।
News 20 Plus एक स्वतंत्र डिजिटल न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म है जो आपको पहुँचाता है भारत की सच्ची और तेज़ खबरें – राजनीति, क्राइम, वायरल, बॉलीवुड, खेल, और लोकल रिपोर्टिंग।
पेंशनर को बैंक में हर वर्ष जाने की बाध्यता से मुक्त करने के प्रयोजन
प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए 15 नवम्बर से 31 मार्च 2020 तक प्रचार-प्रसार का विशेष अभियान संचालित ।
संभागीय आयुक्त श्री एम बी ओझा मोतीमहल ग्वालियर में प्रात: 11 बजे प्रचार वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करेंगे। यह वाहन कला पथक दल के साथ ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर कार्यक्रमों की प्रस्तुति के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश देंगे और शासकीय योजनाओं की जानकारी भी ग्रामीणों को उपलब्ध कराई जायेगी।
ग्वालियर संभाग के लिए जिन कला पथक दलों के सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसमें प्रमुख कलाकर श्री राजकुमार आर्य, श्री भगवानदास कुशवाह, श्री बृजकिशोर भार्गव, श्री अजमेर सिंह, श्री विनोद मिश्रा, श्री मुरारी लाल शामिल हैं। इनका दल ग्वालियर और दतिया जिले में अभियान के दौरान प्रचार-प्रसार का कार्य करेगा। इसके साथ ही द्वितीय दल में प्रमुख कलाकार श्री जाकिर हुसैन, श्री नरेश कुमार पोसिया, श्री राकेश श्रीवास्तव, श्री मुन्नालाल, श्रीमती शीला आर्य और श्री राजेश बांदिल शामिल हैं। यह दल शिवपुरी, अशोकनगर और गुना जिले में अभियान के दौरान प्रचार-प्रसार का कार्य करेंगे।
ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने बताया कि दो लाख किसानों को सोलर पम्प दिये जाएंगे।
उर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने अधिकारियो को निर्देशित किया है कि बिजली बिल सुधार समितियों की बैठक नियमित रूप से आयोजित करें। निर्धारित समयअंतराल में शिकायत निवारण शिविर भी लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि बैठक और शिविर में प्राप्त समस्याओं का त्वरित निराकरण भी सुनिश्चित करें। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि ग्वालियर में दीनदयाल नगर जोन में उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए दो जोन बनाए जाएंगे। श्री सिंह ने कहा कि ग्वालियर शहर में 5 नये उपभोक्ता सेवा केन्द्र भी खोले जाएंगे।
ऊर्जा मंत्री श्री सिंह ने बताया कि दो लाख किसानों को सोलर पम्प दिये जाएंगे। सोलर पम्प के लिये 50 प्रतिशत सब्सिडी राज्य सरकार और 30 प्रतिशत सब्सिडी भारत सरकार देगी। उन्होंने बताया कि रबी सीजन में किसानों को घोषित अवधि में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना राज्य शासन की प्राथमिकता है। श्री सिंह ने पात्रता वाले जले एवं खराब ट्रांसफार्मर तुरंत बदलने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गुना वृत्त के अंतर्गत अशोकनगर को वर्ष 2020 में नया वृत्त बनाया जायेगा। इससे वहाँ पर महाप्रबंधक स्तर का कार्यालय खुल जाएगा और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएँ मिलेंगी।
विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
अध्यक्ष/जिला न्यायाधीश श्री आर.के. सोनी के निर्देशन में एवं श्री डी.पी. मिश्रा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्ग दर्शन में गुरूवार को विनायक पब्लिक हॉयर सेकेन्ड्री स्कूल सतना में बाल दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में नालसा योजना अंतर्गत बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं और उनके संरक्षण के लिए उपाबंधों से अवगत कराया गया। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता श्री पुष्पराज सिंह, श्रीमती वर्षा मिश्रा विनायक पब्लिक हॉयर सेकेन्ड्री स्कूल के संचालक श्री आर.एन. त्रिपाठी, प्राचार्या श्रीमती संजू त्रिपाठी समेत स्कूल के शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।
बहू बेटियों को अब घर से बाहर खुले में शौच के लिए जाने से मुक्ति मिल गई है।
केंद्र एवं राज्य सरकार के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए गए स्वच्छता अभियान के तहत जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल की ग्राम आवदा की बहू बेटियों को अब घर से बाहर खुले में शौच के लिए जाने से मुक्ति मिल गई है। इस ग्राम के 632 परिवारों के यहां शत् प्रतिशत शौचालय बनाए जाकर ग्राम आवदा को ओडीएफ किया गया है। अब गांव की बहूं बेटियां घर में बनवाए गए शौचालयों का उपयोग करने में सहायक बन रही है।
जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम आवदा के निवासी घर से बाहर शौच के लिए जाते थे। जिससे खेत और जंगली भूमि में शौच को जाने से बीमारियों का खतरा रहता था। साथ ही बरसात के दौरान सर्प, बिच्छू काटने के अलावा अन्य विशैले कीटाणुओं के काटने से ग्रामवासी महिला पुरूष और बच्चे भयभीत रहते थे। जब गांव में स्वच्छता अभियान की टीम पहुंची। इस टीम को ग्रामीणों ने बताया कि घर से बाहर शौच जाने में काफी कठिनाई हो रही है। टीम द्वारा ग्रामीणो को हो रही परेशानी को निजात दिलाने के लिए शौचालय बनाने की प्रेरणा दी।
आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम आवदा के 632 परिवारों ने घर से बाहर शौच को नहीं जाने की दिशा में बीड़ा उठाया। उन्होंने राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के माध्यम से संचालित किए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत सभी परिवारों के यहां शौचालय बनवाने की ठान ली। उन्होंने ग्राम की सरपंच श्रीमती मोना बाई आदिवासी से संपूर्ण ग्राम को शौच मुक्त कराने की दिशा में सभी 632 परिवारों के यहां शौचालयों का निर्माण कराने की प्रतिज्ञा से अवगत कराया। सरपंच एंव सचिव ने संपूर्ण ग्राम आवदा में सभी परिवारो के यहां शौचालय निर्माण करा दिया गया है।
आदिवासी विकासखण्ड कराहल की ग्राम आवदा के निवासी श्री हरीराम पुत्र सुरजया, श्री हरपाल पुत्र श्री मोतिया, श्री सकाराम पुत्र श्री कमरिया ने बताया कि, हमारे परिवार में शौचालयों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। साथ ही हम ग्रामीणों सहित गांव के 632 परिवारों के यहां शौचालय बन चुके हैं। अब गांव की बहू बेटियां व बच्चे शौचालयों का उपयोग कर स्वच्छता को अपनाने में सहायक बन गए हैं। यह करिश्मा केंद्र और राज्य सरकार की मदद से हुआ है। जिसका श्रेय स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को जाता है।
निर्वाचन नामावली पुनरीक्षण संबंधी कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। संबंधितों को नोटिस जारी।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी 60-पन्ना ने बताया है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चलाए जा रहे मतदाता सत्यापन (ईव्हीपी) के कार्य को संबंधितों द्वारा प्रारंभ दिनांक 01 सितंबर 2019 से आज दिनांक 13 नवंबर 2019 तक कोई भी कार्य नही किया गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा आपके ईव्हीपी कार्य की समीक्षा की गयी है। जिसमें इनके द्वारा निर्वाचन कार्य के प्रति उदासीनता दिखाए जाने व कार्य को महत्वपूर्ण न समझते हुए कार्य न करने पर निराशा व्यक्त करते हुए आदेशित किया गया हैं कि आप यह कार्य दो दिवस में पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा है कि संबंधितों के प्रभार वाले मतदान केन्द्र की आज दिनांक तक परिणामजनक कार्य न किए जाने से निर्वाचन नामावली पुनरीक्षण संबंधी कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। इनका यह कृत्य निर्वाचन कार्य के प्रति घोर उदासीनता का द्योतक है। उन्होंने संबंधितों को निर्देशित किया है कि 03 दिवस के भीतर आप कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी 60-पन्ना के समक्ष उपस्थित होकर अपना संतोषजनक प्रतिवेदन प्रस्तुत करें, अन्यथा की स्थिति में आपके विरूद्ध लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 32 के तहत शस्ति अधिरोपित करने एवं निलंबन की कार्यवाही का प्रस्ताव जिला निर्वाचन अधिकारी पन्ना को प्रेषित किया जाएगा।
उन्होंने बताया है कि श्री गोविन्द प्रसाद सुल्लेरे सहायक राजस्व निरीक्षक न.प. पन मतदान केन्द्र क्र. 1162, श्री राजेश सिंह सहा.अध्यापक छात्रावास अधीक्षक शा.बा.जूनियर छात्रावास क्र. 01 मतदान केन्द्र क्र. 166, श्री रविन्द पाठक प्रा.शि.पदेन छात्रावास अधीक्षक अनुसूचित जनजाति सीनियर बालक छात्रावास क्र. 01 मतदान केन्द्र क्र. 169, श्री अरविंद कुमार रैकवार सहायक ग्रेड-3 उप संचालक कृषि विभाग पन्ना मतदान केन्द्र क्र. 182, श्री संजय शुक्ला प्रयोगशाला परिचालक छत्रसाल महाविद्यालय पन्ना मतदान केन्द्र क्र. 191, श्री राम सिंह ठाकुर सहायक रा.नि.न.पा.प. मतदान केन्द्र क्र. 195, श्री कृष्णा यादव रोजगार सहायक ग्राम पंचायत पुराना पन्ना मतदान केन्द्र क्र. 207 को नोटिस जारी किया गया है। इसी प्रकार श्री रामस्वरूप यादव ग्राम रोजगार सहायक बगौहा मतदान केन्द्र क्र. 215, श्री सचिन सिंह परमार रोजगार सहायक बांधीकला मतदान केन्द्र क्र. 227, श्री अखिलेश कुमार शर्मा रोजगार सहायक इटवाकला मतदान केन्द्र क्र. 229, श्री इन्द्र सिंह गौड मडेयन अध्यापक मतदान केन्द्र क्र. 231, श्री अमीन खान सचिव ग्राम पंचायत हिनौता मतदान केन्द्र क्र. 233, श्री लोमप्रकाश लुनिया सहा.शि. हिनौता मतदान केन्द्र क्र. 234, श्री कुलदीप शिवहरे ग्राम रोजगार सहायक मतदान केन्द्र क्र. 236, श्री राशिद बेग गाम पंचायत रोजगार सहायक जनवार मतदान केन्द्र क्र. 239, श्री अनूप रावत रोजगार सहा. पुरूषोत्तमपुर मतदान केन्द्र क्र. 241, श्री धनप्रसाद यादव सचिव ग्राम पंचायत जनकपुर मतदान केन्द्र क्र. 248, श्री राजकिशोर कुशवाहा पंचायत सचिव दहलान चौकी मतदान केन्द्र क्र. 252, श्री नवीन जैन पंचायत सचिव कृष्णा कल्याणपुर मतदान केन्द्र क्र. 253, श्री रामलाल पटेल सहा. अध्यापक बिलखुरा मतदान केन्द्र क्र. 255, श्री इन्द्र सिंह यादव सहा. अध्यापक बिल्हा मतदान केन्द्र क्र. 256, श्री अरविंद कुमार मिश्रा सचिव इटवांखास मतदान केन्द्र क्र. 261, श्री नारायण सिंह यादव प्रा.शि. बृजपुर मतदान केन्द्र क्र. 277, श्री रामलगन सेन पंचायत सचिव हीरापुर मतदान केन्द्र क्र. 280 तथा श्री देवीदयाल सेन रोजगार सहायक मतदान केन्द्र क्र. 284 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
नेशनल लोक अदालत सम्पूर्ण भारत में 14 दिसंबर 2019 को आयोजित की जाएगी।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार वर्ष 2019 की आगामी नेशनल लोक अदालत सम्पूर्ण भारत में 14 दिसंबर 2019 को आयोजित की जाएगी। इसी क्रम में जिला पन्ना में भी जिला न्यायालय स्तर तथा तहसील न्यायालयों में श्री प्रमोद कुमार अग्रवाल जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कुशल मार्गदर्शन में 14 दिसंबर 2019 को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाना है।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए सचिव जिला विधिक सहायता अधिकारी ने बताया कि 14 दिसंबर 2019 को आयोजित नेशनल लोक अदालत में प्रीलिटिगेशन प्रकरण (मुकदमा पूर्व) के अन्तर्गत एनआई एक्ट धारा 138 के प्रकरण, धन वसूली प्रकरण, श्रम विवाद प्रकरण, विद्युत एवं जलकर/बिल (अशमनीय मामलों को छोड़कर), भरण-पोषण आदि अन्य मामले रखे जाना है।
उन्होंने बताया कि न्यायालय में लंबित प्रकरणों में आपराधिक शमनीय अपराध, एनआई एक्ट की धारा 138 के अन्तर्गत प्रकरण, धन रिकवरी, एमएसीटी प्रकरण, श्रम विवाद प्रकरण, विद्युत एवं जलकर/बिल (अशमनीय मामलों को छोड़कर), वैवाहिक विवाद प्रकरण, भूमि अर्जन प्रकरण, सेवा संबंधी (वेतन एवं भत्ते सेवानिवृत्त) प्रकरण, राजस्व (जो प्रकरण जिला एवं उच्च न्यायालय में लंबित हो) प्रकरण, अन्य सिविल मामले (किराया, सुखाचार अधिकार, व्यादेशवाद, विनिर्दिष्ट अनुपालन वाद) आदि प्रकरणों को नेशनल लोक अदालत में रखा जाएगा।
उन्होंने आमजन एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों से अपील की है कि 14 दिसंबर 2019 को आयोजित होने वाली नेशनल लोक अदालत का अपने स्तर पर प्रचार-प्रसार करें। साथ ही आमजन इस लोक अदालत का लाभ उठाएं एवं समझौता योग्य प्रकरणों का अधिक से अधिक संख्या में निराकरण कराते हुए न्यायिक प्रक्रिया में सहयोग प्रदान कर अपने अमूल्य समय व धन की बचत करें।
गौरतलब है कि नालसा के निर्देशानुसार वर्ष 2019 की आगामी नेशनल लोक अदालत 14 दिसंबर 2019 को आयोजित होना है। नेशनल लोक अदालत के संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पन्ना से सम्पर्क कर सकते हैं।
बाल दिवस के उपलक्ष्य में कटनी जिले के सभी 1712 आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाल रंग मेले का आयोजन किया गया।
कलेक्टर शशिभूषण सिंह के निर्देशन में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के जन्म दिवस पर बाल दिवस के उपलक्ष्य में कटनी जिले के सभी 1712 आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाल रंग मेले का आयोजन किया गया।
बाल रंग मेले के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के शारीरिक, मानसिक विकास के दृष्टिगत कुर्सी दौड़, बोरी दौड़, मेंढक दौड़, खो-खो एवं आंखमिचौली की खेल गतिविधियां कराई गईं। साथ ही बच्चों की साफ-सफाई, गीत कहानी, फैंसी ड्रेस की प्रतियोगितायें भी आयोजित हुईं। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों से मिट्टी के खिलौने एवं ड्रॉइंग सीट पर पेंटिंग भी बनवाई गई।
बाल दिवस के मौके पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में अभिभावकों की उपस्थिति में उनके बच्चों की मास्टर हेल्दी, मास्टर क्लीन प्रतियोगितायें भी हुईं। जिले की आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाल रंग मेले की गतिविधियों की मॉनीटरिंग के लिये जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह ने कटनी शहर और मुड़वारा परियोजना की विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों का सघन निरीक्षण कर आयोजित गतिविधियों का अवलोकन किया।
किसान ऐप लॉन्च किया गया ऐप के माध्यम से किसान घर बैठे भूमि संबंधित सारे रिकॉर्ड देख सकते हैं।
भू-अभिलेख संबंधी जानकारी के संबंध में किसान एप लॉन्च किया गया है। इस एप के माध्यम से किसान अपनी भूमि संबंधी रिकॉर्ड, ई-उपार्जन के लिए रिकार्ड, ई-उपार्जन के लिए दावे प्रस्तुत करने, गिरदावरी के लिए उगाई गई फसल की स्व घोषणा करने, दर्ज की गई फसल के लिए दावे/आपत्ति प्रस्तुत करने, पीएम किसान योजना के लिए पात्रता की स्थिति इत्यादी घर बैठे अपने मोबाईल पर देख सकेंगे। इस एप से किसान को सबसे बड़ा लाभ भूमि रिकार्ड की स्थिति देखने और वास्तविक समय में परिवर्तनों से अवगत करने में सक्षम होना है। सेवाओं में शामिल होने के सुझाव और इसके कामकाज/मुद्दों पर प्रतिक्रिया भी भेज सकेंगे। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
ट्रायसायकल पाकर हितग्राही ने जताया संतोष।
सीहोर निवासी दिव्यांग हितग्राही रसीद खां पिता एहबाद उल्ला को अस्थि बाधिता से चलने में परेशानियों का सामना करना पड़ता था। रसीद द्वारा कलेक्टर को आवेदन देकर जिला विकलांक एवं पुर्नवास केन्द्र द्वारा ट्रायसायकल की मांग की गई थी। कलेक्टर के आदेशानुसार जिला विकलांग एवं पुर्नवास केन्द्र द्वारा रसीद खा की जांच करवाई गई। चिकित्सीय जांच से स्पष्ट हुआ कि रसीद खां अस्थि बाधिता से ग्रसित है।
जिला विकलांग एवं पुनर्वास केन्द्र सीहोर मे डिप्टी कलेक्टर श्री शैलेन्द्र हिनोतिया, श्री ब्रजेश सक्सेना प्रभारी उपसंचालक सामाजिक न्याय श्रीमती रचना बुधोलिया एवं जिला विकलांग एवं पुनर्वास केन्द्र के विषय विशेषज्ञो के द्वारा रसीद खां को ट्रायसायकल प्रदान किया गया।
रसीद बताते हैं कि अस्थि बाधिता से ग्रसित होने के कारण उन्हें अपने दैनिक कार्यों को करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। जिला विकलांग एवं पुर्नवास केन्द्र द्वारा ट्रायसायकल प्राप्त होने के बाद अब वह बहुत खुश नजर आ रहे हैं। क्योंकि अब उन्हें पहले जैसी परेशानी नहीं आती है, वह कहीं पर भी आसानी से जा सकते हैं। रसीद खां द्वारा दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का धन्यवाद देते हुए जिला विकलांक एवं पुर्नवास केन्द्र का आभार व्यक्त किया गया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा विगत दिनों जो सेम्पल जांच के लिए भेजे थे उनमें से 27 सैम्पलों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है जिसमें से 6 सेम्पल अमानक स्तर के पाए गए है।
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा विगत दिनों जो सेम्पल जांच के लिए भेजे थे उनमें से 27 सैम्पलों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है जिसमें से 6 सेम्पल अमानक स्तर के पाए गए है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री डी के वर्मा ने बताया कि त्यौहार के समय लिए गए सेम्पगों में से एयरपोर्ट रोड स्थित कृष्णा डेरी, महाकाल डेरी और चौकसे डेरी से लिये गए 3 सेम्पल अमानक स्तर के पाए गए है, छोला रोड स्थित अशोक डेरी का मावा , गुर्जर डेरी का दूध और आनंद नगर की काव्या डेरी का पनीर का सेम्पल अमानक स्तर का कम फेट का पाया गया है। इन सबके के विरुद्ध सक्षम कोर्ट ने प्रकरण भेज कर कार्यवाही की जा रही है। भोपाल जिले की खाद्य सुरक्षा विभाग ने सर्वाधिक 481 सेम्पल जांच के लिए भेजे है प्रदेश में सेम्पल लेने में भोपाल अव्वल बना हुआ है।
आज भी भोपाल शहर में चलाए जा रहे शुद्ध के लिये युद्ध अभियान में खाध सुरक्षा विभाग की जांच की कार्यवाही आज भी जारी रही। आज भी विभाग की 3 टीमों ने अलग-अलग जांच की कार्यवाही कर 13 सेम्पल जांच के लिये भेजे है। अशोका गार्डन स्थित किराना दुकानों से सरसो तेल, आटा, और चावल , कोलार क्षेत्र से चायपत्ती,सोयाबीन, तेल, और वनस्पति घी , जहांगीराबाद क्षेत्र से मखाना, बबड़िया कला की न्यू मनीष डेरी से गाय के घी और सरसों तेल, का सेम्पल लिया गया।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने आज एम पी नगर से तेल ,आटा,चावल, और बैरागढ़ की किराना दुकान से घी का सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजा है।
पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन पर छतरपुर जिले में आगामी 30 दिसम्बर तक धारा 144 प्रभावशील करने का आदेश जारी किया है।
जिला दण्डाधिकारी मोहित बुंदस ने पुलिस अधीक्षक के प्रतिवेदन पर छतरपुर जिले में आगामी 30 दिसम्बर तक धारा 144 प्रभावशील करने का आदेश जारी किया है।
एसपी ने 4 नवम्बर 19 को प्रतिवेदित किया था कि आगामी समय में अयोध्या प्रकरण के संबंध में निर्णय होने की संभावना है। इसके अलावा 8 नवम्बर को देव उठनी ग्यारस, 10 नवम्बर को मिलाद-उन-नबी, 12 नवम्बर को गुरूनानक जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा, 6 दिसम्बर को अयोध्या विवादित ढांचा गिराए जाने की तिथि एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस, 17 दिसम्बर को डॉ. सैयदना साहब का जन्म दिवस और 25 दिसम्बर को क्रिसमस-डे का पर्व मनाया जाएगा। इस दौरान जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द्र एवं कानून व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील सौहार्द्र को प्रभावित करने की कोशिश, शांति एवं कानून व्यवस्था बिगड़ने और मानव जीवन एवं लोक संपत्ति की क्षति के भय के दृष्टिगत जिला दण्डाधिकारी द्वारा 5 नवम्बर 19 को दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू हो चुका है।
धारा 144 प्रभावशील रहने के दरम्यान छतरपुर जिले की सीमा में कोई भी व्यक्ति आपत्तिजनक नारे नहीं लगा सकेगा और न ही धारदार अस्त्र-शस्त्र, गोला बारूद लेकर चल सकेगा। इनका प्रदर्शन भी प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा विस्फोटक पदार्थ, फटाका, बारूद, घातक शस्त्र, तलवार, लाठी, भाला, बरछा, चाकू इत्यादि का संग्रहण और परिवहन भी प्रतिबंधित रहेगा।
सोशल मीडिया व्हाट्स एप, फेसबुक, ट्विटर, एसएमएस अथवा इंस्टाग्राम के जरिए धार्मिक, सामाजिक, जातिगत भावनाओं वाले मैसेज पोस्ट करने और आपत्तिजनक पोस्टर एवं द्वेश को भड़काने का प्रदर्शन करने पर भी रोक रहेगी। कोई भी व्यक्ति या समूह अफवाह एवं तथ्यों को तोड़-मरोड़कर भड़काने या उन्माद पैदा करने वाले संदेश जिससे लोगों अथवा समुदाय विशेष में हिंसा की भावना उत्पन्न हो, को प्रचारित-प्रसारित, लाइक, शेयर और फारवर्ड नहीं करेगा और न ही इसके लिए प्रेरित कर सकेगा। जिले की सीमा में किसी भी स्थान पर अवैध जमाव और भीड़ का एकत्रित होना भी इस अवधि में प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी संगठन, व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के समूह द्वारा आम सभा, धरना, प्रदर्शन, जुलूस, रैली और ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग संबंधित एसडीएम की अनुमति के बिना नहीं किया जाएगा।
आदेश में उल्लेखित है कि विवाह घरों, होटलों, अतिथि गृहों, सामुदायिक भवनों और लॉज में ठहरने की स्थिति में संबंधित थाने में पूर्व सूचना देना होगी। इसी तरह मकान अथवा दुकान मालिक किरायेदारों की सूचना थाने में देने के बाद ही मकान अथवा दुकान किराये पर दे सकेंगे। इसके लिए किरायेदार का आईडी प्रूफ प्राप्त करना जरूरी है। घरेलू नौकर रखने और व्यवसायिक नौकरी की सूचना संबंधित मालिक द्वारा आईडी प्रूफ प्राप्त करने के बाद निर्धारित प्रारूप में संबंधित थाना में दिया जाएगा।
छात्रावास में रह रहे छात्र-छात्राओं की सूचना भी विहित प्रारूप में मय आईडी प्रूफ के थाने में देना होगी। सभी होटल, लॉज अथवा धर्मशाला के संचालकों को भी यहां रूकने वाले व्यक्तियों से पहचान पत्र प्राप्त कर ठहरने वाले व्यक्तियों की सूची थाने में जमा करानी होगी। इसके अलावा भवन निर्माण एवं अन्य निर्माण कार्यों में लगे मजूदर अथवा कारीगर की सूचना ठेकेदार द्वारा, पेइंग गेस्ट और 15 दिवस से अधिक समय से निवास करने वाले व्यक्तियों की सूचना मालिक द्वारा संबंधित थाने में दी जाएगी।
आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा-188 के अंतर्गत कड़ी कार्यवाही की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था में संलग्न कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक बल, विशेष पुलिस अधिकारी, सांसद-विधायक और न्यायाधीश के लिए यह आदेश प्रभावशील नहीं होगा।
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने आज बाल दिवस के अवसर पर रेडक्रॉस अस्पताल में स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया।
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने आज बाल दिवस के अवसर पर रेडक्रॉस अस्पताल में स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि गरीब बस्तियों में भी रेडक्रॉस द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाये जाने चाहिये, जिससे गरीबों के बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ आसानी से उपलब्ध हो सकें।
मंत्री श्री शर्मा ने नेहरूजी का स्मरण करते हुए कहा कि वे बच्चों को देश का भविष्य मानते थे। बच्चे उन्हें सबसे ज्यादा प्रिय थे। श्री शर्मा ने कहा कि नेहरूजी की भावना के अनुरूप बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। तभी देश का भविष्य स्वस्थ होगा।
जनसम्पर्क मंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में रेडक्रॉस के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि रेडक्रॉस के चेयरमेन श्री आशुतोष पुरोहित के नेतृत्व में रेडक्रॉस स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहचान कायम करेगा।
इस अवसर पर पार्षद श्री अमित शर्मा, रेडक्रॉस की प्रभारी जनरल सेक्रेटरी डॉ. प्रार्थना जोशी, प्रबंध समिति और कार्यकारिणी के सदस्य श्री एल.एल. शर्मा और प्रभारी अधीक्षक श्री मोहित सिक्का भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री कमल नाथ जी के निर्देश पर श्री गुरु नानक देव जी के 550 के प्रकाश पर्व को समर्पित विशेष ट्रेनें ।
श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के लिये शासन द्वारा गठित समिति के संयोजक नरेन्द्र सलूजा ने बताया है कि मुख्यमंत्री कमल नाथ जी के निर्देश पर श्री गुरु नानक देव जी के 550 के प्रकाश पर्व को समर्पित विशेष ट्रेनें अगले चरण में प्रसिद्ध सिख धार्मिक तीर्थ स्थल महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित सचखंड साहिब, पंजाब के आनंदपुर साहिब व दमदमा साहिब व हिमाचल प्रदेश के के पोंटा साहिब के लिए विशेष ट्रेनें चलेगी।
यात्रा का कार्यक्रम
सचखंड साहिब, नांदेड़ (महाराष्ट्र) के लिए इंदौर से 28 नवंबर को यह विशेष ट्रेन चलेगी।
पंजाब स्थित आनंदपुर साहिब के लिए विशेष ट्रेन जबलपुर से 9 दिसंबर को चलेगी।
पोंटा साहिब, हिमाचल प्रदेश के लिए भोपाल के हबीबगंज से विशेष ट्रेन 15 दिसंबर को चलेगी।
दमदमा साहिब, पंजाब के लिए विशेष ट्रेन रीवा से 21 दिसंबर को चलेगी।
ट्रेन यात्रा का कार्यक्रम
नांदेड़ के लिये ट्रेन 28 नवंबर को इंदौर से रवाना होगी। एक दिसंबर को ट्रेन की वापसी होगी। देवास, उज्जैन व सीहोर में ट्रेन का स्टॉपेज रहेगा।
पंजाब के आनंदपुर साहिब के लिए ट्रेन जबलपुर से 9 दिसंबर को रवाना होगी। ट्रेन 12 दिसंबर को वापस आएगी। इसका स्टापेज नरसिंहपुर, इटारसी, होशंगाबाद रहेगा।
पोंटा साहिब के लिए ट्रेन भोपाल के हबीबगंज स्टेशन से 15 दिसंबर को रवाना होगी। ट्रेन की 18 दिसंबर को वापसी होगी। ट्रेन का स्टॉपेज विदिशा, दतिया, ग्वालियर रहेगा।
दमदमा साहिब के लिए ट्रेन रीवा से 21 दिसंबर को रवाना होगी। ट्रेन 24 दिसंबर को वापस आएगी। इस ट्रेन का स्टॉपेज सतना कटनी, सागर रहेगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के निर्देश पर पूर्व में भी 22 अक्टूबर को जबलपुर से एक विशेष ट्रेन दरबार साहिब अमृतसर के लिए जा चुकी है, साथ ही 3 नवंबर को दूसरी विशेष ट्रेन भोपाल से बिहार के पटना साहिब के लिए जा चुकी हैं। इसके बाद अगली विशेष ट्रेन पाकिस्तान स्थित सिखों के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब के लिए जाएगी।
काजू कतली घर में कैसे बनाएं जानिये।
काजू कतली जिसे काजू की बर्फी भी कहते हैं उत्तर भारत की प्रसिद्ध मिठाई है जिसे बच्चों से लेकर बड़े तक पसंद करते हैं। खासतौर पर त्योहारों पर इसे मीठे का हिस्सा जरूर बनाया जाता है। इस बेहद स्वादिष्ट मिठाई में काजू की खूबियां मौजूद हैं। इस बार काजू कतली को दुकान से खरीदने की बजाए इसे घर पर ही बनाएं, जो और भी ज्यादा स्वादिष्ट होगी।
काजू कतली की सामग्री
- 2 कप काजू का पाउडर
- 2 चम्मच घी
- आधा कप पानी
- 4 इंच चांदी का वर्क
मेन डिश के लिए
- चीनी 1 कप
- दूध 2 चम्मच
काजू कतली बनाने की विधि
- Step 1इस स्वादिष्ट मिठाई को बनाने के लिए सबसे पहले काजू को मिक्सर में पीसकर स्मूथ पाउडर बना लें।
- Step 2अब काजू का पेस्ट बनाने के लिए मध्यम आंच पर एक पैन रखें और उसमें पानी को गर्म करें। इसमें चीनी डालें और उसे पूरी तरह से घुलने दें।
- Step 3चीनी की चाशनी को उबले दें जब तक एक तार की चाशनी तैयार न हो जाए। जब चाशनी बन जाए तो इसमें काजू का पाउडर डाल दें और अच्छी तरह से मिक्स करें।
- Step 4इस मिश्रण को 5 से 10 मिनट के लिए मिक्स करते रहें जब तक यह गाढ़ा होना शुरू न हो जाए। इसके बाद गैस को बंद कर दें।
- Step 5अब काजू पेस्ट को एक बड़ी प्लेट या बर्तन में निकालें और ठंडा होने के लिए रख दें। जब मिश्रण इतना ठंडा हो जाए कि आप उसे छू सकें तब इस मिश्रण को अच्छी तरह से गूंद लें।
- Step 6बेलन की मदद से गूंदे हुए मिश्रण को पतला कर के बेल लें। अब एक प्लेट को घी या मक्खन लगाकर ग्रीज करें और बेले हुए मिश्रण को उसे प्लेट में डाल दें।
- Step 7बेलन की मदद से काजू के बेली हुई रोटी को प्लेट पर एक समान रूप से फैला दें।
- Step 8इसे पूरी तरह से ठंडा होने दें और डायमंड शेप में काटकर सर्व करें।
आलू के गुलाब जामुन घर में बनाएं ।
सामग्री : आलू -250 ग्राम (उबले हुए ), आरारोट -50 ग्राम, मावा(खोया)-100 ग्राम, रिफ़ाइन्ड या घी –तलने के लिए .
चाशनी के लिए: चीनी –दो कप, इलाइची पाउडर –एक टी स्पून, केसर –थोडा सा।
विधि: चीनी में पानी मिला कर एक तार की चाशनी बना लें. अब इसमें इलाइची पाउडर और केसर मिला लें. आलू को मैश करें और आरारोट और मावा मिला कर अच्छे से गुंध (मैश) लें. अब इस की छोटी छोटी लोइयां बना कर धीमी आंच पर तल लें. सुनेहरा भूरा होने तक तलें और फिर निकाल कर चाशनी में डाल दें. गर्म या ठंडा सर्व करें
गुलाबी इल्ली से अपनी फसल को बचाने के लिए आवश्यक उपाय।
उप संचालक कृषि श्री आर.एस. गुप्ता ने कपास उत्पादक किसानों को सलाह दी है कि वे गुलाबी इल्ली से अपनी फसल को बचाने के लिए आवश्यक उपाय करें। उन्होंने बताया कि कपास की फसल में लगने वाली पूर्ण परिपक्व इल्ली की लंबाई 11-13 मि.मी. होती है। इल्ली के प्रत्येक वलय पर गुलाबी पट्टा होता है जो बाद में शरीर पर फैल जाता है जिसके फलस्वरुप इल्ली का रंग गुलाबी दिखता है। शंखी अवस्था गहरे लाल रंग की दिखती है तथा पतंगे के पंख धूसर रंग के दिखते हैं।
उपसंचालक कृषि श्री गुप्ता ने बताया कि शुरुआती अवस्था में कीट फूलों तथा कलियों पर आश्रय लेता है। ग्रसित फूल पूर्ण रुप से नही खुलता है तथा गुलाब की कली की तरह दिखता है जिसको रोजेटी फूल बोलते हैं। प्रकोप बढ़ने पर डंेडू गल कर गिर जाते हैं या परिपक्व होने से पहले ही फूटने लगते हैं। इल्ली डेंडू के अंदर बीजों को खाती है तथा बिनोला और रेषा बांध देती है जिसकी कौडीनुमा आकृति बन जाती है। इसके सांथ यह इल्ली रुई को भी कतर कर रेषा की गुणवत्ता को भी नुकसान पहूँचाती है तथा रुई का वजन भी कम प्राप्त होता है।
उपसंचालक कृषि श्री गुप्ता ने बताया कि पिछले वर्ष की कपास की फसल के अवषेष को जमीन में दबाकर नष्ट करें। उच्च गुणवत्ता वाले बीजों को सही अंतर पर तथा सही समय पर बुवाई करें। अंबाडी, भिंडी प्रकार की फसलें कपास से पहले तथा बाद में ना लेवें। कपास की फसल का दलहनी अथवा तिलहनी फसल युक्त चक्र लेवे। काली, मध्यम तथा भारी जमीन में 180 दिन से कम अवधि की रसचूषक कीट के प्रति सहनसील हाईब्रिड बी.टी.कपास के बीजों की बुवाई करें। गुलाबी इल्ली के प्रकोप से ग्रसित फूलांे तथा डेंडूओं को नष्ट कर दें। कपास के खेत में कम से कम 10 पक्षी बैठने के लिये स्टैण्ड लगाएं। गुलाबी इल्ली का प्रकोप दिखने पर 5 प्रतिषत् नीम की निबोली के अर्क का छिडकाव करें। उपसंचालक कृषि श्री गुप्ता ने बताया कि 10 लीटर पानी में कीटनाशक घोले। इसके अलावा 20 मि.ली. में क्यूनालफॉस, 10 मि.ली. में प्रोफेनोफॉस व साइपरमेथिन, 20 ग्राम में थायोडिकार्ब, 2 ग्राम में इमामेक्टीन बेंजोयेट व 3 मि.ली. पानी में स्पिनोसेड घोल कर प्रयोग करें। उपसंचालक कृषि श्री गुप्ता ने बताया कि 150 लीटर अर्थात लगभग 10 टंकी कीटनाषक दवा प्रति बीघे के मान से हस्तचलित पंप के माध्यम से छिडकना आवष्यक है। अधिक जानकारी के लिए किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, निकटवर्ती कृषि विज्ञान केन्द्र या कृषि महाविद्यालय से संपर्क करें।
खिलाड़ियों की सुविधा के लिए स्टेडियम के चारों कोनो पर डबल बार व सिंगल बार।
कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने शुक्रवार को स्थानीय स्टेडियम का भ्रमण कर वहां की व्यवस्थाएं देखीं तथा नगर निगम आयुक्त व एसडीएम को स्टेडियम की व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम आयुक्त श्री हिमांशु सिंह को स्टेडियम की साफ सफाई कराकर प्रवेश व निर्गम के लिए एक-एक गेट खुले रखकर अन्य सभी गेट बंद करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम खण्डवा श्री संजीव पाण्डे को पटाखा बाजार व अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के लिए स्टेडियम आवंटित न करने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने स्टेडियम में आवारा पशुओं तथा चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर सख्ती से रोक लगाने के लिए भी कहा। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने इस दौरान स्थानीय खिलाड़ियों की सुविधा के लिए स्टेडियम के चारों कोनो पर डबल बार व सिंगल बार जैसे अन्य खेल उपकरण भी लगवाने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए। उन्होंने स्टेडियम के ट्रेक के समतलीकरण कराने के लिए भी कहा।
’’षुद्ध के लिये युद्ध’’ अभियान
म.प्र.शासन किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के द्वारा चलाये जा रहे ''षुद्ध के लिये युद्ध'' अभियान के तहत कलेक्टर श्रीमति तन्वी सुन्द्रीयाल एवं उप संचालक कृषि खण्डवा के निर्देषन में गठित निरीक्षण दलों द्वारा जिले के विकासखण्ड खण्डवा, पुनासा, एवं खालवा में कार्यरत् सहकारी एवं निजी कृषि आदान विक्रेताओं के भण्डारण एवं विक्रय केन्द्रों का गहन निरीक्षण कर कृषि आदान नमूने लिये गये।
दल प्रभारी श्री एस.एस. मोरे सहायक संचालक कृषि, सहायक अधिकारी श्री एन.आर.गुजराथी, बीज निरीक्षणक श्री एस.के. पाटीदार, श्री ए.सी.दीक्षित एवं श्री बी.एल.टेलर द्वारा खण्डवा, खालवा, पंधाना एवं बीड के 5 बीज विक्रेताओं, उर्वरक के 8 विक्रय एवं भण्डार केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीज के 5 एवं उर्वरक के 4 नमूने लिये गये। किसी भी विक्रेता के यहाँ कालाबाजारी, अवैध भण्डारण, अवैध परीवहन, अवैध विक्री या अव्यवस्थित रिकार्ड से संबंधी प्रकरण नही पाया गया। निरीक्षण के दौरान निरीक्षण दल द्वारा कृषकों से भी चर्चा की एवं उन्हैं कृषि आदान, उर्वरक, बीज या कीटनाषक खरीदी का पक्का बिल लेने की सलाह दी गयी। ताकि गुणवत्ता परीक्षण में अमानक पाये जाने या किसान के द्वारा खरीदे गये आदान में मिलावट या अषुद्धता पाये जाने पर संबंधित विक्रेता या कम्पनी के विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही विभाग द्वारा करने में सुविधा हो सके।
उप संचालक श्री आर.एस.गुप्ता के ने बताया कि जिले के किसानों को मानक स्तर का कृषि आदान उपलब्ध कराने के लिये यह अभियान दिनांक 15 से 30 नवम्बर तक जारी रहेगा। किसी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर संबंधित विक्रेता एवं कम्पनी के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावेगी। श्री गुप्ता द्वारा यह भी बताया गया कि जिले में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के पद रिक्त होने से मात्र तीन निरीक्षकों से कार्य लिया जा रहा है।
विशेष गृह बालक में गत 13 नवम्बर को हुई घटना की मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश
इंदौर के परदेशीपुरा स्थित विशेष गृह बालक में गत 13 नवम्बर को हुई घटना की मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री लोकेश कुमार जाटव द्वारा दिये गये है। जांच का दायित्व मल्हारगंज एसडीएम को सौंपा गया है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेशानुसार जांच अधिकारी द्वारा उक्त घटना का सम्पूर्ण घटनाक्रम व घटना का समय, स्थान एवं परिस्थितिया क्या थी? क्या मौके पर सुरक्षा के सम्पूर्ण प्रावधानों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा था? क्या भवन सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त है? क्या सुरक्षा कर्मी व स्टॉफ पर्याप्त संख्या में मौजूद है? उक्त घटना निर्मित होने के लिये किस-किस के द्वारा लापरवाही की गई तथा इसके लिये कौन-कौन उत्तरदायि है? आदि बिन्दुओं पर जांच की जायेगी। उक्त घटना की जांच 15 दिवस में पूर्ण कर जांच रिपार्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है।
स्वरोजगारमूलक योजनाओं के ऋण लेने के लिए आवेदन की ऑलाईन प्रक्रिया शुरू।
अल्पसंख्यक वर्ग के बेरोजगार युवाओं को वित्तीय वर्ष 2019-20 में शासन द्वारा संचालित विभिन्न स्वरोजगारमूलक योजनाओं के ऋण लेने के लिए आवेदन की ऑलाईन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ऑनलाईन प्रक्रिया लक्ष्यपूर्ति तक जारी रहेगी।
सहायक संचालक पिछडा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने बताया कि अल्पसंख्यक वर्ग के बेरोजगार युवाओं को वित्तीय वर्ष 2019-20 में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 40 एवं मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में 19 हितग्राहियों को लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए वेरोजगार युवको के आवेदन ऑलाईन लक्ष्यपूर्ति तक मान्य किए जाएंगे। योजनाओं में अनुदान का भुगतान शासन के नियमानुसार किया जाएगा।
इसके साथ ही विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ वर्ग के हितग्राहियों को लाभान्वित किए जाने हेतु चालू वर्ष में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में दो एवं आर्थिक कल्याण योजना में 04 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा। उक्त समस्त योजनाओं में असंगठित क्षेत्र के श्रमिको को प्राथमिकता दी जाएगी। प्राप्त ऋण प्रकरणों को जिला चयन समिति की सहमति के आधार पर बैंको को प्रेशित किए जाएंगे। इस संबंध में अन्य जानकारी के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग कलेक्ट्रेट परिसर भिण्ड से कार्यालयीन समय में संपर्क किया जा सकता है।
महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्र,इंदिरा गॉंधी की जयंती 19 नवम्बर को प्रदेश की 5 हजार ग्राम पंचायतों में एक साथ प्रारम्भ किये जाएंगे।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा है कि ग्राम पंचायत स्तर पर नागरिकों को उचित मूल्य पर जाति प्रमाण-पत्र, मूल निवासी प्रमाण-पत्र, खसरा-खतौनी, नक्शा जैसी सुविधाएँ महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्र के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी। ये केन्द्र पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गॉंधी की जयंती 19 नवम्बर को प्रदेश की 5 हजार ग्राम पंचायतों में एक साथ प्रारम्भ किये जाएंगे। प्रत्येक जिले में प्रभारी मंत्री केन्द्र का शुभारंभ करेंगे।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि राज्य शासन की मंशानुसार पारदर्शिता, सक्षमता तथा विश्वसनीयता पूर्ण सेवाएँ आमजन को उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से प्रथम चरण में 5 हजार ग्राम-पंचायतों में एक साथ जन-सुविधा केन्द्र के रूप में महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्रों को प्रारंभ किया जा रहा है। केन्द्रों के संचालन में महिलाओं की सहभागिता दर्ज कराने के लिये ग्राम पंचायत क्षेत्र में पंचायत-सखी को विलेज लेविल इंटरप्रेन्योर नियुक्त किया जाएगा। इन्हें समय-समय पर जिला पंचायत स्तर पर प्रशिक्षण और निर्धारित मानदेय भी दिया जाएगा। सामान्यता महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्रों की स्थापना ग्राम-पंचायत भवन में की जाएगी। जिन स्थानों पर पंचायत भवन नहीं है, वहाँ किसी शासकीय भवन में यह केन्द्र संचालित किया जायेगा। महात्मा गाँधी ग्राम सेवा केन्द्रों के सुचारू संचालन के लिये प्रदेश स्तर से जनपद स्तर तक नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।
ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने मीटरीकरण अभियान को सफल बनाने की अपील की।
ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने बताया है कि प्रदेश के सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू, इंडस्ट्रियल पॉवर और गैर घरेलू उपभोक्ताओं के परिसर में आधुनिक मीटर लगाने का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे मीटरीकरण अभियान को सफल बनाएं, जिससे वास्तविक बिजली खपत से अधिक फायदा मिल सके।
इंदिरा गृह ज्योति योजना में प्रतिमाह 100 यूनिट बिजली सिर्फ 100 रूपये में मिलती है। योजना का लाभ 150 यूनिट तक की मासिक खपत पर ही मिलता है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के 100 वॉट लोड वाले उपभोक्ताओं को 30 यूनिट तक खपत पर मात्र 25 रूपये बिजली बिल देना होगा।
ऊर्जा मंत्री ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि मीटर रीडिंग के समय अथवा बिल प्राप्त होने पर बिल में उल्लेखित रीडिंग एवं अपने मीटर की रीडिंग का मिलान कर लें। इसमें अधिक अंतर होने पर विद्युत वितरण कंपनी को तुरंत सूचना दें। मीटर बंद या खराब होने की सूचना भी तुरंत विद्युत वितरण कंपनी को दें। किसी कारणवश मीटर रीडिंग नहीं होने पर आप स्वयं पहल कर रीडिंग के आधार पर संबंधित बिजली कार्यालय से अपना बिल प्राप्त करें। विद्युत मीटर से छेड़छाड़ की घटना होने पर उसकी जानकारी तुरंत बिजली कंपनी को दें। यदि कोई व्यक्ति मीटर रीडिंग में कमी लाने का प्रलोभन देते हुए राशि की मांग करता है, तो उसकी जानकारी तत्काल बिजली कंपनी को दें।
मतदाता सूची राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाईट www.mplocalelection.gov.in पर उपलब्ध है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी स्थानीय निर्वाचन श्री डीके शर्मा ने बताया कि पंचायत की मतदाता सूची पुनरीक्षण 2019 के तहत प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा 13 नवम्बर 2019 को कर दिया गया हैं। मतदाता सूची राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाईट www.mplocalelection.gov.in पर उपलब्ध है। कोई भी मतदाता उक्त वेबसाईट से मतदाता सूची का अवलोकन कर सकता है। फोटोयुक्त मतदाता सूची रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय में भी उपलब्ध है। मतदाता सूची पर दावे आपत्तियां प्राप्त करने का कार्य 13 नवम्बर 2019 से प्रारंभ हो गया है एवं 21 नवम्बर 2019 को अपरान्ह 3 बजे तक जारी रहेगा।
मुर्गीपालन में रोजगार के अवसर
मुर्गीपालन में रोजगार के अवसर
मुर्गीपालन भारत में 8 से 10 प्रतिशत वार्षिक औसत विकास दर के साथ कृषि क्षेत्र का तेजी के साथ विकसित हो रहा एक प्रमुख हिस्सा है। इसके परिणाम-स्वरूपभारत अब विश्व का तीसरा सबसे बड़ा अण्डा उत्पादक (चीन और अमरीका के बाद) तथा कबाब चिकन मांस का 5वां बड़ा उत्पादक देश (अमरीका, चीन, ब्राजील और मैक्सिको के बाद) हो गया है। कुक्कुट क्षेत्र का सकल राष्ट्रीय उत्पाद में करीब 33000 करोड़ रु. का योगदान है और अगले पांच वर्षों में इसके करीब 60000 करोड़ रु. तक पहुंचने की संभावना है। 352 अरब रुपए से अधिक के कारोबार के साथ यह क्षेत्र देश में 30 लाख से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध् कराता है तथा इसमें रोजगार के अवसरों के सृजन की व्यापक संभावनाएं हैं। पिछले चार दशकों में कुक्कुट क्षेत्र में शानदार विकास के बावजूद, कुक्कुट उत्पादों की उपलब्धता तथा मांग में काफी बड़ा अंतर है। वर्तमान में प्रति व्यक्ति वार्षिक 180 अण्डों की मांग के मुकाबले 46 अण्डों की उपलब्धता है। इसी प्रकार प्रति व्यक्ति वार्षिक 11 कि.ग्रा.मीट की मांग के मुकाबले केवल 1.8 कि.ग्रा. प्रति व्यक्ति कुक्कुट मीट की उपलब्धता है। इस प्रकारघरेलू मांग को पूरा करने के वास्ते अण्डों के उत्पादन में चार गुणा तथा मीट के उत्पादन में छः गुणा किए जाने की आवश्यकता है। यदि हम घरेलू मांग के साथ-साथ निर्यात बाजार में भारत के हिस्से का लेखा-जोखा देखें तो देश में कुक्कुट उत्पादों के उत्पादन में व्यापक अंतर है। जनसंख्या में वृद्वि जीवनचर्या में परिवर्तन, खाने-पीने की आदतों में परिवर्तन, तेजी से शहरीकरण,प्रति व्यक्ति आय में वृद्वि स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरुकता, युवा जनसंख्या के बढ़ते आकार आदि के कारण कुक्कुट उत्पादों की मांग में जबर्दस्त वृद्वि हुई है। वर्तमान बाजार परिदृश्य में कुक्कुट उत्पाद उच्च जैविकीय मूल्य के प्राणी प्रोटीन का सबसे सस्ता उत्पाद है।
कुक्कुट उत्पादों की इस बढ़ती मांग से कुक्कुट उद्योग में विभिन्न श्रेणियों के एक करोड़ से अधिक रोजगार सृजन की आशा है।
कुक्कुट विज्ञान में रोजगार के अवसर कुक्कुट विज्ञान में रोजगार के बहुत अवसर हैं। इसमें कोई व्यक्ति अनुसन्धान, शिक्षा, बिजनेस,कंसलटेंट, प्रबंधक, प्रजनक, विज्ञापक, कुक्कुट हाउस डिजाइनर,उत्पादन प्रौद्योगिकीविद प्रोसेसिंग प्रौद्योगिकीविद्, फीडिंग प्रौद्योगिकीविद्, प्रौद्योगिकीविद्, कुक्कुट अर्थशास्त्री आदि का विकल्प चुन सकते हैं और इसके अलावा भी बहुत से अवसर हैं जो कि व्यक्ति विशेष की अभिरुचि तथा योग्यता पर निर्भर करता है। कुक्कुट विशेषज्ञ बनने तथा विशेषीकृत रोजगार हासिल करने के इच्छुक व्यक्तियों को सबसे पहले बी.वी.एससी. एवं ए.एच. की पढ़ाई (पशु-चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन में स्नातक) पूरी करनी होती है। बी.वी.एससी. एवं ए.एच. का अध्ययन करने के लिए न्यूनतम योग्यता भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान (पीसीबी) में 10+2 है। स्नातक डिग्री पूरी करने के उपरांत कोई व्यक्ति कुक्कुट विषय-क्षेत्रों में विशेषज्ञ बनने के लिए एम.वी. एससी. (पशुचिकित्सा विज्ञान में मास्टर) का स्नातकोत्तर कार्यक्रम तथा संबद्व विषय में पी-एच. डी. कर सकता है।
कुक्कुट विज्ञान में स्नातकोत्तर/पी-एच.डी. पाठ्यक्रम संचालित करने वाले विश्वविद्यालयों/संस्थानों की सूची
1. आणंद कृषि विश्वविद्यालय आणंद, गुजरात
2. असम कृषि विश्वविद्यालय खानपाड़ा
3. भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान/केंद्रीय पक्षी इज्जतनगर,उत्तर प्रदेश अनुसंधान संस्थान
4. जे. के. कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर, मध्य प्रदेश
5. कर्नाटक पशु-चिकित्सा एवं पशु पालन विश्वविद्यालय बंगलौर और बीदर
6. केरल कृषि विश्वविद्यालय मानुथी
7. महाराष्ट्र पशु एवं मात्स्यिकी विज्ञान विश्वविद्यालय नागपुर, अकोला,मुंबई और परभणी
8. उड़ीसा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भुवनेश्वर
9. श्री वेंकटेश्वर पशुचिकित्सा एवं मात्स्यिकी तिरुपति तथा हैदराबाद विश्वविद्यालय
10. तमिलनाडु पशु-चिकित्सा एवं पशु विज्ञान चेन्नै और नामाखल विश्वविद्यालय
11. उ.प्र. पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु-चिकित्सा विज्ञान मथुरा विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान अनुष्ठान
12. राजीव गाँधी पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान पुदुच्चेरी महा विद्यालय
हालांकि कुक्कुट उद्योग में सामान्य प्रकार के रोजगारों के लिए, जैसे कि फार्म मैनेजर, सेल्स मैनेजर, इनपुट मैनेजर आदि के रूप में कॅरिअर शुरू करने के वास्ते बी.वी.एससी. तथा ए.एच. की डिग्रीहोना अनिवार्य नहीं है। वे कुक्कुट उद्योग में सामान्य प्रकार के विभिन्न रोजगारों के लिए पात्रता हेतु देश में विभिन्न संस्थानों द्वारा संचालित किए जाने वाले प्रमाण-पत्र या डिप्लोमा कार्यक्रमों
का विकल्प चुन सकते हैं। कुक्कुट विज्ञान में डिप्लोमा/प्रमाण-पत्रऔर कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने वाले कुछेक संस्थान निम्नानुसार हैं :-
1. केंद्रीय कुक्कुट विकास संगठन (सीपीडीओ), मुंबई, बंगलौर,भुवनेश्वर, चंडीगढ़
2. इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), नई दिल्ली
3. केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई),इज्जतनगर-243122, उ.प्र.
4. पोल्ट्री डायग्नोस्टिक रिसर्च सेंटर (पीडीआरसी), पुणे
5. भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधन संस्थान (आईवीआरआई),इज्जतनगर-243122, उ.प्र.
6. राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान
7. कृष्णकांत हांडिक राज्य मुक्त विश्वविद्यालय
8. अन्नामलै विश्वविद्यालय
9. डॉ. बी.वी. राव कुक्कुट प्रबंध् एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईपीएमटी), पुणे (म.रा.) 412202
उपर्युक्त सूची केवल सांकेतिक है। इच्छुक उम्मीदवार कुक्कुट विज्ञान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के बारे में अपनी पसंद के संस्थानों के बारे में पूछताछ कर सकते हैं। बीवी राव कुक्कुट प्रबंध् एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, पुणे नियिमित रूप से निम्नलिखित पाठ्यक्रम संचालित करता है :-
1. बेसिक कॉमर्शियल पोल्ट्री मैनेजमेंट कोर्स
2. वर्तमान कृषकों हेतु अभिविन्यास/निर्देशन पाठ्यक्रम
3. बड़े पैमाने पर कुक्कुट फार्मिंग हेतु उन्नत पाठ्यक्रम
4. फीड निर्माताओं के लिए पफीड फार्मूलेशन एवं फीड एनालाइसिस पाठ्यक्रम
5. अंडज उत्पादन में संलग्न व्यक्तियों के लिए अंडज उत्पत्तिशाला प्रबंधन पाठ्यक्रम
6. गैर-तकनीकी/वित्तीय व्यक्तियों के लिए कुक्कुट प्रबंधन में प्रोत्साहन पाठ्यक्रम रोजगार के अवसर
कुक्कुट विज्ञान को कॅरिअर के रूप में चुनने वाले व्यक्तियों के लिए विभिन्न प्रकार के स्वरोजगार तथा अन्य रोजगार के अवसर उपलब्ध् हैं। कोई व्यक्ति अपनी योग्यता और अकादमिक पृष्ठभूमि के अनुरूप अकादमिक क्षेत्र में सहायक प्रोफेसर के रूप में, अनुसंधान संगठन में एक शोधकर्ता तथा वैज्ञानिक के रूप में, केंद्र और राज्य सरकारों के विभागों में संबद्व विषयों के विशेषज्ञों के रूप में तथा पोल्ट्री फार्म के प्रबंधक के तौर पर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। इसी प्रकार कुक्कुट विज्ञान स्नातकों के लिए निजी पोल्ट्री और संबंधित उद्योगों में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध् हैं। इसके अलावा कुक्कुट व्यवसाय से संबंधित परामर्शी और स्व-रोजगार के विकल्प को भी चुना जा सकता है। कुक्कुट विज्ञान व्यावसायिकों के लिए पारिश्रमिक बहुत आकर्षक हैं। केंद्र और राज्य सरकार में कोई व्यक्ति रु. 30000 से रु. 40000 के बीच प्रतिमाह वेतन की आशा रख सकता है जो कि उसकी योग्यताओं पर निर्भर करता है। अनुसंधान और शिक्षणसंस्थानों में वेतन प्रतिमाह रु. 40000 से रु. 50000 के बीच होता है। निजी पोल्ट्री फार्मों में कोई व्यक्ति अपनी योग्यताओं और अनुभव के अनुरूप प्रतिमाह रु. 20000 से रु. 75000 तक अर्जित कर सकता है।
डाटा इन्ट्री ऑपरेटर ट्रेड में प्रशिक्षण हेतु आवेदन 30 नवंबर 2019 तक आमंत्रित हैं।
कार्यपालन अधिकारी जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित पन्ना ने बताया है कि जिले के अनुसूचित जाति वर्ग के न्यूनतम कक्षा 8वीं उत्तीर्ण युवक/युवतियों को जिनकी उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच हो तथा आवेदक पूर्व में नियोजित न हो, उन्हें मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजनांतर्गत डाटा इन्ट्री ऑपरेटर ट्रेड में प्रशिक्षण हेतु आवेदन 30 नवंबर 2019 तक आमंत्रित हैं। प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु आवेदक को आवेदन पत्र के साथ सक्षम अधिकारी द्वारा जारी जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र एवं जन्म दिनांक हेतु प्रमाण पत्र अनिवार्यतः संलग्न किया जाना है। आवेदक को शिक्षित बेरोजगार एवं शाला त्यागी (ड्राप आउट) होना चाहिए। इनके माता पिता/अभिभावक अथवा स्वयं की आय गरीबी रेखा से नीचे हो या पोस्ट मैट्रिक छात्रों की पात्रता हेतु भारत सरकार के समान हो, इस योजना के तहत किसी भी अभ्यर्थी द्वारा प्रशिक्षण का लाभ केवल एक बार ही लिया जा सकेगा। प्रशिक्षण की अवधि MES के मापदंडों के अनुरूप या मुख्यालय द्वारा समय-समय पर जारी किये गए निर्देशानुसार होगी। प्रशिक्षण डाटा इन्ट्री ऑपरेटर ट्रेड में SSEPL Pvt. Ltd. Bhubaneswar, Odisha के माध्यम से दिलाया जावेगा।
उन्होंने इच्छुक आवेदक से कहा है कि इस ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते है वो अपना आवेदन पत्र जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित पन्ना, न्यू कलेक्ट्रेड कमरा नम्बर 114 पन्ना स्थित कार्यालय से प्राप्त कर निश्चित समयावधि में आवश्यक सहपत्रों सहित आवेदन जमा करें, निर्धारित तिथि के पश्चात् प्राप्त आवेदनों पर विचार नही किया जावेगा।
जिला महिला बाल विकास कार्यक्रम मैं बच्चों को गोद लेने की अनूठी पहल ।
एकीकृत बाल विकास परियोजना पन्ना शहरी के अंतर्गत कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा की मंशानुसार पोषण संजीवनी कार्यक्रम के अंतर्गत जनसमुदाय से आगे बढ़कर, जिला महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी की पत्नि श्रीमती नीतू सिंह द्वारा समाजसेवी के रूप अनूठी पहल करते हुऐ विवान्स साहू की संजीवनी अभिभाविका बनी। इसी क्रम में केन्द्र क्रमांक 34 में चार बच्चों को क्रमशः श्रीमती मधु पटेरिया द्वारा भूमिका साहू, श्री अंकित शर्मा द्वारा पूर्वी समारी एवं शिवम रैकवार द्वारा अंजली रैकवार को गोद लेकर संजीवनी अभिभावक बने। केन्द्र क्रमांक 19 के दो बच्चों को स्वास्थय विभाग के एन.एम.एस श्री फरीद खान के द्वारा रोहित को एवं श्री नवदीप नायक द्वारा रोहणी को गोद लिया गया। संजीवनी अभिभावको के द्वारा कम वजन को बच्चों को पोषण सामग्री में भुने चने, गुड, मौसमी फल एवं प्रोटीन पाउडर बच्चों को प्रदाय किया गया। प्रतिदिन माता को बच्चों की देखरेख हेतु मुनगे के उपयोग के लिये समझाइस दी गई। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास परियोजना पन्ना शहरी से प्रभारी परियोजना अधिकारी श्रीमती किरण खरे ,पर्यवेक्षक श्रीमती अंजली गुप्ता, वार्ड की आंगनवाडी कार्यकर्ता श्रीमती अनीता पटेरिया एवं पार्वती कुशवाहा अन्य महिलाएं, किशोरी बालिकाएं एवं बच्चे उपस्थित हुए।
सज्जन सिंह वर्मा ने रेहटी पहुंचकर शहीद विरसा मुण्डा के जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया।
शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग मंत्री मध्यप्रदेश शासन श्री सज्जन सिंह वर्मा ने रेहटी पहुंचकर शहीद विरसा मुण्डा के जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया।
श्री वर्मा ने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपनी जान न्यौछावार करने वाले वीर विरसा मुण्डा के चित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित किया। उन्होंने अपने उद्धोधन में कहा कि हमें गर्व है आप सभी पर, यहां जितने भी लोग बैठे हैं सभी विरसा मुण्डा के वंशज हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना रक्त बहाया। विरसा मुण्डा ऐसे वीर थे जिन्होंने अनेकों बार अंग्रेजी सेना के छक्के छुड़ाए। अंग्रेज उन्हें छल-कपट और धोखे से ही गिरफ्तार कर पाए थे।
कार्यक्रम में उपस्थित आदिवासियों द्वारा मिली शिकायतों के संबंध में श्री वर्मा ने कहा कि आईटीआई में हो रही अव्यवस्थाओं के विषय में अनुविभागीय अधिकारी श्री अवस्थी को जांच करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है। इसके अलावा जिस भूमि पर कब्जे की शिकायत मिली है उसके संबंध में भी अनुविभागीय अधिकारी को कलेक्टर से चर्चा कर कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
कार्यक्रम के बाद श्री वर्मा ने सलकनपुर देवीधाम पहुंचकर दर्शन किए और अंत में श्री वर्मा अनुसूचित जाति छात्रावास बुदनी में हुई छात्र की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करने मृतक छात्र के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। इस अवसर पर श्री धर्मेन्द्र सिंह चौहान, श्री अनुपसिंह भाटी, श्री आरके इनवाती, श्री सूर्या, श्री मेहताब सिंह, श्री सुमेरसिंह, श्री रमन सिंह पटेल, श्री प्रेमनारायण गुप्ता सहित आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी आदि उपस्थित थे।
पशुपालन आज के बदलते हुए पर्यावरण को देखते हुये खेती-किसानी के लिये स्थायी आय का स्त्रोत है।
राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि नए भारत के निर्माण के लिए जरूरी है कि हम हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनें।
राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि नए भारत के निर्माण के लिए जरूरी है कि हम हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने कहा कि ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा का उत्पादन है। इसलिये बच्चों को बचपन से ही ऊर्जा संरक्षण के संस्कार दिये जाएं। श्री टंडन बाल दिवस पर समन्वय भवन में आयोजित राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नर्मदा हाइड्रो इलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने विजेताओं को पुरस्कार और दस-दस प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि "एक भारत-श्रेष्ठ भारत" मिशन को सफल बनाने के लिए जरूरी है कि मांग और उत्पादन में संतुलन हो। उत्पादन में वृद्धि, उपयोग में संयम और वितरण में समानता हो। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण समय की आवश्यकता है। इसके लिए समाज में जन-जागृति लाना जरूरी है। उन्होंने एनएचडीसी द्वारा इस दिशा में किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि स्कूली बच्चों के बीच ऊर्जा संरक्षण विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन एक सार्थक पहल है। बच्चों में ऊर्जा की बचत के संस्कार होने से उनके परिजनों में भी ऊर्जा संरक्षण के प्रति चेतना का विकास होगा। एनएचडीसी के प्रबंध निर्देशक श्री ए.के. मिश्रा ने बताया कि केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय के ऊर्जा संरक्षण राष्ट्रीय अभियान 2019 के अन्तर्गत एनएचडीसी द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के 69 हजार 250 स्कूलों के 11 लाख 81 हजार बच्चे शामिल हुए हैं। दो श्रेणियों में आयोजित प्रतियोगिता में दोनों श्रेणियों में 50-50 बच्चों का चयन कर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रथम पुरस्कार विजेता को 50 हजार, द्वितीय को 30 हजार और तृतीय को 20 हजार रूपये एवं प्रशस्ति-पत्र से पुरस्कृत किया गया है। विजेता आगामी 12 दिसम्बर को राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता में भागीदारी करेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुख्य महाप्रबंधक श्री अशोक कुमार ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर कक्षा 4थी से 6वीं तक की प्रथम श्रेणी में वेदिका जैन को प्रथम, कनक गोयल को द्वितीय और वंशिका सिसोदिया को तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। श्रेणी दो में कक्षा 7वीं से लेकर 9वीं तक के विद्यार्थियों में प्रथम पुरस्कार भविष्य आचार्य, द्वित्तीय पुरस्कार शुभंकर कुमार और तृतीय पुरस्कार आर्यंशी को प्रदान किया गया। सांत्वना पुरस्कार के रूप में दोनों श्रेणियों के दस-दस प्रतिभागियों को 7500-7500 रूपये एवं प्रशस्ति-पत्र से पुरस्कृत किया गया। |
युवा खिलाडियों को खेल प्रतियोगिताओं के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है।
प्रदेश के केबीनेट मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम आदिम जाति कल्याण विमुक्त घुमक्कड एवं अर्धघुमक्कड जनजाति कार्यविभाग ने शनिवार को डिंडौरी जिले के कबड्डी खिलाडी बालिका को राज्य स्तरीय सीनियर कबड्डी खेल प्रतियोगिता जबलपुर में भाग लेने के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं दी। डिंडौरी जिले के युवा खिलाडियों को खेल प्रतियोगिताओं के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे जिले की खेल प्रतिभाओं को आगे बढने का अवसर मिलेगा। मंत्री श्री मरकाम ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी होती है कि डिंडौरी जिले के खिलाडियों का चयन कर उन्हें राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं में भेजा जा रहा है। इस अवसर पर जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष श्री राधेलाल नागवंशी, सचिव श्री चेतराम अहिरवार, नेहरू युवा केन्द्र के प्रबंधक श्री के.एस. कुशवाहा, जावेद इकबाल उपस्थित थे। जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष श्री राधेलाल नागवंशी ने बताया कि डिण्डौरी जिले के कबड्डी खिलाडी राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता जबलपुर में जाकर भाग लेंगे। जिसमें रीता सरौते, मोनिका मरावी, अंजना कुसराम, अंकिता सोनी, संतोशी मरावी, पुष्पलता यादव, देवी बर्मन, लक्ष्मी बनावल, उर्मिला मरकाम, ज्योति परस्ते, कविता अहिरवार, और निशा जबलपुर में कबड्डी खेलकर जिले का नाम रोशन करेंगे। जिला क्रीडा सचिव श्री चेतराम अहिरवार ने बताया कि 02 नवम्बर से 05 नवम्बर 2019 तक राज्य स्तरीय सीनियर कबड्डी खेल प्रतियोगिता का आयोजन जबलपुर में किया जा रहा है। जबलपुर में अपने खेल का जौहर दिखाने के लिए सभी खिलाडी बहुत उत्साहित हैं। जिले में खेल प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं को खिलाडी के रूप में तैयार किया जाता है। जिससे जिले के खिलाडी राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय खेलों में जिले का नाम रोशन कर सकें। डिंडौरी जिले के खिलाडी खेल प्रतियोगिता के माध्यम से अपना सुनहरा भविष्य बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का "नेहरू और शिक्षा" सेमिनार में संबोधन
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि पंडित जवाहर लाल नेहरु की दूरदृष्टि और सक्षम नेतृत्व के कारण ही आज हमारा पूरा देश एक झण्डे के नीचे खड़ा है। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू की सोच के अनुरूप सरकार प्रदेश की भावी पीढ़ी को सक्षम और सफल बनाने के लिए उन्हें शिक्षित करने के साथ ही उनके व्यक्तित्व विकास के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। श्री कमल नाथ आज बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में पंडित जवाहर लाल नेहरू की 130वीं जयंती पर आयोजित सेमीनार को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि पंडित नेहरू एक शिक्षित राष्ट्र के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करने को लेकर काफी गंभीर थे। आजादी के बाद उनके सामने राष्ट्र निर्माण और उसकी अनेकता में एकता को मजबूत करने के साथ ही ज्ञानवान देश निर्माण की एक बहुत बड़ी चुनौती थी। इस चुनौती का उन्होंने अपने सक्षम नेतृत्व, दूरदृष्टि और दृढ़ निश्चतता के साथ सामना किया। आज देश में जितनी भी नामी शिक्षण संस्थाएँ और अनुसंधान केन्द्र हैं, वे सब नेहरू जी की देन हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेहरू जी ने मजबूत भारत की नींव रखी, जो आज दुनिया के सशक्त राष्ट्रों में से एक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न जातियों, धर्मों और भाषाओं के बीच नेहरू जी ने पूरे भारत को एक झंडे के नीचे लाकर खड़ा किया, जिसका लोहा आज पूरा विश्व मानता है। उन्होंने कहा कि आज देश में हमारा प्रजातंत्र मजबूत है, उसे कमजोर करने की हर कोशिश असफल हो रही है, तो इसका श्रेय पंडित नेहरु को जाता है। बाबा साहिब अंबेडकर को संविधान बनाने की जिम्मेदारी देकर उन्होंने लोकतंत्र को मजबूत बनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर क्षेत्र में परिवर्तन आया है। शिक्षा भी उससे अछूती नहीं है। पहले हमारे सामने शिक्षा और ज्ञान के सीमित संसाधन थे लेकिन आज उनका विस्तार हुआ है। मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा कि इस परिवर्तन को समझें, इसे अपनाएं और अपने देश को पूरे विश्व में नए बदलावों के साथ सशक्त भारत के रूप में स्थापित करने में अपना योगदान दें। शिक्षा और ज्ञान के अंतर को समझें। उन्होंने कहा कि ज्ञान हमें जीवन भर प्राप्त होता है, जो हर चुनौती का सामना करने में मार्गदर्शन प्रदान करता है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पंडित नेहरू से बाल्यकाल में हुए सम्पर्क की यादों को साझा करते हुए कहा कि जब वे दून स्कूल में संजय गांधी के सहपाठी थे, तब पंडित नेहरू और श्रीमती इंदिरा गांधी एक साथ माह में एक बार स्कूल के नियम के अनुसार संजय गांधी और राजीव गांधी से मिलने आते थे। इस दौरान उनका सम्पर्क नेहरू जी एवं इंदिरा जी से हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दिन भर उनके साथ रहते थे लेकिन हमें कभी अहसास नहीं होता था कि हम देश के प्रधानमंत्री के साथ हैं। वे बगैर तामझाम के एक जिम्मेदार अभिभावक होने के नाते हम लोगों के साथ समय बिताते थे। हमसे शिक्षा और ज्ञान से जुड़ी बातें करते थे और सीख भी देते थे। अंत में वे यह कहकर विदा लेते थे कि मैं अगली बार आऊँगा, तो पूछँगा। उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि पंडित नेहरू ने आजादी के बाद प्रगतिवादी सोच के साथ उस समय देश को एक नई दिशा और दृष्टि दी, जब हमारा देश रूढि़बद्धता और अंधविश्वास की सोच में जकड़ा हुआ था। उस समय एक सुई भी हमारे देश में नहीं बनती थी। आज हम न केवल अपने देश की बल्कि दुनिया के अन्य देशों की जरूरतों को पूरा करते हैं। पंडित नेहरू की ही यह देन है। उद्योग और शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान देश कभी नहीं भुला पाएगा। उन्होंने कृषि क्षेत्र को उन्नतशील बनाया और मजबूत लोकतंत्र की नींव डाली। जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि पंडित नेहरू की उद्योग और शिक्षा के क्षेत्र में जो प्रगतिवादी सोच थी, आज हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ उसी सोच के अनुरूप प्रदेश के विकास की नई तस्वीर गढ़ रहे हैं। प्रदेश का युवा शिक्षित और सक्षम बने, उसे रोजगार मिले, इसके लिए मुख्यमंत्री हर संभव प्रयास कर रहे हैं। ष्नेहरू और शिक्षाष् विषय पर आयोजित इस सेमिनार के मुख्य वक्ता शिक्षाविद् डॉ. अनिल सदगोपाल ने कहा कि पंडित नेहरू के तीन महत्वपूर्ण विचार हैं, जो आज के समय में केवल प्रासांगिक ही नहीं है बल्कि हमारा मार्गदर्शन भी करते हैं। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू कहते थे कि शिक्षा का मकसद सेवा है। शिक्षा का केवल निज हित के लिए नहीं बल्कि समूचे समाज की सेवा में उपयोग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू का विचार था कि हमारे विश्वविद्यालय इंसानियत सहिंष्णुता, तार्किकता और नए विचारों के बनें, जहाँ सच के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले। उन्होंने कहा कि नेहरू जी का यह भी विचार था कि हमारी तकनीकी की स्वीकार्यता तभी है, जब उसमें इंसानियत और समाज के बुनियादी मूल्यों का समावेश हो। सेमिनार के प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पंडित जवाहर लाल नेहरू की बाल्यकाल से लेकर जीवन के अंतिम क्षणों तक के कृतित्व पर केन्द्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। उन्होंने नेहरू जी पर केन्द्रित स्मारिका का भी विमोचन किया। |
इंसान में अगर हिम्मत और कुछ नया कर गुजरने का जज्बा है तो कोई भी राह मुश्किल नहीं।
इंसान में अगर हिम्मत और कुछ नया कर गुजरने का जज्बा है तो कोई भी राह मुश्किल नहीं। यह बात सच कर दिखाई है जिले के छोटे से गांव करारीखुर्द की एक महिला कृषक मीना यादव ने।
गांव में गृहिणी से खेतों तक का सफर आसान नहीं है। लेकिन चार बच्चों की मां पैंतालीस वर्षीया मीना ने यह कर दिखाया है। उनके पति रामेश्वर दूध बेचने का काम करते हैं। उन्होंने खेती बाड़ी में मेहनत करने की बजाय घरेलू कामकाज में हाथ बंटाने की मीना को सलाह दी। लेकिन वह नहीं मानीं। वे कहतीं हैं कि खेती बाड़ी में अन्य महिला कृषकों के काम ने उन्हें खेतों में उतरने के लिए प्रेरित किया। इससे उन्हें आमदनी भी हो रही है।
अन्ततः मीना की इस धुन में उसके परिवार वालों ने भी पूरा साथ दिया। मीना गांव के जय मां पीताम्बरा महिला स्वसहायता समूह की सदस्य हैं। लिहाजा इस समूह के माध्यम से उन्होंने खेती बाड़ी के लिए बीस हजार रूपये का ऋण लेकर कई प्रकार की फसलें उगा लीं। उन्होंने खेतों में लगी भिण्डी, बेगन, टमाटर, उड़द, तिल, मूंगफली से अच्छी कमाई की। खासबात यह है कि वह अपने खेतों में मजदूर नहीं लगातीं और सारे काम स्वयं अकेले करती हैं। वह अपनी कमाई से अपने दो लड़कों को पढ़ा रही हैं और घर का खर्चा भी उठा रही हैं। परिजनों का कहना है कि यह काम उन्होंने अपनी मर्जी से परिवार की आमदनी बढ़ाने के लिए चुना है। मीना को खेती किसानी का माहौल घर से ही मिला है।
ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला परियोजना प्रबंधक श्रीमती संतमती खलको कहती हैं कि ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा गठित महिला स्वसहायता समूहों के जरिए खेती बाड़ी के लिए महिला कृषकों को वित्तीय सहायता दी जा रही हैं, ताकि वे बगैर परेशानी के खेती कर सकें।
निजी भूमि पर भी बाँस उत्पादन की योजना।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज मंत्रालय में बांस मिशन की बैठक में कहा है कि बाँस प्रदेश में रोजगार और आय का साधन बने। इस दिशा में विशेष प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने इसके लिए वन और ग्रामीण क्षेत्रों में बाँस रोपण के साथ ही निजी भूमि पर भी बाँस उत्पादन की योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में वन मंत्री श्री उमंग सिंघार तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बाँस उत्पादन के जरिए हम किसानों की आय में वृद्धि करने के साथ ही बेरोजगारों को व्यापक पैमाने पर रोजगार उपलब्ध करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि बाँस से उत्पादित वस्तुओं का एक बहुत बड़ा बाजार पूरे विश्व में है। इसका लाभ मध्यप्रदेश को मिले, इसके लिए सुनियोजित प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाँस उत्पादन में इस बात का ध्यान रखा जाए कि इससे जुड़े उद्योगों को कौन-सी गुणवत्ता के बाँस की आवश्यकता है। उन्होंने बाँस उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए उद्योग की आवश्यकता के अनुरुप बाँस उत्पादन की योजना बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव वन श्री ए.पी. श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती गौरी सिंह, एपीसीसीएफ (सेवानिवृत्त) डॉ. ए.के. भट्टाचार्य एवं बाँस कृषक व्यवसायी श्री सुभाष भाटिया सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
मातृ वंदना योजना का लाभ महिलाओं को लेने हेतु अपील।
मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को मजदूरी के आंशिक क्षतिपूर्ति के रूप में नगद प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है ताकि प्रथम बच्चे के प्रसव के पूर्व एवं पश्चात बच्चा उन्हें पर्याप्त आराम मिल सके। नगद प्रोत्साहन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं के स्वास्थ्य संबंधी व्यवहारों में सुधार लाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। ऐसी सभी गर्भवती महिलाएं और धात्री माताएं जो 1 जनवरी 2017 के पश्चात परिवार में जन्मे पहले बच्चे से संबंधित है तो योजना के लिये पात्र होगी। प्रथम जीवित बच्चे संबंधित समस्त गर्भवती महिलाएं एवं धात्री माताएं इसके लिए पात्र होगी। सभी सरकारी या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में कार्यरत कर्मचारी इसके पात्र नहीं होंगे।
शिक्षित युवाओं को 2 करोड़ रूपये का ऋण देने का प्रावधान ।
शासन द्वारा शिक्षित युवाओं को स्वरोजगार का अवसर देने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना लागू की गई है। इसके माध्यम से शिक्षित युवाओं को 2 करोड़ रूपये का ऋण देने का प्रावधान है। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन का मध्यप्रदेश का मूल निवासी होने आवश्यक है। उसकी आयु 18 से 40 वर्ष तथा शैक्षणिक योग्यता कम से कम 10वीं पास निर्धारित की गई है। आवेदक को किसी भी राष्ट्रीय बैंक अथवा अन्य वित्तीय संस्थाओं का डिफल्टर नही होना चाहिए। शासन इस योजना से आवेदक के अभिभावकों के आयकरदाता न होने की शर्त हटा दी है। इससे अधिक से अधिक शिक्षित युवाओं योजना का लाभ उठा सकेंगे।
इस संबंध में महाप्रबंधक जिला उद्योग ने बताया कि इस योजना का लाभ केवल विनिर्माण उद्योग तथा सेवा क्षेत्र की परियोजनाओं को दिया जा रहा है। परियोजनाओं को cgtmse के तहत बैंक ऋण गारंटी के लिए पात्र होनी चाहिए। इस योजना में भैंस, गाय पालन तथा मुर्गी पालन संबंधी इकाईयों के लिए पात्रता नहीं होगी। पात्र आवेदक अपने उद्यम के लिए 10 लाख रूपये से 2 करोड़ तक का ऋण ले सकते हैं। इस योजना में इकाई की कुल पूजी लागत पर 15 प्रतिशत राशि मर्जिन मनी सहायता के रूप में दी जाती है। मर्जिन मनी अधिकतम 18 लाख रूपये तक ही देय होगी। आवेदक के बीपीएल होने पर उनसे 20 प्रतिशत मर्जिन मनी देय होगी। युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए 7 वर्ष तक व्याज अनुदान दिया जायेगा। महिला उद्यमी को 6 प्रतिशत प्रति वर्ष तथा अन्य उद्यमी को 5 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से व्याज अनुदान दिया जायेगा। योजना में सात वर्ष तक प्रचालित दर से गारंटी शुल्क देना होगा। महाप्रबंधक उद्योग ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए पात्र उम्मीदवार ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। योजना के संबंध में अन्य जानकारियां बेवसाइट www.msme.mponlin.gov.in से प्राप्त की जा सकती है।
महिलओं का परिवार समूह से जुड़कर सुखमय जीवन बिता रहा है।
रानी ने अपने पति के साथ मिलकर दुकान से बचाये गये रूपय के साथ ही बैंक से ऋण लेकर साथ समूह के माध्यम से भी कुछ पैसा मिलाकर एक पिक-अप वाहन खरीदा। रानी जिसका समय -समय पर किस्त भी जमा करती है। रानी के पति गल्ला खरीदी का काम करते है। जो गांव -गांव जाकर गल्ला खरीद रहे है। और शादी विवाह के समय बुकिंग पर गाडी चलाकर 20000 से 25000 मासिक कमाई कर लेते है। समूह के अन्य सदस्यो ने भी अपनी आय के स्त्रोत को बड़ाने के उद्देश्य से पशुपालन की ओर ध्यान दिया समूहो की महिलाओं द्वारा भैंस पालन बकरी पालन के साथ ही मनिहारी की दुकान खोलकर अपनी आय को बड़ाने का कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाये इसका का श्रेय रानी को देते हुये नही थकती। आज अम्बे स्व सहायता समूह सुकहर गाव के सभी समूह के लिए प्रेरणा का माध्यम बन गया है। रानी यादव सहित अन्य महिलओं का परिवार समूह से जुड़कर सुखमय जीवन बिता रहा है।
जनसम्पर्क अधिकारी
संरक्षण विभाग ने सभी कलेक्टरों को मोटा अनाज ज्वार और बाजरा का उपार्जन 18 नवंबर से करने के निर्देश जारी किये।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने सभी कलेक्टरों को मोटा अनाज ज्वार और बाजरा का उपार्जन 18 नवंबर से करने के निर्देश जारी किये हैं। पूर्व में यह उपार्जन कार्य 8 नवम्बर से किया जाना था। प्रदेश में निरंतर वर्षा होने से ज्वार एवं बाजरा में नमी का अंश सरकार द्वारा निर्धारित यूनीफोर्म स्पेसीफिकेशन की सीमा से अधिक होने के कारण समर्थन मूल्य पर ज्वार एवं बाजरा का उपार्जन अब 18 नवंबर से प्रारंभ किया जायेगा ताकि एफएक्यू गुणवत्ता का ज्वार एवं बाजरा उपार्जित किया जा सके।
जन अधिकार कार्यक्रम के लिए लंबित प्रकरणो का संतुष्टिपूर्वक निराकरण करने के निर्देश।
कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा की अध्यक्षता में समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में एसडीएम श्री अभय सिंह खराडी सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सीएम हेल्पलाइन, जनशिकायत, जनसुनवाई, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में प्राप्त आवेदनो एवं लोक सेवा गांरटी के प्रकरणो की समीक्षा करते हुए प्रतिमाह दूसरे मंगलवार को होने वाले जन अधिकार कार्यक्रम के लिए लंबित प्रकरणो का संतुष्टिपूर्वक निराकरण करने के निर्देश सभी संबंधित अधिकारियो को कलेक्टर श्री सिपाहा ने दिये। सभी अधिकारियो को निर्देशित किया गया कि जनसुनवाई, आपकी सरकार आपके द्वार, सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणो का निराकरण प्राथमिकता से करे। निराकरण के समय आवेदक से चर्चा करे, साथ ही मौके पर जाकर यथास्थिति की पूरी जानकारी के साथ समाधानकारक जवाब पोर्टल पर अपलोड करे। आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान प्राप्त हुए आवेदनो का निराकरण पोर्टल पर दर्ज करे। सभी जिला अधिकारी अपने अधीनस्थ ब्लाक एवं ग्रामीण स्तरीय कार्यालयो का निरीक्षण कर व्यवस्थाए सुनिश्चित करे एवं भ्रमण प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय को उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे। विभागीय योजनाओ में प्रगति की अद्यतन जानकारी जिला योजना अधिकारी को 2 नवम्बर तक भिजवाना सुनिश्चित करे। विगत दिनो मध्यप्रदेश शासन के मंत्रीयो के जिले के भ्रमण के दौरान की गई घोषणाओ का पालन प्रतिवेदन जिले के प्रभारी मंत्री को आज ही उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे।
आपकी सरकार आपके द्वार योजना का शिविर जिले में 16 नवम्बर को रानापुर विकासखण्ड के ग्राम पाडलवा में आयोजित किया जाएगा।
जिले के नागरिकों विशेष रूप से ग्रामीण रहवासियों की समस्याओं के निराकरण और विकास के सुझावों पर अमल के लिये शासन द्वारा प्रारंभ की गई आपकी सरकार आपके द्वार योजना का शिविर जिले में 16 नवम्बर को रानापुर विकासखण्ड के ग्राम पाडलवा में आयोजित किया जाएगा।
कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने निर्देश दिये कि 16 नवम्बर को सभी अधिकारी प्रातः 8 बजे आपकी सरकार आपके द्वार में चयनित विकासखण्ड रानापुर के आकस्मिक भ्रमण के लिए चयनित गाँव में पहुँचकर आम जनता से सम्पर्क कर योजना में सम्मिलित कार्यक्रम/गतिविधियो के संबंध में चर्चा कर फिडबेक ले। आकस्मिक भ्रमण वाले गाँव का नाम गोपनीय रहेगा। भ्रमण में गाँव की सभी संस्थाओं का निरीक्षण किया जायेगा। इन संस्थाओं में स्कूल, आँगनवाड़ी केन्द्र, राशन की दुकान, अस्पताल, ग्राम पंचायत का दफ्तर शामिल हैं। भ्रमण सुबह 9 से दोपहर एक बजे तक रहेगा। इसके बाद दोपहर दो बजे से पाडलवा में विकासखण्ड स्तरीय शिविर में उपस्थित रहे।
शिविर में आने वाले आवेदको की समस्याओं का तत्काल निराकरण करे। जिन आवेदनों का तुरंत निराकरण संभव नहीं होगा, उसके संबंध में आवेदक को सूचित करे। एक समय-सीमा में निराकरण का कार्य किया जाना है। शिविर में प्राप्त आवेदनो की इन्ट्री भी शासन के पोर्टल पर उसी दिन की जाना है। इसलिए सभी आवश्यक व्यवस्थाये सुनिश्चित करे। कलेक्टर ने शिविर के संबंध में मुनादी एवं अन्य उपायों से भी ग्रामीणों तक सूचना पहुँचाने का कार्य करने के लिए सभी एसडीएम, सीईओ जनपद को निर्देशित किया।
फिल्मों का निर्माण करेगा। मध्यप्रदेश शासन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए करेगा।
मप्र शासन द्वारा राज्य को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान दिलाने तथा प्रदेश के युवाओं और भावी पीढ़ी को प्रेरित करने के उद्देश्य से सफलता की कहानियों पर आधारित लघु फिल्मों का निर्माण करेगा। फिल्में ऐसे व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित होगी, जिनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य उन्हें समाज में विशिष्ट पहचान दिला रहे है। इस संबंध में मुख्य सचिव श्री एसआर मोहंती ने निर्देश जारी किए हैं कि जिले के ऐसे व्यक्तित्व एवं कृतित्व जिन पर फिल्मों का निर्माण किया जा सकता है, उनकी जानकारी भेजना सुनिश्चित करें।
शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई कन्या विद्यालय सीहोर में आयेजित बालिका मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई कन्या विद्यालय सीहोर में आयेजित बालिका मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारत सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढाओं योजनांतर्गत बालिकाओं की शिक्षा तथा लिंगानुपात को बढाने हेतु विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। बेटी बचाओं बेटी पढाओं एक सरकारी सामाजिक योजना है। इसके द्वारा लडकियों के महत्व के बारे में लोगो को जागरूक करना है। साथ ही योजना का उद्देश्य लडकी के लिए कल्याण सेवा की दक्षता में सुधार करना, कन्या भु्रण हत्या को समाप्त करना, लडकियो की सुरक्षा सुनिश्चित करना ओर उनको अच्छी शिक्षा प्रदान करना है।
कार्यक्रम में हाईस्कूल में कु.निकिता तथा हायर सेकण्डरी परीक्षा में शिवानी परमार, रीना, बसकन्या को सर्वाधिक अंक प्राप्त करने तथा निबंध, चित्रकला, स्लोगन, प्रतियोगिता में प्रथम आषा सोलंकी द्वितीय अंजली तृतीय खुषबू एवं दिव्या को एवं नगीना मालवीय व भूरी चैहान को उत्कृष्ट गतिविधि हेतु ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति सदस्य श्री अनिल सक्सेना, स्कूल प्राचार्य श्रीमती सरिता राठौर, परामर्शदाता सुरेश पांचाल, डॉ. हेमलता राठौर, अरूणा पारे, आशीष तिवारी, शशि राठौर आदि के साथ विद्यालय का समस्त स्टाफ एवं छात्राए उपस्थित थे। आंगनवाडी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, सहायिका, शोर्यादल सदस्य, कोरग्रुप सदस्य किशोरी बालिका, जनप्रतिनिधि स्कूली छात्राए , शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सचिव मुख्य रूप से उपस्थित थे।
सीहोर में भोपाल शुगर इंडस्ट्रीज अतिक्रमण मुक्त करा दी जाएगी।
अनुविभागीय अधिकारी सीहोर श्री आदित्य जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि तहसील सीहोर में भोपाल शुगर इंडस्ट्रीज की 4557.85 एकड़ भूमि राजस्व अभिलेख में दर्ज थी, यह भूमि क्रमश: ग्राम शेरपुर, हसनपुरा, गोपालपुरा, खुर्शीदपुर, रोला, जमोनिया तालाब, राजूखेड़र, मुंगावली, जहांगीपुरा, कस्बा सीहोर, आल्हादाखेड़ी, भगवानपुरा, रायपुरा, छावनी सीहोर, बड़ियाखेड़ी, सारंगाखेड़ी कुल 17 ग्रामों में स्थित थी। शुगर फैक्ट्री वर्ष 2002 से बंद हैं।
न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी के सीलिंग प्रकरण क्रमांक 90/अ-90/ब-3/1063-64 पारित आदेश दिनांक 22 फरवरी 2012 द्वारा भूमि में से 16 ग्रामों की 4365.56 एकड़ भूमि शासकीय अतिशेष घोषित की जाकर राजस्व अभिलेखों में अंकित की गई है। सीलिंग प्रकरण के आदेश के विरुद्ध अनावेदक बीएसआई द्वारा उच्च न्यायालय मप्र खंडपीठ जगलपुर समक्ष में रिटपिटिशन 2257/2012 प्रस्तुत की जो कि दिनांक 29 अगस्त 2019 को न्यायालय द्वारा खारीज कर दी गई है जिसमें शासन की ओर से दिनांक 22 अक्टूबर 2019 को उच्च न्यायालय जबलपुर में केविएट दायर की जा चुकी है। यह भूमि वर्तमान में शासकीय होकर अतिशेष मप्र शासन दर्ज है एवं भूमि पर अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर बेदखली की कार्यवाही प्रचालित कर ग्राम जहांगीरपुरा के 12 अतिक्रामकों को रकबा 142.761 हेक्टेयर, सारंगाखेड़ी 17 अतिक्रामकों को रकबा 211.463 हेक्टे., आल्हादाखेड़ी 4 अतिक्रामकों रकबा 39.782 हेक्टे., ग्राम चंदेरी के 14 अतिक्रामकों रकबा 195.538 हेक्टे., खुर्शीदपुर के 2 अतिक्रामकों रकबा 191.186 हेक्टे. एवं भगवानपुरा के 3 अतिक्रामकों रकबा 15.472 हेक्टे. कुल 52 अतिक्रमणकारियों कुल रकबा 796.206 हेक्टे. को सूचना पत्र जारी किए गए हैं एवं शेष अतिक्रमणकारियों को सूचना पत्र जारी कर बेदखली की कार्यवाही की रही है। जल्द ही बीएसआई की भूमि अतिक्रमण मुक्त करा दी जाएगी।
Featured Post
भोपाल में ई-रिक्शा प्रतिबंध | ट्रैफिक सुधार के लिए बड़ा फैसला
भोपाल में ई-रिक्शा प्रतिबंध | ट्रैफिक सुधार के लिए बड़ा फैसला भोपाल में ई-रिक्शा प्रतिबंध: ट्रैफ...

-
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर ...
-
ग्वालियर में हर बूथ होगा मजबूत, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं को सिखाया बूथ प्रबंधन का पाठ। दिनांक 26 मार्च 2023 ग्वा...
-
नगर की चर्चित साहित्यिक संस्था होरिज़ॉन गूडफेथ एजुकेशन एंड ह्यूमन वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में दिनांक 29-01-2023 रविवार को 92 चाणक्य...