राजगढ़ 14 नवम्बर 2019 दसवी की परीक्षा सन 2012 में उर्त्तीण करने के उपरांत सीमा मेवाडे अपने घर गृहस्थी के कामों में इतनी उलझी कि उन्हे पता ही नही चला कि पढ़ाई छोडने के उपरांत 7 साल से उपर का वक्त कब गुजर गया।
जब सीमा अपने घर गृहस्थी के कामों में मशगूल थी उनके पति देवेन्द्र मेवाडे ने उन्हे बताया कि जिले में बादल पर पॉव है योजना लागू की गई है जिसमें तुम 12 की परीक्षा में बैठ सकती हो।
पति की सहयोग पूर्ण बातें सुनकर सीमा के मन में आगे पढने की दबी चिंगारी फिर से जागी और उन्होंने बादल पर पॉव योजना के तहत कक्षा 12 वी में प्रवेष लिया सीमा ने स्थानीय स्टेडियम ग्राउण्ड में मिड टर्म टेस्ट देते हुए बताया कि यदि बादल पर पॉव योजना न आती और मेरे पति मुझे प्रोत्साहित ना करते तो में केवल 10 वी पास ही करके घर बैठी रहती । अब मैं आगे की पढ़ाई भी जारी कर अपना भविश्य उज्जवल करूगी।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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