राजगढ़ जिले की जीरापुर में कुंडालिया बांध बना तो जीरापुर एवं खिलचीपुर के लोगों को अपार खुशी हुई। जब बांध बनकर तैयार हुआ तो लोगों की आशा जागी की उनके खेतों में सिंचाई होगी और भरपूर फसलें पैदा होंगी जिससे समृद्धि आएगी ।
बांध बनने के उपरांत जब 395 मीटर की ऊंचाई तक पानी भरा तो ग्राम पथरिया निवासी दुले सिंह राजपूत तथा अन्य जन के मकान डूब में आ गए। अब उन्हें चिंता होने लगी कि वह अपने परिवार के साथ किस तरह से अपना मकान बनाकर रह सकेंगे ।
डूब प्रभावित परिवारों को जीरापुर में जमीन दी गई। भूखंड मिलने के उपरांत दुले सिंह को अब दूसरी चिंता यह सताने लगी कि उनके पास कोई दस्तावेज नहीं है इस बात का समाधान तब हुआ जब ऊर्जा मंत्री ने कुंडलिया डैम पर आयोजित एक कार्यक्रम में दुले सिंह सहित डूब प्रभावित परिवारों को आवासीय भूखंडों के पट्टे वितरित किए ।
जब दुले सिंह राजपुत को ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने सम्मान पूर्वक पट्टा दिया तो वह खुश हुए। उन्होंने कहा कि अब हम निश्चिंत है कि हमें अधिकार मिल गया है और हम अपने खुद के मकान में रहे सकगे। उन्होंने मध्यप्रदेश शासन और मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह को धन्यवाद दिया।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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