बच्चे हॅसते मुस्कराते ही अच्छे लगते है। यदि बच्चों के पास अच्छे कपडे, खिलोने और कापी किताबें हो तो प्रसन्नचित्त रहते है। प्रसन्न रहने से उनका शारीरिक और मानसिक विकास होता हैं।
ऐसा ही प्रयास राजगढ़ में दो स्कूलों के छात्रों ने किया है। ऑगनबाडी में दर्ज बच्चों को खुश रखने के लिए विवेकानन्द पब्लिक स्कूल और राजेश्वर कान्वेंट स्कूल के बच्चों ने कपडे, खिलोैने और किताबे एकत्र कर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमति चन्द्रसेना भिडे तथा सहायक संचालक श्यामबाबू खरे को आंगनबाडियों में वितरण हेतु प्रदान की। इस कार्य में विद्यालय के प्राचार्यगण और जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एस. बिसोरिया की प्रेरणा महत्वपूर्ण रही।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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