बच्चों के पास अच्छे कपडे, खिलोने और कापी किताबें हो तो प्रसन्नचित्त रहते है।

   बच्चे हॅसते मुस्कराते ही अच्छे लगते है। यदि बच्चों के पास अच्छे कपडे, खिलोने और कापी किताबें हो तो प्रसन्नचित्त रहते है। प्रसन्न रहने से उनका शारीरिक और मानसिक विकास होता हैं। 
   ऐसा ही प्रयास राजगढ़ में दो स्कूलों के छात्रों ने किया है। ऑगनबाडी में दर्ज बच्चों को खुश रखने के लिए विवेकानन्द पब्लिक स्कूल और राजेश्वर कान्वेंट स्कूल के बच्चों ने कपडे, खिलोैने और किताबे एकत्र कर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमति चन्द्रसेना भिडे तथा सहायक संचालक श्यामबाबू खरे को आंगनबाडियों में वितरण हेतु प्रदान की। इस कार्य में विद्यालय के प्राचार्यगण और जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एस. बिसोरिया की प्रेरणा महत्वपूर्ण रही।


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