खिलचीपुर के ग्राम भाटखेड़ा निवासी भंवरी बाई का पूरा जीवन झोपड़ी में कटा उन्हें ऐसा लगता था कि अब उनके भाग्य में पक्के मकान में रहना बना ही नहीं है किंतु भंवरी बाई के मन की अभिलाषा उनके चौथे पन में पूरी हुई जब उन्हें ग्राम पंचायत द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान स्वीकृत हुआ भंवरी बाई को भरोसा हो चला अब हमारे छप्पर के दिन बीत जाएंगे और हम चैन की नींद सो सकेंगे भंवरी बाई का जब पक्का मकान बनकर तैयार हुआ और उन्होंने गृह प्रवेश किया तो उन्हें ऐसा लगा मानो उनकी जिंदगी की सारी अभिलाषा पूरी हो गई हैं अब उन्हें ना तो बरसात में छप्पर सुधारने की चिंता थी और ना इस बात की चिंता थी कि पानी टपकेगा तो रात में इधर-उधर खिसकना पड़ेगा अब वह अपनी नातिन के साथ स्वयं के मकान में चैन की नींद सोते हैं उन्हें इस बात पर गर्व है कि अब वहां पक्के मकान की मालकिन है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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