बाल दिवस के अवसर पर 14 नवंबर को प्रदेश के प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर बाल रंग मेला आयोजित किया जाएगा।

बाल दिवस के अवसर पर 14 नवंबर को प्रदेश के प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर बाल रंग मेला आयोजित किया जाएगा। प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री अनुपम राजन ने सभी जिला कलेक्टर को निर्देश जारी किये हैं कि 14 नवंबर को प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर बाल दिवस मनाया जाए। साथ ही प्रत्येक परियोजना मुख्यालय पर बाल रंग मेले का आयोजन किया जाए। श्री राजन ने कहा कि जिन परियोजना में बाल शिक्षा केंद्र परियोजना मुख्यालय पर नहीं है, वहाँ पर भी बाल रंग मेले का आयोजन सुनिश्चित किया जाए।
    प्रमुख सचिव श्री राजन ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष आयु तक के बच्चों को खेल-खेल में शाला पूर्व शिक्षा दी जाती है। इसी क्रम में महिला-बाल विकास विभाग द्वारा 313 विकासखंडों में बाल शिक्षा केंद्र प्ले स्कूल की शुरुआत की गई है। श्री राजन ने कहा कि शाला पूर्व शिक्षा को रोचक एवं रुचि पूर्ण बनाने तथा सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये बाल दिवस अच्छा अवसर है। उन्होंने बताया कि बाल मेले का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी में बच्चों के सीखने एवं शाला पूर्व शिक्षा के लिए सहज वातावरण निर्मित करना तथा प्रतिभावान बच्चों की पहचान कर उनकी प्रतिभा को निखारना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।


मास्टर क्लीन, टेडी मास्टर, हेल्दी पुरस्कार

   बाल मेले के दौरान वहाँ रहने वाले बच्चे को मछली पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसमें आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा अन्य समुदाय के बच्चों को भी शामिल किया जाएगा। बाल मेले में बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग, ग्रीटिंग कार्ड और मिट्टी के खिलौने की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। फैंसी ड्रेस, गीत-कविता, नाटक का प्रदर्शन भी किया जाएगा। बाल दिवस पर सबसे स्वस्थ बच्चे को हेल्थी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त बाल रंग मेले में कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा।


Comments