जिले के प्रभारी मंत्री श्री हर्ष यादव सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने शिविर स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने योजनाओं तथा लोगों को लाभान्वित करने की प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर तथा मेडिकल बोर्ड के स्टॉल का भी निरीक्षण किया। स्वास्थ्य शिविर में 1376 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा आवश्यकतानुसार दवाएं वितरित की गई। शिविर में 450 से अधिक लोगों का ओपीडी में, आयुर्वेद पद्धति से 436 लोगों का, यूनानी पद्धति से 310 से अधिक लोगों का तथा होम्योपैथिक पद्धति से 175 से अधिक लोगों स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसी प्रकार मेडीकल बोर्ड द्वारा 26 दिव्यांगजनों को परीक्षण उपरांत नियमानुसार दिव्यांगता प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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