इंदौर के परदेशीपुरा स्थित विशेष गृह बालक में गत 13 नवम्बर को हुई घटना की मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री लोकेश कुमार जाटव द्वारा दिये गये है। जांच का दायित्व मल्हारगंज एसडीएम को सौंपा गया है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेशानुसार जांच अधिकारी द्वारा उक्त घटना का सम्पूर्ण घटनाक्रम व घटना का समय, स्थान एवं परिस्थितिया क्या थी? क्या मौके पर सुरक्षा के सम्पूर्ण प्रावधानों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा था? क्या भवन सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त है? क्या सुरक्षा कर्मी व स्टॉफ पर्याप्त संख्या में मौजूद है? उक्त घटना निर्मित होने के लिये किस-किस के द्वारा लापरवाही की गई तथा इसके लिये कौन-कौन उत्तरदायि है? आदि बिन्दुओं पर जांच की जायेगी। उक्त घटना की जांच 15 दिवस में पूर्ण कर जांच रिपार्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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