म.प्र.शासन किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के द्वारा चलाये जा रहे ''षुद्ध के लिये युद्ध'' अभियान के तहत कलेक्टर श्रीमति तन्वी सुन्द्रीयाल एवं उप संचालक कृषि खण्डवा के निर्देषन में गठित निरीक्षण दलों द्वारा जिले के विकासखण्ड खण्डवा, पुनासा, एवं खालवा में कार्यरत् सहकारी एवं निजी कृषि आदान विक्रेताओं के भण्डारण एवं विक्रय केन्द्रों का गहन निरीक्षण कर कृषि आदान नमूने लिये गये।
दल प्रभारी श्री एस.एस. मोरे सहायक संचालक कृषि, सहायक अधिकारी श्री एन.आर.गुजराथी, बीज निरीक्षणक श्री एस.के. पाटीदार, श्री ए.सी.दीक्षित एवं श्री बी.एल.टेलर द्वारा खण्डवा, खालवा, पंधाना एवं बीड के 5 बीज विक्रेताओं, उर्वरक के 8 विक्रय एवं भण्डार केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीज के 5 एवं उर्वरक के 4 नमूने लिये गये। किसी भी विक्रेता के यहाँ कालाबाजारी, अवैध भण्डारण, अवैध परीवहन, अवैध विक्री या अव्यवस्थित रिकार्ड से संबंधी प्रकरण नही पाया गया। निरीक्षण के दौरान निरीक्षण दल द्वारा कृषकों से भी चर्चा की एवं उन्हैं कृषि आदान, उर्वरक, बीज या कीटनाषक खरीदी का पक्का बिल लेने की सलाह दी गयी। ताकि गुणवत्ता परीक्षण में अमानक पाये जाने या किसान के द्वारा खरीदे गये आदान में मिलावट या अषुद्धता पाये जाने पर संबंधित विक्रेता या कम्पनी के विरुद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही विभाग द्वारा करने में सुविधा हो सके।
उप संचालक श्री आर.एस.गुप्ता के ने बताया कि जिले के किसानों को मानक स्तर का कृषि आदान उपलब्ध कराने के लिये यह अभियान दिनांक 15 से 30 नवम्बर तक जारी रहेगा। किसी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर संबंधित विक्रेता एवं कम्पनी के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावेगी। श्री गुप्ता द्वारा यह भी बताया गया कि जिले में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के पद रिक्त होने से मात्र तीन निरीक्षकों से कार्य लिया जा रहा है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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