प्रदेश के केबीनेट मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम आदिम जाति कल्याण विमुक्त घुमक्कड एवं अर्धघुमक्कड जनजाति कार्यविभाग ने शनिवार को डिंडौरी जिले के कबड्डी खिलाडी बालिका को राज्य स्तरीय सीनियर कबड्डी खेल प्रतियोगिता जबलपुर में भाग लेने के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं दी। डिंडौरी जिले के युवा खिलाडियों को खेल प्रतियोगिताओं के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे जिले की खेल प्रतिभाओं को आगे बढने का अवसर मिलेगा। मंत्री श्री मरकाम ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी होती है कि डिंडौरी जिले के खिलाडियों का चयन कर उन्हें राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं में भेजा जा रहा है। इस अवसर पर जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष श्री राधेलाल नागवंशी, सचिव श्री चेतराम अहिरवार, नेहरू युवा केन्द्र के प्रबंधक श्री के.एस. कुशवाहा, जावेद इकबाल उपस्थित थे। जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष श्री राधेलाल नागवंशी ने बताया कि डिण्डौरी जिले के कबड्डी खिलाडी राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता जबलपुर में जाकर भाग लेंगे। जिसमें रीता सरौते, मोनिका मरावी, अंजना कुसराम, अंकिता सोनी, संतोशी मरावी, पुष्पलता यादव, देवी बर्मन, लक्ष्मी बनावल, उर्मिला मरकाम, ज्योति परस्ते, कविता अहिरवार, और निशा जबलपुर में कबड्डी खेलकर जिले का नाम रोशन करेंगे। जिला क्रीडा सचिव श्री चेतराम अहिरवार ने बताया कि 02 नवम्बर से 05 नवम्बर 2019 तक राज्य स्तरीय सीनियर कबड्डी खेल प्रतियोगिता का आयोजन जबलपुर में किया जा रहा है। जबलपुर में अपने खेल का जौहर दिखाने के लिए सभी खिलाडी बहुत उत्साहित हैं। जिले में खेल प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं को खिलाडी के रूप में तैयार किया जाता है। जिससे जिले के खिलाडी राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय खेलों में जिले का नाम रोशन कर सकें। डिंडौरी जिले के खिलाडी खेल प्रतियोगिता के माध्यम से अपना सुनहरा भविष्य बना रहे हैं।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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