केंद्र एवं राज्य सरकार के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए गए स्वच्छता अभियान के तहत जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल की ग्राम आवदा की बहू बेटियों को अब घर से बाहर खुले में शौच के लिए जाने से मुक्ति मिल गई है। इस ग्राम के 632 परिवारों के यहां शत् प्रतिशत शौचालय बनाए जाकर ग्राम आवदा को ओडीएफ किया गया है। अब गांव की बहूं बेटियां घर में बनवाए गए शौचालयों का उपयोग करने में सहायक बन रही है।
जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम आवदा के निवासी घर से बाहर शौच के लिए जाते थे। जिससे खेत और जंगली भूमि में शौच को जाने से बीमारियों का खतरा रहता था। साथ ही बरसात के दौरान सर्प, बिच्छू काटने के अलावा अन्य विशैले कीटाणुओं के काटने से ग्रामवासी महिला पुरूष और बच्चे भयभीत रहते थे। जब गांव में स्वच्छता अभियान की टीम पहुंची। इस टीम को ग्रामीणों ने बताया कि घर से बाहर शौच जाने में काफी कठिनाई हो रही है। टीम द्वारा ग्रामीणो को हो रही परेशानी को निजात दिलाने के लिए शौचालय बनाने की प्रेरणा दी।
आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम आवदा के 632 परिवारों ने घर से बाहर शौच को नहीं जाने की दिशा में बीड़ा उठाया। उन्होंने राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के माध्यम से संचालित किए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत सभी परिवारों के यहां शौचालय बनवाने की ठान ली। उन्होंने ग्राम की सरपंच श्रीमती मोना बाई आदिवासी से संपूर्ण ग्राम को शौच मुक्त कराने की दिशा में सभी 632 परिवारों के यहां शौचालयों का निर्माण कराने की प्रतिज्ञा से अवगत कराया। सरपंच एंव सचिव ने संपूर्ण ग्राम आवदा में सभी परिवारो के यहां शौचालय निर्माण करा दिया गया है।
आदिवासी विकासखण्ड कराहल की ग्राम आवदा के निवासी श्री हरीराम पुत्र सुरजया, श्री हरपाल पुत्र श्री मोतिया, श्री सकाराम पुत्र श्री कमरिया ने बताया कि, हमारे परिवार में शौचालयों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। साथ ही हम ग्रामीणों सहित गांव के 632 परिवारों के यहां शौचालय बन चुके हैं। अब गांव की बहू बेटियां व बच्चे शौचालयों का उपयोग कर स्वच्छता को अपनाने में सहायक बन गए हैं। यह करिश्मा केंद्र और राज्य सरकार की मदद से हुआ है। जिसका श्रेय स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को जाता है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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