बड़वारा मेनरोड में अपनी टायर टयूब की छोटी सी दुकान चलाने वाले मोहम्मद जमशेद अंसारी मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से अब अपनी बड़ी सी दुकान खोलकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकेंगे। इसी प्रकार लखाखेरा के प्रमोद केवट अपनी दुकान को वैल्डिंग वर्कशॉप के रुप में स्थापित कर सकेंगे।
''आपकी सरकार-आपके द्वार'' कार्यक्रम के विकासखण्ड स्तरीय बड़वारा के शिविर में इन 5 बेरोजगारों का स्वयं का व्यवसाय स्थापित करने का सपना आखिर मूर्तरुप लेने लगा है। जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने जब इन बेरोजगार युवाओं को अपना स्वयं का रोजगार स्थापित करने वित्तीय सहायता के स्वीकृति पत्र वितरित किये, तो इनके चेहरे पर भविष्य के सुनहरे सपने सच होने की सहज मुस्कान दिख रही थी। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत बड़वारा के जमशेद अंसारी को टायर दुकान व्यवसाय के लिये सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया बड़वारा शाखा ने 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता ऋण स्वीकृत किया है। इसी प्रकार ग्राम लखाखेरा के प्रमोद केवट को वैल्डिंग वर्कशॉप स्थापित करने 1 लाख 50 हजार रुपये का ऋण मिला है। ग्राम मझगवां के शुभम कुशवाहा को मोबाईल शॉप खोलने के लिये एक लाख रुपये और ग्राम पठरा के प्रकाश दाहिया को राईस मिल स्थापित करने 3 लाख रुपये की सहायता ऋण मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया शाखा मझगवां द्वारा स्वीकृत किया गया है। 'आपकी सरकार-आपके द्वार' कार्यक्रम के शिविर में प्रभारी मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह के हाथों योजनांतर्गत सहायता पाकर सभी हितग्राही खुशी जता रहे थे। उनका कहना है कि 'आपकी सरकार-आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत वास्तव में सरकार ने हमारे द्वार पर पहुंचकर हमारे भविष्य के सपने को साकार किया है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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