गुरुवार शाम को चाइल्ड लाइन के माध्यम से रात्रि में पेट्रोल पंप के पास वार्ड क्र.10 में बाल विवाह होने की सूचना प्राप्त हुई। जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र सुंदरियाल ने परियोजना अधिकारी अमित यादव को मौके पर जाकर बाल विवाह रोकथाम करने के निर्देश दिए।
परियोजना अधिकारी श्री अमित यादव द्वारा बाल विवाह रोकथाम दल के लिए गठित दल जिसमें संबंधित सेक्टर खनियाधाना-1 की पर्यवेक्षक उमा वर्मा, पर्यवेक्षक कुसुम मेवार एवं प्रियंका यादव की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची। टीम के साथ थाना खनियाधाना से सब इंस्पेक्टर व अन्य पुलिस बल के साथ दल विवाह स्थल पर पहुंचा तथा वर-वधू के माता-पिता को दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा। किन्तु उन्होंने दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए और परिजनों ने स्वीकार किया कि वर-वधू दोनों ही विवाह योग्य आयु को पूर्ण नहीं करते हैं।
गठित दल द्वारा वर-वधू के अभिभावकों को समझाइस दी गई कि बाल विवाह कानूनी अपराध है इसके लिये विवाह में शामिल सभी लोगों को 2 वर्ष तक की जेल हो सकती है। टीम के परामर्श उपरांत वर-वधू के अभिभावकों तथा उपस्थित समाज जनों के द्वारा पंचनामा पर हस्ताक्षर कर निर्धारित आयु पूर्ण होने से पूर्व विवाह न करने का वचन दिया। मौके पर मौजूद लोगों को टीम के द्वारा बाल विवाह के दुष्परिणामों से परिचित कराते हुए सजा के प्रावधानों की जानकारी दी गई।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
Comments
Post a Comment