खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने खजुराहो में जन-प्रतिनिधियों और संभागीय अधिकारियों के साथ बक्सवाहा में हीरा खदान की नीलामी, खजुराहो में डायमण्ड म्यूजियम तथा छतरपुर जिले में स्टोन-ग्रेनाइट पार्क की स्थापना के बारे में विचार-विमर्श किया। श्री जायसवाल ने अधिकारियों से कहा कि प्रस्तावित कार्य-योजना पर तत्काल काम शुरू करें। छतरपुर जिले में खनिज और पर्यटन विभाग के समन्वित सहयोग से स्थापित होने वाले उद्योगों में अधिकाधिक स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल खजुराहो में हीरा व्यापारियों के आवागमन से पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास होगा। खनिज साधन मंत्री ने बताया कि बंदर हीरा परियोजना में नीलामी के जरिये तकनीकी निविदा का निष्पादन इसी माह पूर्ण कर लिया जाएगा। यहाँ से उत्खनित जेम क्वालिटी के हीरों की नीलामी के लिये म्यूजियम में प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा।
मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने बताया कि राज्य सरकार के रेत नियम राजपत्र में प्रकाशन के साथ ही प्रभावशील हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि खनिज सम्पदा का अवैध दोहन रोकने और राजस्व में बढ़ोत्तरी करने के लिये चिन्हित अवैध खदानों की नीलामी की जाएगी। इसके साथ ही, छतरपुर जिले में नए खनिज उद्योगों की स्थापना की संभावनाएँ भी तलाशी जाएंगी।
बैठक में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तावित डायमण्ड म्यूजियम और बक्सवाहा बंदर हीरा खदान की नीलामी की रूपरेखा तथा कार्य-योजना की जानकारी दी गई। सचिव, खनिज साधन श्री नरेन्द्र सिंह परमार ने ई-खनिज पोर्टल और प्रस्तावित विभागीय योजना के बारे में बताया।
बैठक में विधायक श्री आलोक चतुर्वेदी, श्री नीरज दीक्षित, श्री प्रद्युम्न सिंह लोधी और कुँवर विक्रम सिंह तथा सागर संभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जिलों के खनिज अधिकारी उपस्थित थे।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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