बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ तहत शहपुरा के टाउन हाल में एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ परियोजना अधिकारी डॉ कांता देशमुख की उपस्थिति में हुआ। इसमें सभी पर्यवेक्षक उपस्थित रहीं। पर्यवेक्षक अनीता शुक्ला ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लक्ष्य और उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया। योजना के मुख्य उद्देश्यों जैसे कन्या भ्रूण हत्या रोकना, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना, बाल विवाह रोकना, महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए प्रेरित करते हुए प्रशिक्षित किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं लाड़ली लक्ष्मी, लाडो अभियान, किशोरी शक्ति योजना, उषा किरण योजना, किशोरी दिवस से अवगत कराया गया।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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