दुनिया की खूबसूरत बेहतरीन रहस्यमई जगह आइए जानते हैं

पृथ्वी सौरमंडल में एकलौता ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन संभव है, इस ग्रह में हमे हर तरह के पशु पक्षी, पेड़ पौधे और मनुष्य मिल जाते है जो पृथ्वी की विविधताओं को दर्शाती है, इनके साथ साथ आज हम ऐसे अनेक स्थान के बारे में जानते है जिनके बारे में कुछ रहस्य जुड़े है तो कुछ इतने प्राचीन है कि अब तक हम उनके बारे में ज्यादा नहीं जा पाए है लेकिन जिनके अजीबो गरीब जगहों के बारे में हम पता लगा चुके है उनमें से आज हम आपको 5 ऐसी रहस्यमयी जगहों के बारे में बताने जा रहे है जिनके बारे में जानकार आप भी चकित हो जाओगे. 


सोकोट्रा द्वीप ( Socotra Island ) : दुनिया की सबसे अजीबोगरीब जगहों में से एक जगह यमन में हैजब आप यहाँ पहुँचते हो तो आप खुद को किसी दुसरे ग्रह पर महसूस करोगे क्योकि यहाँ की हर चीज ही अजीब है चाहे वो पहाड़ होजीव जंतु हो या फिर पेड़ ही क्यों ना हो. यहाँ पायी जानी वाली चीजें संसार के किसी अन्य देश या जगह पर देखने तो क्या सुनने तक को नहीं मिलती. यमन का सोकोट्रा द्वीप हिन्द महासागर और अरब सागर के मध्य स्थित हैकई सालों तक तो लोग इसके बारे में जानते तक नहीं थे. इस द्वीप पर मात्र 40 लोग ही रहते है और जब यहाँ के पेड़ों को देखते है तो ऐसा लगता है जैसे वे उलटे लगते हुए हो. यहाँ की परम्पराएं भी सबसे अलग ही है क्योकि ये बीमार होने पर दवा या इलाज पर नहीं बल्कि भुत प्रेतों का सहारा लेते है. लेकिन आज के युग में ये भी खुद को ढाल रहे है और इन्टरनेट व आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहें है. इसका कारण यहाँ आने वाले यात्री है जो इस जगह की खूबसूरती को देखने आते है वही वहाँ के लोगों को तकनीक के बारे में बताते और सिखाते है. इतना सब होने के बाद भी आज तक सब अनजान है कि यहाँ सब कुछ इतना रहस्यमयी क्यों है


बरमुडा ट्रायंगल ( Bermuda Triangle ) : अगर धरती की कोई सबसे अधिक चर्चा वाली जगह है तो वो बरमुडा ट्रायंगल है, त्रिकोण आकार का पानी का ये इलाका अटलांटिक महासागर में है और लगभग 5 लाख वर्ग मील तक फैला हुआ है. इसके बारे में कहा जाता है कि जब कोई विमान या पानी का जहाज इस जगह के ऊपर से जाता है तो वो अचानक गायब हो जाता है, फिर ना तो इनका कोई नामों निशान रहता है और ना ही कोई रेडार इन्हें खोज पाता है. इस जगह का जिक्र सबसे पहले क्रिस्टोफ़र कोलंबस ने किया था,उन्होंने 11 अक्टूबर 1492 में अपनी लॉग बुक में बताया है कि जब वे उस जगह से गुजर रहे थे तो उन्होंने बरमूडा ट्रायंगल के क्षितिज पर कुछ अजीबोगरीब नाचती हुई रौशनी देखी थी. उन्हें वो रौशनी आसमान की आग की लपटों की तरह प्रतीत हो रही थी और जब वहाँ जाने के बाद उनका दिशा बताने वाला यंत्र भी खराब हो गया था. जब विज्ञानिकों से इस का जवाब माँगा गया तो उनके पास भी इसका कोई जवाब नहीं था और उन्होंने बस इतना कहा कि समुद्र के इस हिस्से के नीचे कुछ ऐसा है जो प्रकृति के सभी नियमों को फ़ैल कर देता है.


 मीर माइंस ( Mir Mines ) : ये जगह रूस के साइबेरिया इलाके में है जहाँ कभी हीरों की खान थी और यहाँ से हर साल 1 करोड़ कैरेट हीरे निकाले जाते थे. लेकिन जब यहाँ के सारे हीरे खत्म हो चुके है तब लोगों का इसकी तरह ध्यान गया और उन्हें महसूस हुआ कि अब ये जगह अजीबोगरीब हो गयी है और जब इसे हवाई जहाज से देखा जाता है तो ये पृथ्वी की नाभि की तरह प्रतीत होती है. गड्डे के समान दिखने वाली ये जगह करीब 1700 फीट गहरी है तो 3900 फीट चौड़ी. आज इस जगह के ऊपर के हिस्से को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया जा चुका है क्योकि एक बार एक हेलिकोप्टर चालाक ने शिकायत की थी कि जब वो इस जगह के ऊपर से जा रहा था तो कोई अनदेखी शक्ति उसे अपनी तरफ खिंच रही थी.


नाजका ड्राइंग ( Nazca Lines Drawings ) : जब पेरू के ऊपर से हवाई यात्रा की जाती है तो वहाँ के रेगिस्तान में अनेक ऐसे चित्र या ड्राइंग देखी जाती है जिन्हें देखकर ऐसा लगता है कि जरुर किसी बड़े चित्रकार ने उन्हें उस इलाके में बनाया था. ये सभी आकृतियाँ किसी जानवर या पक्षी के समान प्रतीत होती है, जब इस आकृति के बारे में यहाँ के लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इन आकृतियों को नाजका इंडियन्स ने बनाया है जो यहाँ हजारों साल पहले रहते थे. इनको सबसे पहले 1920 में देखा गया था, जब इन्हें धरती पर रहकर देखा जाता है तो ये अजीब ही प्रतीत होती है. हर व्यक्ति की इनके बारे में अलग सोच है, कुछ इसे धार्मिक अनुष्ठानों से जोड़कर देखते है तो कुछ इन्हें एलियंस से जुड़ा हुआ बताते है.


 


नरक का दरवाजा ( Gate Door of Hell ) : जी हाँ, तुर्कमेनिस्तान के काराकुरम रेगिस्थान में एक ऐसी जगह है जिसे “ Door to Hel ” अर्थात नरक का दरवाजा कहकर संबोधित किया जाता है क्योकि यहाँ बने इस विशाल गड्डे में करीब 50 सालों से आग धधक रही है. 1971 में जब सोवियत के कुछ वैज्ञानिक यहाँ गैसों के लिए खुदाई कर रहे थे तो अचानक ही यहाँ विस्फोट हुआ और इसमें से मीथेन गैस निकलने लगी जो तेजी से आसपास फैलने लगी थी. ये गैस आसपास के इलाकों और प्रकृति को हानि ना पहुंचाए इसलिए वैज्ञानिकों ने इसमें आग लगा दी और तभी ये गड्डा बना था जो आज तक जल ही रहा है. नरक के इस दरवाजे को देखने हजारों लोग यहाँ आते है और इसे देखकर आश्चर्यचकित रह जाते है.


Comments