जनपद पंचायत मुरैना की ग्राम पंचायत जतावर निवासी दिव्यांग रीना कुशवाह की शादी दिव्यांग श्री भगवानदास से 11 मई 2019 को हुई थी।
दिव्यांग रीना और भगवानदास की शादी के पश्चात् दिव्यांग उन्हें विवाह सहायता राशि एक लाख रूपये मिलना थी। दोनों दिव्यांग पति-पत्नि दिव्यांग विवाह सहायता राशि प्राप्त करने के लिये दफतरों का चक्कर लगाते रहे, लेकिन इनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
पिछले मंगलवार को यह दोनों दिव्यांग पति पत्नि चम्बल संभाग की कमिश्नर श्रीमती रेनू तिवारी की जनसुनवाई में उपस्थित हुई। कमिश्नर श्रीमती तिवारी ने दोनों दिव्यांग पति-पत्नि की बात को पूरी सहानुभूति के साथ सुना और मौके पर ही नगर निगम आयुक्त श्री अमरसत्य गुप्ता, जिला पंचायत के सीईओ श्री तरूण भटनागर और जनपद पंचायत सीईओ को जनसुनवाई में ही तलब किया। अधिकारियों से चर्चा उपरान्त चम्बल कमिश्नर ने दिव्यांग पति-पत्नि को उनकी विवाह सहायता राशि दिलाने के लिये सामाजिक न्याय विभाग के संचालक श्री जी.के. तिवारी से चर्चा की और तत्काल ही उनकी दिव्यांग विवाह सहायता राशि को स्वीकृत कराके उनके खाते में जमा कराई।
इतनी लम्बित कार्यवाही से दिव्यांग पति-पत्नि रीना और भगवानदास मन ही मन खुश हुये और कहने लगे कि अगर ऐसे ही सरकार के अधिकारी लोगों की समस्या का निराकरण कर दें तो लोगों को अपनी समस्याओं को लेकर भटकने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। दिव्यांग पति-पत्नि जो पिछले 6-7 माह से परेशान थे, उनकी समस्या का निराकरण चम्बल कमिश्नर ने चुटकियों में कर दिया। श्रीमती रीना और भगवानदास इस कार्यवाही से बहुत खुश है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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