डेंगू और अन्य मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिये प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है। डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए होम्योपैथी की इपीटोरियम पर्फ 200 की 5-5 गोली तीन सप्ताह के किसी एक दिन एक-एक बार लेने की सलाह दी गई है। होम्योपैथी के प्राचार्य ने अपने क्षेत्रों में औषधि वितरण शिविर लगाने के लिए संपर्क करने के लिए कहा है।
उन्होंने बताया कि एक प्रकार के वायरस से होता है जिसे “डेन वायरस” भी कहते हैं। एडीज नामक मच्छर के काटने से यह वायरस शरीर में प्रवेश् करता है इसके 5-6 दिन पश्चाम डेंगू के लक्षण उभर कर सामने आते हैं। डेंगू बुखार में तेज बुखार जो 2 से 7 दिन तक रह सकता है। सिरदर्द, आंखों के आसपास दर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, जोड़ों में दर्द, गले में खरास, शरीर पर लाल चकत्ते, आंखों के आसपास व चेहरे में सूजन डेंगू होने की निशानी है।
डेंगू बुखार आने पर होम्योपैथिक औषधि “इपीटोरियम पर्फ 200” की एक-एक खुराक(5-5 गोलियां) लगातार तीन सप्ताह (तीन सण्डे) तक लें ताकि आप अपने व अपने परिवार को डेंगू- चिकनगुनियां से बचाव कर सकें। इस होम्योपैथिक औषधि का किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता है। यह औषधि शासकीय होम्योपैथी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय से सम्बद्ध चिकित्सालयों और विभिन्न स्थानों पर लगाए जा रहे शिविरों में नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती है।
डेंगू व चिकनगुनियां से बचाव के लिए नागरिक अपने क्षेत्र में शिविर लगाने के लिए सम्पर्क कर सकते हैं। शिविर लगाने के लिए शासकीय होम्योपैथी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय की अधीक्षक डॉ. सुनीता तोमर से उनके मोबाइल नंबर 9826875470/ 798707020, डॉ. प्रवीण जायसवाल प्राध्यापक मेडिसिन से 9826294008, डॉ. एस.एन.त्रिपाठी सह प्राध्यापक से 9425303696, डॉ. निवेदिता अग्रवाल सह प्राध्यापक से 9425309552/ 7987530763 तथा डॉ. सत्यनारायण शुक्ला प्रोग्राम सहायक फार्माकोविजीलेंस से उनके मोबाइल नंबर 9893953078 पर संपर्क किया जा सकता है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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