बैढ़न सब्जी मण्डी में जहा बड़े व्यापारियो के द्वारा अपना गोदम बनाया गया था। वही स्थान की कमी होने के कारण काफी भीड़ भाड़ मण्डी में बनी रहती थी। यहा तक कि बस स्टैड का आवागमन भी प्रभावित हो था। तथा आये दिन दुर्घना होने की संभवान भी बनी रहती थी। यह समस्या कफी वर्षो से चली आ रही थी। जिसे समय समय पर नगरीय क्षेत्र के भ्रमण के दौरान कलेक्टर श्री केवीएस चौधरी को आम नागरिको के द्वारा अवगत कराया जा रहा था।तथा स्वच्छता सर्वेक्षण 20-20 के तहत सफाई अभियान के दौरान भी समस्याओं से दो चार होना पड़ा रहा था।
कलेक्टर श्री चौधरी के द्वारा स्वंय संब्जी मण्डी का भ्रमण कर आये दिन होने वाली समस्याओं का अवलोकन किया गया। इसी तारतम्य में कलेक्टर श्री चौधरी एवं नगर निगम के आयुक्त श्री शिवेन्द्र सिंह के द्वारा गोदाम बनाने वाले व्यापारियो के साथ साथ अन्य संब्जी विक्रेताओ से आपसी बातचीत कर उन्हें कृषि उपज मण्डी के प्रागण में अपनी दुकाने लगाये जाने हेतु समझाईस दी गई। इस सुझाव को अमल करते हुयें व्यापारियो के द्वारा अपनी सहमती व्यक्त की गई।
विदित हो कि यह समस्या काफी वर्षो से चली आ रही थी। कलेक्टर श्री चौधरी के प्रयास से इसका निदान हुआ। वही निगमायुक्त श्री सिंह को कलेक्टर के सहयोग से शहर की पार्किग व्यवस्था एवं शहर के सौदर्यीकरण स्वच्छता के कार्यो में एक मिशाल के रूप में सहायोग प्राप्त हुआ। आज प्रातः नगर निगम के आयुक्त श्री सिंह के अगुवाई में तथा सहायक कलेक्टर संघप्रिय, एसडीएम ऋषि पवार के सहायोग से संब्जी मण्डी परिसर में पहुचकर निगम अमले के द्वारा अधिकाश संब्जी व्यापारियो को कृषि उपज मण्डी में सिफ्ट कराया गया। कुछ व्यापारियो के द्वारा खुद ही अपने सामान को ले जाने हेतु उपस्थित दल से निवेदन किया गया। जिसे स्वीकार करते हुये उन्हे निगम अमले द्वारा एक दिन के अंदर दुकान हटाये जाने हेतु निर्देश दिया गया। इस कार्यवाही से जहा बैढ़न सब्जी मण्डी को एक पार्क के रूप में विकशित सहजता होगी। वही बस स्टैड मे ट्राफिक की उत्पन्न होने वाली समस्याओं का समाधान हो जायेगा। आज के कार्यवाही के दौरान तहसीलदार जितेन्द्र बर्मा, उपायुक्त आरपी वैश्य, अतिक्रमण प्रभारी इन्द्रदेव सिंह चौहान, सहायक यंत्री आरके जैन, रत्नाकर गजभिये, संतोष पाण्डेंय,प्रवीण गोस्वामी, स्वच्छता निरीक्षक जेके सिंह, संतोष तिवारी, सहित अतिक्रमण अमला स्वच्छता मित्र गण उपस्थित रहे।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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