जिला मजिस्ट्रेट श्री अनुराग चौधरी ने अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने पर पुलिस थानों में विभिन्न धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के कारण पुलिस अधीक्षक ग्वालियर के प्रतिवेदन पर 10 असमाजिक तत्वों के विरूद्ध जिला बदर की कार्यवाही की है।
जिला मजिस्ट्रेट ग्वालियर श्री अनुराग चौधरी ने पुलिस अधीक्षक ग्वालियर से प्राप्त प्रतिवेदन से सहमत होते हुए म.प्र. राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 3 सहपठित धारा-5 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए शिव नगर कुम्हरपुरा थाना थाठीपुर निवासी शिवम बाल्मिक पुत्र रामस्वरूप बाल्मिक, सैनिक कॉलोनी पिन्टो पार्क थाना गोले का मंदिर निवासी मनोज दीक्षित पुत्र दया शंकर दीक्षित, पदमपुर खैरिया थाना महाराजपुर निवासी परमाल सिंह लोधी पुत्र कालका सिंह, आपागंज थाना माधोगंज निवासी गोरे खां पुत्र हमीद खां को 6 माह के लिए जिला बदर किया है।
इसी प्रकार नदरिया की माता गुडा थाना माधोगंज निवासी दिलीप उर्फ दीपक बाल्मिक, ग्राम महलगांव थाना विश्वविद्यालय निवासी मुत्तू उर्फ रफीख खां, ग्राम निरावली थाना पुरानी छाबनी निवासी नरेश रावत पुत्र सुगर सिंह रावत, ग्राम जलालपुर थाना पुरानी छाबनी निवासी देवेन्द्र सिंह पुत्र अर्जुन सिंह, इन्द्रा नगर थाना हजीरा निवासी नरेन्द्र सिकरवार पुत्र बनवारी सिंह सिकरवार, कैलास टॉकीज के पास नई सडक थाना इंदरगंज निवासी धर्मेन्द्र उर्फ टेनी पुत्र सतीष जैन को भी जिला ग्वालियर एवं उसके निकटवर्ती जिले भिण्ड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर, गुना तथा अशोकनगर जिले की सीमाओं से 6 माह की अवधि के लिए जिला बदर की कार्यवाही की गई है। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि जिलों की सीमाओं से बाहर चले जाने के पश्चात अपने-अपने निवास स्थान की सूचना प्रति माह रजिस्ट्रर्ड डाक से संबंधित थाने को आवश्यक रूप से देंगे।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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