आदिवासी वित्त एवं विकास निगम ने प्रदेश के आदिवासी युवाओं को प्रायवेट सेक्टर में रोजगार के अवसर दिलाने के लिये “स्पान्सर ए लाइफ” स्कीम शुरू की है। स्कीम में कॉर्पोरेट क्षेत्र के सी.एस.आर. फण्ड का उपयोग किया जायेगा। स्कीम में वित्त विकास निगम प्रोफेशनल कोर्स के लिये युवाओं का चयन करेगा और उनका किसी योग्य संस्था में प्रवेश करायेगा। यह संस्था एनएसडीसी के माध्यम से चुनी गई संस्था होगी। इसके साथ ही, स्पान्सर संस्था किसी संस्था का नाम भी सुझा सकेगी। प्रशिक्षण के लिये चयनित युवक-युवतियों को वित्त विकास निगम स्टाइपेण्ड देगा। प्रशिक्षण 6 से 12 माह तक के होंगे।
जो संस्थाएँ प्रशिक्षण दिलाना चाहती हैं, वे प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश आदिवासी वित्त विकास निगम, 35, श्यामला हिल्स, राजीव गांधी भवन, भोपाल, पिनकोड 462002 पर सम्पर्क कर सकती हैं। इसके अलावा कार्यालय के ई-मेल आई.डी. mdav vngho@mp.gov.in और फोन नम्बर 0755-2738699 और 2660672 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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