कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि डॉ. अशोक कुमार अवधिया द्वारा पुस्तक लिखकर सराहनीय कार्य किया गया है। इस तरह की पुस्तकें लिखने के लिए अन्य डॉक्टर भी प्रयास करें जिससे लोगों को बीमारियों से दूर रहने के लिए उपयोगी पुस्तकें आसानी से पढ़ने के लिए मिल सकें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है, स्वास्थ्य के बिना सब कुछ अधूरा है। इसलिए सभी चिकित्सक लोगों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहकर मानव सेवा में कार्य करें। उल्लेखनीय है कि डॉक्टर अवधिया जिला चिकित्सालय सतना में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उनकी इस पुस्तक में मधुमेह क्या है, मधुमेह के कारण एवं लक्षण, मधुमेह का नियंत्रण एवं उपचार आदि के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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