कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह के निर्देशन में बेटी बचाओ बेटी पढाओं योजनान्तर्गत संचालित योजनाओं का लाभ जिले में बालिकाओं को प्राथमिकता के साथ दिया जा रहा है। बेटियों के चेहरे में खिलती मुस्कान बता रही है कि शासन की योजनाओं की मदद से पढाई में अब गरीबी आडे नहीं आएगी। शासन द्वारा प्रदान की जा रही शिक्षा प्रोत्साहन राशि से बालिकाएं पढ-लिखकर अपना और देश का भविष्य संवार रही है। सतना जिले में वर्ष 2008-09 में लाड़ली लक्ष्मी योजना में शामिल हुंई 3 हजार 6 सौ 9 बालिकाओं के वर्ष 2019-20 में कक्षा 6वीं में प्रवेश करने पर 2 हजार रूपए प्रति बालिका के मान से कुल 72 लाख 18 हजार रूपए शिक्षा प्रोत्साहन राशि के रूप में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बालिकाओं के खाते में पहुंचा दिया गया है।
इसके अलावा कक्षा 9वीं में प्रवेश कर चुकी 409 बालिकाओं को भी 4 हजार रूपए प्रति बालिका के मान से कुल 16 लाख 36 हजार रूपए उनके खाते में भेजा जा चुका है। महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सौरभ सिंह ने बताया कि प्रति वर्ष कक्षा 10वीं तथा 12वीं की प्रवीणता सूची में शामिल 20 बच्चियों के खाते में नगद पुरूस्कार स्वरूप राशि जमा कराई जाती है। वर्ष 2019-20 में 1 लाख 35 हजार रूपए शासन द्वारा बालिकाओं के खाते में जमा कराया जा चुका है। श्री सिंह का कहना है कि बेटियां शिक्षित होंगी तो अपने साथ-साथ परिवार का भला करेंगी। देश का भविष्य संवारने के लिए बेटियां आगे आ रही है, यह हमारे लिए गौरव की बात है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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