रायसेन जिले के बेगमगंज निवासी श्री विक्रम सिंह मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत रेस्टोरेंट खोलने के लिए 7 लाख 30 हजार रूपए का ऋण स्वीकृत होने पर बहुत खुश हैं। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ तथा प्रदेश सरकार को धन्यवाद देते हुए विक्रम ने बताया कि वह काफी समय से खुद का रोजगार स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन पूंजी के अभाव में वह ऐसा नहीं कर पा रहे थे। मुख्यंत्री स्वरोजगार योजना के तहत उनका ऋण स्वीकृत होने जाने से अब वह बिना किसी परेशानी के अपना व्यवसाय स्थापित कर सकेंगे।
विक्रम ने बताया जब उन्हें पता चला कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वरोजगार योजनाओं के तहत स्वयं का व्यवसाय स्थापित करने के लिए बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाता है और अनुदान भी दिया जाता है, तो उन्होंने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र में सम्पर्क कर योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने रेस्टोरेंट व्यवसाय हेतु ऋण के लिए आवेदन कर दिया। विभाग द्वारा उनका आवेदन स्वीकृत कर बैंक को भेज दिया गया और बैंक ने भी कुछ ही दिनों में आवश्यक कार्यवाही करते हुए उनका ऋण स्वीकृत कर दिया है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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