मुसीबत चाहे कितनी भी बड़ी हो, खोजने पर समाधान मिल ही जाता है।

एक बार की बात है एक मल्लाह के पास घास का ढेर, एक बकरी और एक भेड़िया होता है। उसे ये तीनो को नदी के उस पार के बारे में जाना होता है। पर छोटी छोटी होने के कारण वह एक बार में किसी एक चीज को ही अपने साथ ले जा सकता है।


अब अगर वह अपने साथ भेड़िया को ले जाता है तो बकरी घास खा जाती है।


अगर वह घास को ले जाता है तो भेड़िया बकरी खा जाता है।


इस तरह वह परेशान हो जाता है कि फिर क्या है? उसने कुछ देर सोचा और फिर उसके दिमाग में एक योजना आई।


सबसे पहले वह बकरी को ले कर उस पार गया। और वहाँ बकरी को छोड़ कर, वापस इस पार अकेला लौट आया। उसके बाद वह दूसरी यात्रा में भेड़िया को उस पार ले गया। और वहाँ खड़ी बकरी को अपने साथ वापस इस पार ले आया।


इस बार उसने बकरी को वहीँ बाँध दिया और घास का ढेर लेकर उस पार चला गया। और भेड़िया के पास उस ढेर को छोड़ कर अकेले इस पार लौट आया। और फिर अंतिम यात्रा में बकरी को अपने साथ ले कर उस पार चला गया।


सीख - मुसीबत चाहे कितनी भी बड़ी हो, खोजने पर समाधान मिल ही जाता है।


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