मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि स्वस्थ प्रदेश की परिकल्पना को साकार करने के लिये विगत 19 जुलाई से ष्शुद्ध के लिये युद्धश्श् अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि अभियान के जरिए जन-सामान्य को जागरूक करने के लिये सोशल मीडिया के साथ अन्य प्रचार माध्यमों का उपयोग भी किया जाए। श्री सिलावट ने कहा कि युवा पीढ़ी को इस मामले में जागरूक बनाने के लिये कॉलेजों और स्कूलों में विद्यार्थियों की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएं। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने संभाग स्तर पर उड़नदस्तों के गठन और अंतर्राज्यीय सीमा चौकियों पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला स्तर पर व्यापारियों की बैठक बुलाकर मिलावटखोरों के खिलाफ एकजुट होने की समझाइश दिए जाने के लिये भी कहा। उन्होंने कहा कि न्यायालयों में प्रस्तुत प्रकरणों में मजबूती से राज्य शासन का पक्ष रखा जाए। बैठक मे बताया गया कि अब तक मिलावटखोरों के खिलाफ कार्यवाही में करीब 4 करोड़ रुपये अर्थदण्ड वसूला गया है। प्रदेश में अब तक दूध उत्पादों, खाद्य पदार्थों और पान-मसाला सहित 9,707 नमूने जाँच के लिये एकत्रित किये गए हैं। बत्तीस खाद्य कारोबारियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) में कार्रवाई की गई है। मिलावट के 94 प्रकरणों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। अभियान में लिये गए 3323 नमूनों की जाँच रिपोर्ट आ गई है। इनमें 2040 मानक, 876 अवमानक, 282 मिथ्या छाप, 44 अपद्रव्य, 43 असुरक्षित और 34 प्रतिबंधित श्रेणी के नमूने पाए गए हैं। |
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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