मतदाता साक्षरता क्लब (ईएलसी) का प्रशिक्षण विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स को जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स डॉ आरए शर्मा एवं डॉ रविकांत सिंह सहायक प्राध्यापक शासकीय एमजेएस महाविद्यालय भिण्ड द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित किया गया।
उक्त प्रशिक्षण में बताया गया कि प्रत्येक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं महाविद्यालय में ईएलसी का गठन किया गया है। आयोग द्वारा प्राप्त प्रशिक्षण सामग्री के सहयोग से खेल-खेल में निर्वाचन से संबंधित जागरूक किया जाएगा। ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपेट के बारे में चित्रों के माध्यम से समझाया गया। साथ ही आयोग से प्राप्त वीडियो फिल्म के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को मतदाता साक्षरता क्लब के द्वारा किए जाने वाले कार्यो को समझाया गया। क्लब के मुख्य उद्देश्य लक्ष्य समूह का मतदाता पंजीयन, चुनाव-प्रक्रिया और अन्य संबंधित बातों के बारे में व्यावहारिक अनुभव, अपने वोटर का महत्व, मताधिकार का प्रयोग, 18 वर्ष आयु पूर्ण करने वाले को मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने में सहायता आदि है।
इस प्रशिक्षण में नोडल अधिकारी स्वीप श्री राकेश खरे, विधासभा क्षेत्र-9 अटेर श्री सतेन्द्र सिंह एवं श्री सीपी गोतम, विधानसभा क्षेत्र-10 भिण्ड डॉ ओएन झा एवं श्री जेएन पाठक, विधानसभा क्षेत्र-11 लहार श्री आईएस सैयद एवं श्री केके शर्मा, विधानसभा क्षेत्र-12 मेहगांव श्री रविन्द्र सिंह नरवरिया एवं श्री रामनिवास शर्मा, विधानसभा क्षेत्र-13 गोहद (अजा) श्री डीके दीक्षित एवं श्री राकेश कुमार शर्मा सहित प्रशिक्षणार्थियों को आयोग से प्राप्त प्रशिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई गई।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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