लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार परिषदीय विद्यालयों में अभी तक स्वेटर नहीं बांट सकी है. जिसके चलते बच्चों को बिना स्वेटर के ही स्कूल जाने को मजबूर होना पड़ेगा. वहीं इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार को घेरा है. सपा ने ट्वीट कर लिखा कि बच्चों के स्वेटर कहां हैं मुख्यमंत्री जी? जिस कंपनी को आपने सप्लाई का टेंडर दिया वो तो भाग गई! पिछली बार की तरह इस बार भी नौनिहालों के ठिठुरने का आपने पूरा इंतजाम कर दिया है. नून रोटी, हल्दी पानी, फटे जूते मोजे, फटे स्कूल बैग और गिरती शिक्षा गुणवत्ता आपकी पहचान है. शर्मनाक! बता दें कि, जिले के परिषदीय विद्यालयों के करीब 1,87,000 बच्चों को स्वेटर के लिए अभी कई दिनों का इंतजार करना होगा. जिस फर्म को स्वेटर वितरण का टेंडर दिया गया था वह भाग गई है. उसने न तो सैंपल दिया और न ही स्वेटर की खेप पहुंचाई. जिलाधिकारी ने उसको ब्लैक लिस्ट कर दिया है और टेंडर की नई प्रक्रिया शुरू कर दी है.
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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