मुंबई.महाराष्ट्र में सरकार गठन और मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच गतिरोध बना हुआ है. दोनों ही पार्टियों की तरफ से मुख्यमंत्री को लेकर दावे किए जा रहे हैं. इस बीच, मुंबई में ठाकरे आवास मातोश्री के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है. इस पोस्टर में शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे की तस्वीर के साथ लिखा गया है- मेरा विधायक, मेरा मुख्यमंत्री. यह पोस्टर कथित तौर पर शिवसेना के कॉर्पोरेटर हाजी हलीम खान की तरफ से लगवाया गया है. गौरतलब है कि इसके पहले, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष व केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद कहा कि राज्य में सरकार का गठन जल्द होगा. वहीं, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि सरकार बनाने में हो रही देरी के लिए उनकी पार्टी जिम्मेदार नहीं है.
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना की सत्ता की जंग के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अपनी तरफ से सूबे के सियासी सस्पेंस का पर्दा नहीं उठाया. पवार ने एनसीपी-कांग्रेस को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिलने की बात तो कही मगर शिवसेना-भाजपा के झगड़े में सरकार नहीं बनने पर भविष्य का विकल्प बंद नहीं करने का भी संकेत दे दिया. साथ ही मराठा दिग्गज ने भाजपा-शिवसेना को सूबे में जल्द सरकार बनाने की नसीहत भी दी. भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही जंग में भविष्य की संभावनाओं पर विचार करने से परहेज नहीं करने का संकेत देते हुए शरद पवार ने साफ कहा कि सोनिया गांधी से दोबारा इसको लेकर उनकी मुलाकात होगी. भाजपा को आंख दिखा रही शिवसेना के रुख को देखते हुए शरद पवार की सोनिया गांधी से सोमवार को हुई मुलाकात सियासी रुप से बेहद अहम रही.
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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