राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के स्थानांतरण आदेश जारी किये हैं। डॉ. सुदाम पंढरीनाथ खाडे अपर प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम भोपाल तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी मध्यप्रदेश इंटर स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी एवं प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम भोपाल (अतिरिक्त प्रभार) तथा पदेन अपर सचिव लोक निर्माण विभाग को अस्थाई रूप से आगामी आदेश तक स्थानापन्न प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम भोपाल पदस्थ किया है। डॉ. खाडे के शेष प्रभार यथावत रखे गये हैं। डॉ. खाडे द्वारा प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम का कार्यभार ग्रहण करने पर श्री मलय श्रीवास्तव उक्त प्रभार से मुक्त होंगे। श्री श्रीवास्तव प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग एवं प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम भोपाल तथा प्रमुख सचिव संसदीय कार्य एवं पर्यावरण विभाग तथा प्रमुख सचिव संसदीय कार्य एवं पर्यावरण विभाग तथा पर्यावरण आयुक्त एवं महानिदेशक एप्को (अतिरिक्त प्रभार) पूर्ववत् रहेंगे। श्री लोकेश कुमार रामचन्द्र जांगिड मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हरदा को अपर कलेक्टर गुना तथा श्री दिलीप कुमार यादव कार्यपालक संचालक औद्योगिक विकास निगम भोपाल को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हरदा पदस्थ किया गया है। श्री धनंजय सिंह भदौरिया को संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास भोपाल पदस्थ किया गया है। श्री भदौरिया द्वारा नवीन पदस्थापना पर कार्यभार ग्रहण करने पर श्री मुकेश कुमार शुक्ला उक्त प्रभार से मुक्त होंगे। श्री शमीमउद्दीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी भोपाल सहकारी दुग्ध संघ तथा प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड (अतिरिक्त प्रभार) को प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड भोपाल पदस्थ किया गया है। |
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
Comments
Post a Comment