रायसेन जिले के शहर काशी जहीरूद्दीन ने आज भोपाल में पत्रकार वार्ता में बताया कि मध्य प्रदेश शासन के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील ने मुझे प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से अधिकारियों पर दवाव बनाकर विगत 8 महीने से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है मैं शहर काज़ी रायसेन में ब वर्ष 2005 से पदस्थ हूं तथा लगातार अपनी सेवाएं दे रहा हूं वर्तमान में मसाजिद कमेटी के गठन उपरांत से ही मसाजिद कमेटी के सचिव एसएम सलमान द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील के कहने पर मेरे हर काम में दखलअंदाजी करना शुरू कर दिया था जिला रायसेन के बेगमगंज उदयपुरा सिलवानी गढ़ी, सूरज गंज बाड़ी सुल्तानपुर सहित रायसेन जिले के सभी क्षेत्रों के निकाह खा को भोपाल स्थित कमेटी के मसाजिद कमेटी के सचिव द्वारा पत्राचार कर रायसेन दारूल क़ज़ा से निकाह फॉर्म ना लेने और रायसेन दारुल कजा में जमा नहीं करने करने का आदेश जारी किया है मुझे निकाह तकमील करने से मना किया गया रायसेन के एलडीसी फैज़ान सिद्दीकी को एक पत्र भेजकर दारुल कज़ा भोपाल में अटैच कर लिया गया है जिससे दारूल क़ज़ा रायसेन में मुझे कार्य करने में परेशानी हो रही है मेरे द्वारा माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर में इस संबंध में याचिका दायर की गई थी माननीय न्यायालय द्वारा मेरे पक्ष में स्थगन आदेश पारित होने के बाद भी सचिव द्वारा निरंतर मेरे कार्य में हस्तक्षेप किया जा रहा है यह न्यायालय की आहेलना है तथा जिला रायसेन भोपाल में ही जमा करने को कहा जा रहा है जिससे जिला रायसेन के सभी लोग परेशान हो रहे हैं शहर काज़ी ज़हीर उददीन ने कहा कि मध्य प्रदेश शासन के मंत्री आरिफ अकील द्वारा सचिव पर दवाब बनाकर मेरी 6 महीने की वेतन रोके रखा है इससे मुझे मानसी एवं आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा है जब भी मैं अपने वेतन और अपने हक की बात कहता तो माननीय मंत्री आरिफ अकील द्वारा मुझे झूठे प्रकरण में फंसाने गबन के आरोप में फंसाने की धमकी देते हैं और रायसेन दारुल कजा को बंद करने की धमकी मिलती है इस संबंध में मैंने पूव मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भी अवगत कराया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई भविष्य मेरे साथ कोई घटना दुर्घटना घटती है या किसी प्रकार के झूठे प्रकरण में फसाया जाता है तो उसके जिम्मेदार मंत्री जी होंगे इस संबंध में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से मुलाकात करके उनको रूबरू अपनी समस्या बताऊंगी
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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