प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) के तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 से वर्ष 2018-19 तक के अपूर्ण आवासों को दिसम्बर 2019 तक पूर्ण कराने के निर्देश के अनुरूप जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सरोधन सिंह ने अपूर्ण आवासों को पूर्ण कराए जाने हेतु ग्राम पंचायत स्तर में हितग्राहियों के साथ चौपाल लगाकर प्राप्त समस्याओं के समाधान कराने एवं आवास पूर्ण कराए जाने हेतु जिला पंचायत के विभिन्न अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। यह अधिकारी अपूर्ण आवासों को पूर्ण कराए जाने हेतु हितग्राहियों को प्रेरित करने तथा निर्माण कार्य में आ रही समस्याओं का यथासंभव निराकरण करावेंगे तथा जिला पंचायत में प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे। जिन ग्राम पंचायतों में चौपाल/शिविर आयोजित किया जाएगा, उनमें पुष्पराजगढ़ जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बहपुर, उमनिया, गेंडीआमा, खजुरवार, करौंदाटोला, धुराधर, सरफा, करौंदापानी, गोंदा, बोदा, पड़रिया, बिजौरी, भेजरी, खाटी, मोंहदी, इटौर, बेलडोंगरी, कोहका, अहिरगवां, गिजरी, कोइलारी, घुईदादर, जैतहरी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरवार, सुलखारी, डोंगराटोला, ढोड़ीपानी, धनगवां पश्चिमी, ताराडांड़, लखनपुर, मझगवां, कोलमी, धिरौल, मेडि़यारास, अनूपपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बम्हनी, छुलहा, लतार, सकोला, डोला शामिल हैं। संबंधित सेक्टर पीसीओ, उपयंत्री, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायकों को निर्धारित चौपाल पर उपस्थित रहकर अपूर्ण आवास के हितग्राहियों को ग्राम पंचायत में एकत्रित कर चौपाल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
Comments
Post a Comment