भोपाल। ऑनलाइन टैक्सी सेवा देने वाली उबर और ओला कैब समेत आईटी बैस्ड सभी तरह की टैक्सी सेवाओं पर मध्यप्रदेश सरकार ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। लगातार मिल रही वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत और आरटीओ नियमों के उल्लंघन की शिकायतों के चलते MP सरकार ने इन कैब सर्विस को फिलहाल बैन करने का फैसला किया। मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इस संबंध में मंगलवार को दोपहर बाद आदेश जारी कर दिए।
आदेश जारी होते ही पूरे एमपी में तत्काल प्रभाव से इन कैब सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। फिलहाल एमपी वासियों को इन कैब सर्विसेस का लाभ नहीं मिल पाएगा।
गौरतलब है कि ओला कैब में यात्रियों से मनमानी वसूली करने, नाइट सर्विस चार्ज ज्यादा वसूलने और परिचालन संबंधी सेवा में आ रहे लगातार व्यवधान के चलते शिकायतें मिल रही थीं। ऐसे ही उबर कैब मध्यप्रदेश में बगैर आरटीओ अनुमति के सेवाएं दे रही थीं। कई बार सख्त चेतावनी के बावजूद इस प्राइवेट कैब सर्विस ने अपनी सेवाएं जारी रखीं। साथ ही इस कैब सेवा के खिलाफ कई बार उच्च स्तर पर भी शिकायतें की जा चुकी थीं। इसलिए शिकायतों का संज्ञान लेते हुए परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इन कैप सर्विसेस को फिलहाल मध्यप्रदेश में बैन करने का फैसला लिया है।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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