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कौन हैं खलनायक

    नई दिल्ली,  12 September, 2019 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अब ओला, उबर की सेवाएं सस्ती होनी के कारण खासकर युवा लोग कार नहीं खरीदना चाह रहे, लेकिन सच तो यह है कि ऑटो सेल्स में गिरावट की कई वजहें हैं.   कारों की बिक्री घटने से बढ़ी दिक्कत कभी देश की सबसे तेजी से बढ़ने वाली ऑटोमोबिल इंडस्ट्री की रफ्तार पर ब्रेक लग चुका है. घरेलू मांग में गिरावट की वजह से वाहनों और खासकर यात्री वाहनों की बिक्री 19 साल के सबसे निचले स्तर तक पहुंच गई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में कहा कि अब ओला, उबर की सेवाएं सस्ती होनी के कारण खासकर युवा लोग कार नहीं खरीदना चाह रहे. हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक रिसर्च से यह बात सामने आई है कि कारों की बिक्री में गिरावट की सबसे बड़ी वजह पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रहा इजाफा है. क्या कहता है RBI का रिसर्च RBI ने अपने एक रिसर्च पेपर में कहा है, 'हमने यह पाया कि मैक्रो लेवल पर, ईंधन कीमतों में बदलाव से ऑटोमोबाइल सेल्स पर नेगेटिव असर पड़ा है, और इसमें कर्ज (लोन मिलने में दिक्कत) का कोई बड़ा असर नहीं दिखता. अपने व...

भोपाल नाव हादसा: जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे लोग, नहीं मिली मदद, विडियो वायरल

भोपाल नाव हादसा: जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे लोग, नहीं मिली मदद, विडियो वायरल भोपा मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान 11 लोगों की नाव पलटने से मौत हो गई। भोपाल के छोटा तालाब में हुए इस हादसे के बाद नाव पर सवार लोग मदद के लिए गुहार लगाते रहे लेकिन उन्‍हें समय पर मदद नहीं मिल पाई। काफी देर बाद एक दूसरी नौका पहुंची लेकिन तब तक 11 लोगों की पानी में डूबने से मौत हो गई। इस दुखद घटना का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।   जानकारी के मुताबिक खटलापुरा घाट के पास बड़ी संख्‍या में लोग गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए खड़े थे। इसी बीच करीब 18 लोग एक नाव पर गणेश प्रतिमा को लेकर तालाब के अंदर गए। उन्‍होंने प्रतिमा का विसर्जन भी कर दिया। मूर्ति के विसर्जन के बाद जब वे लोग दोबारा घाट की तरफ बढ़ रहे थे, इसी बीच यह दुखद हादसा हो गया। नाव पर ज्‍यादा लोगों के होने की वजह से वह अचानक पलट गई। नाव के पलटने के बाद उसमें सवार लोग तालाब में गिर गए और अपनी जान बचाने के लिए हाथ-पांव मारने लगे। इसी बीच उनके पास एक और नाव वहां पर पहुंची। पानी में डूब रहे लोग उसमें सवार होने की क...

कांग्रेस ने पकड़ी RSS की राह

भगवा ब्रिगेड की विशाल चुनावी मशीनरी का सामना करने के लिए अब देश की सबसे पुरानी पार्टी संघ के प्रचारकों की काट ढूंढने में लगी है. पार्टी सदस्यता अभियान और ट्रेनिंग ड्राइव के जरिए जमीन पर अपना काडर खड़ा करेगी. लोकसभा चुनाव-2019 में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस अब दोबारा अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रही है. गुरुवार को सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में संगठन को मजबूत करने के मास्टर प्लान पर चर्चा हुई. इसको लेकर ट्रेनिंग इंचार्ज सचिन राव द्वारा बनाया गया चार पन्ने का नोट जारी किया गया. पार्टी नेताओं का ये विचार है कि कांग्रेस की विचारधारा, मुद्दों पर उसकी राय को लेकर जनता तक संदेश पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं को संगठन से जोड़ने और उनको प्रशिक्षण देने की जरूरत है. भगवा ब्रिगेड की विशाल चुनावी मशीनरी का सामना करने के लिए अब देश की सबसे पुरानी पार्टी संघ के प्रचारकों की काट ढूंढने में लगी है. पार्टी सदस्यता अभियान और ट्रेनिंग ड्राइव के जरिए जमीन पर अपना काडर खड़ा करेगी. पार्टी का मानना है जनता का विश्वास जीतने के लिए नेताओं को जमीनी लड़ाई लड़ने की जरूरत है. पार्टी के वरिष्...

विक्रम लैंडर की तलाश में इसरो के साथ नासा भी जुटा, उम्मीद बढ़ी

इसरो से साझा करेगी नासा विक्रम की लैंडिंग के बाद से अब तक बीत चुके हैं 6 दिन चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर से जल्द संपर्क होने की उम्मीद बढ़ गई है. इसमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो की मदद के लिए अब अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा भी सामने आई है. इसरो अपने डीप स्पेस नेटवर्क (डीएसएन) के जरिए चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम से संपर्क करने की लगातार कोशिश कर रहा है. हालांकि चंद्रमा की सतह पर विक्रम की लैंडिंग के बाद से अब तक 6 दिन गुजर चुके हैं. हालांकि अभी तक विक्रम से संपर्क नहीं हो पाया है. अब विक्रम लैंडर से संपर्क करने में नासा भी इसरो की मदद कर रहा है. इसरो के एक अधिकारी के मुताबिक अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) विक्रम को रेडियो सिग्नल भेज रही है. इसे भी पढ़ें: 15 अगस्त से शुरू हुआ था ISRO का सफर, संसद ने आजतक नहीं बनाया कानून नासा अपने मून ऑर्बिटर की मदद से विक्रम लैंडर की लैंडिंग साइट की तस्वीर लेने की कोशिश कर रहा है. अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने नासा के एक प्रवक्ता के हवाले से बताया कि नासा च...

पता चल ही गया कि सलमान खान शादी क्यों नही कर रहे हैं.

एक्टर सलमान खान की शादी की चिंता उनके हर चाहने वालों को है. जब किसी को सलमान खान ' का इंटरव्यू करने का मौका मिला है तब-तब शादी वाला सवाल उठा है |उनके हर फैन्स को ये इंतजार रहता है की सलमान खान कब शादी करेंगे. उनके पिता ने कहा , जब सलमान खान नए रिश्ते में होते हैं तो शुरुआत में सब ठीक चलता है. लेकिन कुछ समय बाद ही जब सलमान उस लड़की में अपनी मां की छवि और उनकी जैसी आदतें तलाशने लगते हैं मामला बिगड़ने लगता है. वैसे इसमें कोई शक नहीं है कि सलमान अपनी मां से बेहद प्यार करते हैं| एक रिपोर्ट की माने तो सलमान खान अपने परिवार वालों से बहुत प्यार करते है और वो अपना प्यार किसी में नही बाँट सकते है|उनके कहने के मुताबिक अगर उनकी पार्टनर आएगी तो उसके कुछ शर्त होंगे जिससे वो अपने परिवार से अलग हो सकते है |यही वजह है की वो अभी तक कुंवारे है|

ऐसा थाना, जहां 19 सालों में दर्ज हुई सिर्फ दो FIR, अफसर भी हैरान

एटा। उत्तर प्रदेश के अपराधग्रस्त जिले के नाम से जाना जाने वाले एटा में एक ऐसा भी थाना है, जहां पर 19 सालों में मात्र दो ही एफआईआर दर्ज हुई हैं। 16 साल तक थाने की जीडी में एक भी शिकायत दर्ज नहीं की गई। इसको लेकर पुलिस विभाग भी हैरान है कि आखिर ऐसा कैसे होता रहा। लेकिन यह सच है कि जीआरपी का थाना पूरी तरह से शांतप्रिय माहौल होने का दावा कर रहा है।रेलवे कालोनी स्थित बना जीआरपी का एटा थाना की स्थापना वर्ष 2001 में हुई थी। इससे पहले तक एटा जिले में जीआरपी की चौकी रही। एटा से टूंडला तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन की सुरक्षा संबंधी जिम्मेदारी पहले चार सिपाहियों के जिम्मे थी, लेकिन जब से थाने की स्थापना हुई तो एक प्रभारी, एक हैड कांस्टेबिल सहित आठ कर्मियों को लगाया गया। थाना का संचालन होने के बाद से वर्ष 2016 तक थाने में रखी जीडी पूरी तरह से खाली पड़ी रही। लंबे समय तक जीआरपी थाना पर एक भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई, वर्ष 2016 में ट्रेन की बोगी में एक शव मिला तब एक एफआईआर दर्ज हो सकी। हालांकि इस मामले में बाद में एफआर लग गई।इसके बाद वर्ष 2019 में कुछ अराजक तत्वों ने गेटमैन के साथ मारपीट की वारदात को अंजाम...

भोपालः मां से लेना था बदला, दो साल की बच्ची को बरसात के पानी में डुबोकर मार डाला

  भोपालः मां से लेना था बदला, दो साल की बच्ची को बरसात के पानी में डुबोकर मार डाला भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो साल की बच्ची की  हत्या  की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मृतक बच्ची की मां से कहासुनी होने के बाद उससे  बदला  लेने के लिए आरोपी 40 वर्षीय महिला ने बच्ची को सड़क के गड्डों में इकट्ठा बरसात के पानी में डुबोकर मार दिया। पुलिस की पूछताछ में महिला ने अपना गुनाह कबूल किया और बताया कि उसने बच्ची की मां से बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया। पहले मुंह दबाया फिर पानी में डुबो दिया बच्ची का सिर प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आरोपी महिला अनुषा पाल का बुधवार सुबह अपने पड़ोस में रहने वाली महिला के साथ झगड़ा हो गया। इसके बाद उसने महिला से बदला लेने की ठान ली और उसकी दो साल की बच्ची को बिस्कुट का लालच देकर अगवा कर लिया। आरोपी महिला बच्ची को लेकर शाहपुर इलाके के एक सुनसान जगह पर ले गई। वहां उसने सबसे पहले बच्ची का मुंह दबाकर उसे मारने की कोशिश की और जब उसने देखा कि इससे उसकी मौत नहीं हुई तब उसने बच्ची के सिर को सड़क के गड्ढों में भरे पानी में डु...

ख़त्म हो गया वंश लेकिन नहीं ख़त्म हुआ 'क़र्ज़'

  बरनाला:  पंजाब के बरनाला जिले के अंतर्गत आने वाले गांव भोतना में पिछले 50 सालों से पीढ़ी दर पीढ़ी चले आ रहे कर्ज ने एक परिवार का वंश ही समाप्त कर दिया। कर्ज नहीं चुका पाने की वजह से परिवार के छह पुरुष किसान अब तक आत्महत्या कर चुके हैं, लेकिन उनका कर्ज समाप्त नहीं हुआ। अब परिवार में केवल तीन महिलाएं बची हैं। परदादा से लेकर परपौते तक सभी काल के गाल में समा चुके हैं। दरअसल, 10 सितंबर को ग्राम भोतना में इसी परिवार के 21 साल के लवप्रीत सिंह उर्फ लब्बू ने खेत में जहरीली स्प्रे पीकर ख़ुदकुशी कर ली थी। अब इस परिवार में मृतक लवप्रीत सिंह की 70 साल की दादी गुलदीप कौर, 50 वर्षीय माता हरपाल कौर व 23 वर्षीय बहन मनप्रीत कौर ही बाकी बचे हैं। इस हृदयविदारक घटना के बाद से उनकी आंखों के आंसू भी रो-रोकर सूख चुके हैं। घर में अब कोई भी कमाने वाला पुरुष शेष नहीं बचा। गांव भोतना में परिवार की बुजुर्ग गुलदीप कौर ने मीडिया को बताया कि लवप्रीत के परदादा जोगिंदर सिंह ने आढ़ती से कुछ ऋण लिया था, जिसे वह चुका नहीं पाए थे। उसी वजह से 1970 में उन्होंने स्प्रे पीकर जान दे दी। इसके बाद लवप्रीत के परदादा के भ...

मीठी मिश्री का सेवन सेहत के लिए होता है बहुत लाभकारी

अक्सर आपने घर में प्रसाद के तौर पर, कई बार मिश्री खूब खाई होगी। कई बार छुपाकर भी खाई है। मिश्री अपने स्वाद के लिए जितनी जानी जाती है उससे ज्यादा इसके कई सारे फायदे हैं। जानिए कैसे इसे खाकर सेहत को बहुत फायदा होता है। लगभग 10 ग्राम मिश्री को 10 ग्राम सांप की केंचुली में अच्छी तरह से घोंटें और इसे घोंटकर शीशी में भर लें। लगभग 1 ग्राम के चौथे भाग की मात्रा में इस मिश्रण को बताशे में भरकर रोगी को खिला दें और ऊपर से 3-4 घूंट पानी पिला दें। ऐसा करने से पुराने से पुराना सिर का दर्द भी ठीक हो जाता है। बहरापन मिश्री और लाल इलायची को लेकर बारीक पीस लें। फिर इस चूर्ण को सरसों के तेल में डालकर 2 घंटों तक रहने दें। 2 घंटे के बाद इस तेल को छानकर एक शीशी में भर लें। इस तेल की 3-4 बंदे रोजाना सुबह-शाम कान में डालने से बहरेपन का रोग दूर हो जाता है। नकसीर 50 ग्राम सूखे हुए कमल के फूल और 50 ग्राम मिश्री को एक साथ मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को 1 चम्मच गर्म दूध के साथ फंकी लेने से सिर्फ 1 ही हफ्ते में ही नकसीर (नाक से खून बहना) का रोग दूर हो जाता है। माउथ फ्रेशनर सौंफ के साथ मिश्री का प्रयोग माउथ...

इंटरनेट का परिचय (सबके लिए जरुरी)।

  इंटरनेट विश्व व्यापी सूचनाओं का राजमार्ग है। सूचना क्रांति के इस युग में इंटरनेट एक ऐसे सूचना प्रदाता 'जिन्न' की तरह सामने आया है जिसे हुक्म मिलते ही वह मनचाही सूचना हमें उपलब्ध करवा सकता है। इंटरनेट या अंतरजाल एक दूसरे से जुड़े कंप्यूटरों का एक ऐसा विश्व व्यापी जाल है जिसमें लोग अपनी सूचनाओं का आदान-प्रदान पलक झपकते कर सकते हैं।इंटरनेट के जरिए मिलने वाली सूचनाओं में और सेवाओं में वेब पेज ,ई-मेल, बातचीत, ऑडियो और वीडियो सूचनाएं प्रमुख हैं। यह विश्व भर के शैक्षणिक, औद्योगिक, सरकारी, गैर सरकारी संस्थाओं और व्यक्तियों को आपस में जोङता है। इंटरनेट पर आते ही आप विश्व के लाखों-करोड़ों लोगों के समूह का एक हिस्सा बन जाते हैं जहां आप दूसरों के साथ और दूसरे आप के साथ सूचनाओं का संचार कर सकते हैं।क्षा हो या चिकित्सा, खरीदारी हो या बैंकिंग, मनोरंजन या जॉब की तलाश जैसे कई कार्य इंटरनेट के माध्यम से किए जा सकते हैं। आज ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जो इंटरनेट से अछूता रह गया हो। मजे की बात यह है कि कंप्यूटर पर चलने वाला इंटरनेट न कोई सॉफ्टवेयर है और न ही कोई प्रोग्राम और न ही हार्डवेयर । दरअसल यह एक ...