एमपी माय गव पोर्टल पर प्रवासी पक्षियों और उनके संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए फोटोग्राफी प्रतियोगिता की जा रही है । प्रतियोगिता का उद्देश्य जन-सामान्य को प्रवासी पक्षियों की पहचान कर उनके संरक्षण के लिए प्रेरित करना है। प्रत्येक प्रविष्टि को भोपाल बर्डस कंज़र्वेशन सोसायटी द्वारा प्रशंसा प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया जाएगा। एम.पी. माय गव पर लॉग-इन कर इस प्रतियोगिता का हिस्सा बना जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के वेटलैंड्स तीन से चार माह तक प्रवासी पक्षियों के लिये आवास बने रहते हैं । प्रवासी पक्षियों की लगभग 370 प्रजातियाँ हर साल भारत में भ्रमण करती हैं । मध्य भारत में लगभग 80 प्रजातियों के पक्षी प्रवास करने आते हैं । इनमें से बहुत सी प्रजातियाँ पेलीआर्टिक क्षेत्र, साइबेरिया, रूस, मध्य एशिया तथा हिमालय से प्रवास करती हैं । मध्य प्रदेश में बहुत से नम भूमि क्षेत्र इन प्रवासी पक्षियों के लिए प्रसिद्ध हैं। इनमें भोजताल (भोपाल), हलाली (रायसेन), सिरपुर (इंदौर), राष्ट्रीय चम्बल अभ्यारण (मुरैना), माधव राष्ट्रीय उद्यान (शिवपुरी), गाँधी सागर अभ्यारण (मंदसौर, नीमच) आदि प्रमुख हैं ।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
Comments
Post a Comment