कलेक्टर श्री तरुण पिथोड़े और डीआईजी श्री ईरशाद वली ने इज़्तिमा स्थल का निरीक्षण किया लाइट, पानी, टॉयलेट, पार्किंग स्थलों के संबंध में निर्देश दिए। इसके साथ ही पार्किंग और रास्तों की लाइट को आज पूरी तरह से चालू कर परीक्षण करने को कहा है।
इज़्तिमा कमेटी की ओर से बताया गया कि इस बार इज़्तिमा मे पहली बार वियतनाम की जमात भी सम्मलित हो रही है। लगभग 40 देशों से जमातों के आने की सूचना मिल चुकी है और कई जमाते आ भी चुकी है। इज़्तिमा में होने वाली तक़रीरों को 7 से 8 देशों की भाषाओं में ट्राँसलेट करके भी बोला जाएगा उसके लिए अलग से ट्राँसलेटर भी उपलब्ध रहेंगे जो से तकरीरों का अपनी भाषाओं में ट्राँसलेट करेंगे। इज़्तिमा में होने वाली इन ट्राँसलेट तकरीरों को हैड़फोन के द्वारा सुनी जा सकेंगी।
इज़्तिमा कमेटी की ओर से बताया गया कि इंतज़ाम लगभग पूरे हो चुके है जिला प्रशासन की मदद से सभी इंतज़ाम अभूतपूर्व हो रहे है। सभी अधिकारी लगातार भ्रमण कर व्यवस्थाओ का जायजा ले रहे है। इज़्तिमा में सेवा देने वाले वॉलिंटियर भी लगातार काम कर रहे है।
कलेक्टर और डीआईजी ने आज पार्किंग स्थलों का निरीक्षण कर लाइट की माकूल व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। भ्रमण के दौरान एसडीएम श्री राजेश श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के बाद कलेक्टर और डीआईजी ने डयूटी पर तैनात होने वाले पुलिस बल को भी संबोधित कर दिशा निर्देश दिए कि इज़्तिमा आने वाले जायरीनों से बेहतर व्यवहार किया जायें। यह सभागम अंर्तराष्ट्रीय स्तर का है। देश ही नहीं पूरे विश्व में हमारे आचार - व्यवहार की खबरें पहुँचेंगी। मध्यप्रदेश और भोपाल की गंगा-जमुनी विरासत के अनुसार रिस्पाँस करें। यदि कोई समस्या आ रही है तो तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
Comments
Post a Comment