डेंगू प्रभावित मरीजो के घरो में लार्वानाशक व कीटनाशक दवा का छिड़का कार्य युद्धगति से किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केएस अहिरवार ने बताया कि राज्य आईडीएसपी, जिला चिकित्सालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को 105 घरों में लार्वा सर्वे तथा कीटनाशक दवा टेमेफॉस पैराथम नामक दवा डालने का कार्य एवं नगरपालिका के माध्यम से फॉगिग मशीन का उपयोग किया गया है प्रभावित क्षेत्रों में डेंगू व अन्य बेक्टरजनित रोगो से बचाव के बारे में जागरूकता लाने के लिए पम्पलेटो के माध्यम से जानकारी दी जा रही है।
विभाग के द्वारा नगरवासियों से अपील की गई है कि अपने घरो में अनावश्यक पानी जमा करके ना रखें, कूलर, पानी की टंकी सप्ताह में सुखाकर भरें। टंकी में ढक्कन लगाएं, डेंगू को फैलने वाले मच्छर प्राय दिन में काटते है उनसे बचाव करें। यदि बुखार, बदन में दर्द हो तो शासकीय चिकित्सालय में जाकर चिकित्सीय सलाह जरूर दें।
भोपाल में लोन ऐप के झांसे में फंसे एक शख्स ने अपने पूरे परिवार सहित खुदकुशी कर ली। आत्महत्या करने वाले पति-पत्नी ने अपने बच्चों को जहर पिलाकर खुद फांसी लगा ली। भोपाल: कर्ज के दुष्चक्र में फंसे परिवार ने की आत्महत्या, बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है। मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलत...
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